वाराणसी: पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर सोमवार को वाराणसी पहुंचे. इस दौरान उन्होंने कंटोमेन्ट स्थित नेहरू पार्क में मीडिया से कहा कि वाराणसी आने का मुख्य उद्देश्य उनकी अधिकार सेना पार्टी की प्रगति के बारे में चर्चा करना है. जबकि दूसरा कारण है कि वाराणसी वह स्थान है जो मौजूदा सरकार की हकीकत को खोलता है. मौजूदा सरकार की कथनी और करनी में भारी भेद है.
पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने कहा कि यहां शराब और कोयले की तस्करी हो रही है. यहां माफियागिरी हो रही है. ये सभी चीजें मौजूदा सरकार को नहीं दिख रही है. मौजूदा सरकार सिर्फ वोट बैंक की खातिर सिर्फ चुनिंदा लोगों को टारगेट करके एक्शन लेने के अलावा कोई कार्य नहीं कर रही है. इसी जमीन के दसोंं ऐसे नाम हैं.जिनको सरकार ने शय दे रखा है. इसी जह से उन्होंने वाराणसी में मीटिंग रखी है. उन्होंने कहा कि सरकार कहती है कि वह कानून व्यवस्था को लेकर बहुत ही चौकन्नी है. लेकिन हकीकत यह है कि दो चार नाम आपने चुन लिए हैं. जैसे अतीक अहमद और मुख्तार अंसारी आपने उनको राज्य का ुही दुश्मन बना दिया है.
वहीं, पूर्व आईपीएस ने कहा कि अतीक अहमद के पुत्र असद के एनकाउंटर में मैंने 15 बिंदु ऐसे रखे हैं. जिसमे साफ दिखता है कि यह एनकाउंटर संदिग्ध है. वहीं, अतीक अहमद की हत्या में ऐसे कई बिंदु हैं. जो यह दर्शाते हैं कि यह राज्य पोषित हत्या है. निश्चित रूप से यह उच्च स्तरीय हत्या के रूप में इशारा करता है. इसी बात को लेकर उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में अपनी याचिका दायर की है.
वहीं, माफियाओं की जारी लिस्ट को लेकर सवाल खड़ा करने वाले पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने कहा कि वाराणसी में कई ऐसे लोग हैं. जिनका नाम इस लिस्ट में नहीं रखा गया है. सरकार सिर्फ सेलेक्टिव व टारगेट एक्शन ले रही है. उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि भ्रष्टाचार के मामले में कार्रवाई हो. इस उम्मीद के साथ कि प्रशासन से कार्रवाई की उम्मीद करते हैं.
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