वाराणसी: जिले के जैतपुरा थाना क्षेत्र के चौकाघाट क्षेत्र में 28 अगस्त को हुए दोहरे हत्याकांड के बाद एसएसपी ने कार्रवाई करते हुए क्राइम ब्रांच में तैनात दारोगा समेत चार पुलिसकर्मियों को मंगलवार को निलंबित कर दिया. इन सभी पर यह आरोप लगा था कि हत्या जिस वक्त हुई उसके पहले यह सभी बाबतपुर स्थित एक रेस्टोरेंट में आयोजित पार्टी में शामिल हुए थे. जांच में सही पाए जाने के बाद एसएसपी वाराणसी ने दारोगा प्रदीप कुमार यादव, मुख्य आरक्षी घनश्याम वर्मा, आरक्षी कुलदीप सिंह और आरक्षी चंद्रसेन सिंह पर घोषित अपराधियों के साथ मेल मिलाप रखने, घटना के बाद अधिकारियों से जानकारी को साझा न करने और घटना के अनावरण का सार्थक प्रयास न करने के साथ ही अपराधियों की गिरफ्तारी में कोई रुचि न लेने के आरोप में इन चारों को निलंबित कर दिया है.
28 अगस्त को वाराणसी के जैतपुरा थाना क्षेत्र के चौकाघाट इलाके में दिनदहाड़े गैंगस्टर अभिषेक सिंह उर्फ प्रिंस और एक ट्राली चालक की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस हत्या के बाद सीसीटीवी फुटेज खंगालने के दौरान चेतगंज सीओ ने बयान दर्ज किया. जांच में सारा मामला धीरे-धीरे परत दर परत खुलने लगा. जांच में पाया गया कि हत्या जिस वक्त हुई उसके पहले आरोपी पुलिसकर्मी बाबतपुर स्थित एक रेस्टोरेंट में आयोजित पार्टी में शामिल हुए थे.
एसएसपी अमित पाठक ने बताया कि आयोजित पार्टी में शामिल एक अन्य पुलिसकर्मी पहले से दूसरे मामले में निलंबित है. इसलिए उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है. यानी इस पूरे प्रकरण में एक दारोगा समेत चार अन्य पुलिसकर्मी कुल 5 लोग शामिल थे. जिनमें से चार पर पुलिस विभाग ने कार्रवाई की है और उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की भी संस्तुति की जा रही है.
इस दोहरे हत्याकांड में मंगलवार को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट रवि कुमार ने जेल में बंद बिजेंद्र उर्फ बबलू को 24 घंटे के लिए पुलिस कस्टडी में देने का आदेश दिया है. इस मामले में दो अन्य आरोपी विवेक सिंह उर्फ कट्टा और हेमंत सिंह को पुलिस कस्टडी में देने का अदालत पहले ही आदेश दे चुकी है. विवेक सिंह की कस्टडी 30 सितंबर को पूरी होगी, जबकि विजेंद्र की 30 सितंबर की सुबह 11:00 बजे से शुरू होगी.