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विजयादशमी महापर्व: काशी में जलेगा आज 60 फीट का रावण

उत्तर प्रदेश के वाराणसी के डीएलडब्ल्यू में आज दशहरा के मौके पर शहर का सबसे ऊंचा रावण बनाया गया है. इसकी ऊंचाई 60 फीट है. यहां पर तीन पीढ़ियों से एक मुस्लिम परिवार दशहरे के अवसर पर रावण के पुतले बनाता आ रहा है.

जलाया जाएगा 60 फीट का रावण
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Published : Oct 8, 2019, 1:41 PM IST

वाराणसी: धर्म और मोक्ष की नगरी काशी में विजयादशमी का त्योहार बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है. ऐसे में तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा चुका है. वहीं इस बार दशहरे में सबसे बड़ा रावण जिसकी ऊंचाई 60 फीट है जो डीएलडब्ल्यू में स्थित राम-लीला मैदान में जलाया जाएगा.

जलाया जाएगा 60 फीट का रावण.

जलाया जाएगा सबसे ऊंचा रावण

  • जनपद के डीरेका परिसर स्थित राम-लीला मैदान में आज शाम 4 से 7 बजे तक विजयादशमी मनाई जाएगी.
  • रावण दहन के पहले राम वन गमन के प्रसंग का मंचन किया जाएगा.
  • विभिन्न विद्यालयों के बच्चों द्वारा कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए जाएंगे.
  • इस बार शहर का सबसे ऊंचा रावण जिसकी ऊंचाई लगभग 60 फीट रहेगी.

इसे भी पढ़ें:- वाराणसी में तीन पीढ़ियों से मुस्लिम परिवार बना रहा है रावण, कुंभकरण और मेघनाद के पुतले

  • वहीं कुंभकरण की ऊंचाई 55 फीट और मेघनाथ की 50 फीट के पुतलों का दहन किया जाएगा.
  • बनारस में ही एक स्थान है जहां पर रावण, कुंभकरण, मेघनाथ के पुतले का दहन एक साथ किया जाता है.
  • बनारस सहित पूर्वांचल से दूर-दूर तक लोग इस रावण दहन के प्रसंग को देखने के लिए आते हैं.

कारीगर शमशाद ने बताया कि रावण निर्माण के लिए 80 बास, 10 बल्ली ,150 किलो मैदा,150 पीस साड़ी,60 किलो विशेष प्रकार के तात, 150 किलो कागज, 5 किलो रंग और 25 लीटर पेंट का प्रयोग किया जाता है. पुतलों के अंदर 50 तरीके के पटाखे भी लगाए जाते हैं. वहीं इस कारीगर का परिवार पिछले तीन पीढ़ियों से रावण बनाता चला आ रहा है.

वाराणसी: धर्म और मोक्ष की नगरी काशी में विजयादशमी का त्योहार बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है. ऐसे में तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा चुका है. वहीं इस बार दशहरे में सबसे बड़ा रावण जिसकी ऊंचाई 60 फीट है जो डीएलडब्ल्यू में स्थित राम-लीला मैदान में जलाया जाएगा.

जलाया जाएगा 60 फीट का रावण.

जलाया जाएगा सबसे ऊंचा रावण

  • जनपद के डीरेका परिसर स्थित राम-लीला मैदान में आज शाम 4 से 7 बजे तक विजयादशमी मनाई जाएगी.
  • रावण दहन के पहले राम वन गमन के प्रसंग का मंचन किया जाएगा.
  • विभिन्न विद्यालयों के बच्चों द्वारा कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए जाएंगे.
  • इस बार शहर का सबसे ऊंचा रावण जिसकी ऊंचाई लगभग 60 फीट रहेगी.

