वाराणसी: महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में छात्रसंघ चुनाव के प्रचार के दौरान हुई मारपीट और फायरिंग में चार छात्र घायल हो गए हैं. नाराज छात्र सिगरा थाने को घेर कर प्रदर्शन कर रहे हैं. छात्र फायरिंग करने वाले की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं. वहीं पुलिस का यह कहना कि विश्वविद्यालय में लगे सीसीटीवी की मदद से आरोपी की पहचान कर उसकी गिरफ्तारी जल्द से जल्द की जाएगी.
छात्रसंघ चुनाव प्रचार के दौरान चली गोली
- काशी विद्यापीठ महाविद्यालय का छात्र संघ चुनाव नजदीक होने की वजह से छात्र चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं.
- जिसकी वजह से महाविद्यालय के परिसर में घूम कर छात्र वोट मांगने का काम कर रहे हैं.
- इसी बीच उस समय मामला तूल पकड़ लिया जब दो गुट आमने-सामने हो गए हैं.
- दोनों गुटों में बहस शुरू हो गई और फिर बहस हाथापाई से शुरू होकर मारपीट में बदल गई.
- विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों ओर से हवाई फायरिंग हो गई, मारपीट में 4 छात्र घायल भी हो गए हैं.
- आनन-फानन में पहुंची पुलिस ने घायल हुए छात्रों को निजी अस्पताल में भेज दिया है.
- पुलिस का कहना है कि महाविद्यालय में जो भी सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं उसकी मदद ली जाएगी और दोषी पाए गए छात्रों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
- फिलहाल मौके पर मौजूद कुछ लोगों ने इस पूरी घटना की वीडियो बना लिया है.
- फायरिंग के बाद एक खोखा भी छात्र के हाथ में देखा जा सकता है.
इसे भी पढ़ें- वाराणसी: बीएचयू से अमित शाह के जाते ही विरोध प्रदर्शन शुरू
इस पूरी घटना के बाद काशी विद्यापीठ महाविद्यालय के छात्रों ने सिगरा थाने को घेर लिया और धरना देना शुरू कर दिया है. जो भी छात्र गोली चलाया है तुरंत उसकी गिरफ्तारी हो और इस तरह का दुस्साहस करने वाले छात्रों को जल्द से जल्द प्रशासन सलाखों के पीछे भेजने का काम करें. वहीं घायल छात्र का कहना है कि पहले तो मारपीट की गई उसके बाद बंदूक की मुठिया से मारकर मुझे घायल भी कर दिया गया.
जिस तरीके से यह पूरी घटनाक्रम हुआ है. यह जांच का विषय है और विश्वविद्यालय में लगे सीसीटीवी को पहले तो खंगाला जा रहा है. उसके बाद ही कहा जा सकता है कि गोली चली है या नहीं चली है. लेकिन जिस तरीके से कुछ वीडियो वायरल हो रहा हैं. यह भी प्रश्न चिन्ह उठा रहा है कि छात्र संघ चुनाव में अब गोली चलने तक की नौबत आ गई है.
-मुस्ताक अहमद, क्षेत्राधिकारी, चेतगंज