इसे भी पढ़ें:- वाराणसी में तीन पीढ़ियों से मुस्लिम परिवार बना रहा है रावण, कुंभकरण और मेघनाद के पुतले

  • वहीं कुंभकरण की ऊंचाई 55 फीट और मेघनाथ की 50 फीट के पुतलों का दहन किया जाएगा.
  • बनारस में ही एक स्थान है जहां पर रावण, कुंभकरण, मेघनाथ के पुतले का दहन एक साथ किया जाता है.
  • बनारस सहित पूर्वांचल से दूर-दूर तक लोग इस रावण दहन के प्रसंग को देखने के लिए आते हैं.

कारीगर शमशाद ने बताया कि रावण निर्माण के लिए 80 बास, 10 बल्ली ,150 किलो मैदा,150 पीस साड़ी,60 किलो विशेष प्रकार के तात, 150 किलो कागज, 5 किलो रंग और 25 लीटर पेंट का प्रयोग किया जाता है. पुतलों के अंदर 50 तरीके के पटाखे भी लगाए जाते हैं. वहीं इस कारीगर का परिवार पिछले तीन पीढ़ियों से रावण बनाता चला आ रहा है.

Intro:
विशेष खबर

धर्म और अध्यात्म की नगरी विजयादशमी का दिन भी बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। शहर में विभिन्न राम लीला द्वारा रावण का पुतला फूंका जाता है। ऐसे में डीरेका में दशहरे का मेला तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा चुका है इस बार दशहरे सबसे बड़ा रावण उसकी ऊंचाई 60 फीट है जो डीरेका में जलेगा। डीएलडब्ल्यू द्वारा बेल कटिंग करके कार्यक्रम की तैयारी पूरी कर दी जा चुकी है आज सत्य की असत्य पर विजय का महापर्व है विजयादशमी।


Body:डीरेका परिसर स्थित मैदान में आज शाम 4:से 7:बजे तक विजयदशमी मनाई जाएगी इस अवधि में रावण दहन के पहले राम वन गमन के प्रसंग का मंचन किया जाएगा विभिन्न विद्यालयों के बच्चों द्वारा किया जाएगा। हम आपको बताते चलें कि शहर का सबसे बड़ा दशानन रावण जिसकी ऊंचाई लगभग 60 फीट और वही कुंभकरण 55 फीट और मेघनाथ 50 फीट के पुतलों का दहन किया जाएगा बनारस में यही एक ऐसा स्थान होता है जहां पर तीनों रावण, कुंभकरण,मेघनाथ के पुतले का एक साथ दहन किया जाता है। ऐसे में बनारस सहित पूर्वांचल से दूर-दूर तक लोग इस रावण दहन के प्रसंग को देखने के लिए आते हैं । मुस्लिम परिवार बनाता है रावण कुंभकरण मेघनाथ के पुतला तीन पीढ़ी से करता आ रहा है यही काम।




Conclusion:ऐसे बनता है रावण और उसका कुनबा

रावण निर्माण के लिए 80 बास, 10 बल्ली ,150 किलो मैदा,150 पीस साड़ी,60 किलो विशेष प्रकार के तात, 150 किलो कागज, 5 किलो रंग और 25 लीटर पेंट का प्रयोग किया जाता है पुतलों के अंदर 50 आवाज के पटाखे लगाए जाते हैं।


कारीगर शमशाद रावण की ऊंचाई 60 फीट है कुंभकरण की 55 और वही मेघनाथ 50 फिट का है। इसको बनाने में हम लोगों को 2 महीने से ज्यादा का समय लगता है लेकिन इस बार हम लोगों ने एक महीना 15 दिन में ही सभी रावण को तैयार कर दिया गया है बारिश की वजह से कुछ दिक्कत हुआ है। अभी भी काम चल रहा है आज रावण को किसी भी हाल में खड़ा कर देना है। इन तीन पुतलों को बनाने में लगभग 2 लाख तक के खर्च आता है जिसमें बिस हजार का केवल आतिशबाजी रहता है।

बाईट :--कारीगर शमशाद
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