वाराणसी: आजादी के अमृत महोत्सव (Azaadi Ka Amrit Mahotsav) के उपलक्ष्य में रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर (RUDRAKSH Convention Centre) में किसानों की कैपेसिटी बिल्डिंग हेतु 'वाणिज्य उत्सव' (commerce festival) का आयोजन संपन्न हुआ, जिसका लाभ वाराणसी, जौनपुर, गाजीपुर, मिर्जापुर, चन्दौली, भदोही के 700 से अधिक किसानों को मिला, जिन्हें कृषि विज्ञान केन्द्र के माध्यम से आमंत्रित किया गया था. साथ ही उत्तर प्रदेश के अन्य जनपदों सहित उत्तराखंड व बिहार के 20 कृषि विज्ञान केन्द्रों से 2000 से अधिक किसानों ने वर्चुअल सहभागिता की.
वाणिज्य उत्सव के प्रथम सत्र में किसानों एवं निर्यातकों के क्षमता संवर्धन के लिए विषय (Capacity building programme & trade meet for FPO's farmers & exporters to boost the agri export) प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया. इस मौके पर विशेषज्ञों ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से कृषि की गुणवत्ता, प्रबंधन, ट्रेडिंग व निर्यात और इस क्षेत्र में मिलने वाले अवसरों से किसानों, ट्रेडरों व निर्यातकों को रूबरू कराया. एपीडा के एजीएम सीबी सिंह ने एपीडा की कार्य योजनाओं की जानकारी दी.
कार्यक्रम में राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा कि आजादी के 75 वर्ष पूर्ण पर देश के विकास व विरासत पर जश्न मनाए जाने के साथ ही आत्मनिर्भर भारत की ओर बढ़ना है. कोरोना से पूरा विश्व प्रभावित हुआ. आपदा में अवसर की प्रेरणा मिली और अवसर से समृद्धि की ओर बढ़ना है. आत्मनिर्भर भारत का प्रधानमंत्री की परिकल्पना को मजबूती से साकार करना है. इसके लिए निर्यात की परिदृश्य को बढ़ाने के कार्य करने होंगे.
अनुप्रिया पटेल ने कहा कि भारत का निर्यात 2021-22 में 400 बिलियन डॉलर पहुंचाने का लक्ष्य है, जो आगे के 6 वर्ष बाद 2 ट्रिलियन डॉलर तक ले जाना है. उन्होंने कहा कि भारत ही नहीं पूरा विश्व 2 वर्षों से कोरोना महामारी से जूझ रहा है. इस वर्ष कोरोना की दूसरी लहर बड़ी आपदा के रूप में आई. भारत ने डटकर मुकाबला किया. इस वर्ष में अब तक 5 माह में निर्यात इसी अवधि का गत वर्ष के निर्यात के सापेक्ष अधिक रहा. गत वर्ष 5 माह में 98 बिलियन डॉलर का निर्यात हुआ था. इस वर्ष 164 बिलियन डॉलर पहुंचा है. कृषि उत्पादन निर्यात भी गत वर्ष के सापेक्ष इस वर्ष बड़ा है.
कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार निर्यात संवर्धन के व्यापक कार्य कर रही है. विशेष कृषि उत्पाद पॉलिसी बनाई है. देश का पांचवां बड़ा निर्यातक स्टेट उत्तर प्रदेश है. भारत के कुल निर्यात का 5.6 फीसदी भागीदारी उत्तर प्रदेश की है. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में इज ऑफ डूइंग बिजनेस में अच्छा काम हुआ है. कई सुधार किए जा रहे हैं. ओडीओपी योजना से अनेकों प्रोडक्ट अच्छे रूप में उभरे हैं. निर्यात संवर्धन की संभावनाएं बढ़ी हैं.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा अमेरिका में बनारस की गुलाबी मीनाकारी का स्मृति चिन्ह भेंट किया. इसका पूरे देश में यहां की कारीगरी का संदेश गया. किसानों की आय बढ़ाने हेतु गुणवत्ता पर कृषि उत्पाद कराने व किसानों को निर्यातक बनाने पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि दुनिया के देशों में किस तरह के कृषि प्रोडक्ट की मांग है, उसके अनुरूप किसानों को प्रशिक्षण कर उत्पात कराएं. गुणवत्ता का विशेष महत्व निर्यात में होता है उसे बनाएं. पैकेजिंग आकर्षक व डेमेज रहित हो. ऐसे समस्त बिंदुओं पर किसानों की कैपेसिटी बिल्डिंग कर निर्यात के बड़े लक्ष्य को पाने में आगे बढ़े, क्योंकि उत्तर प्रदेश सहित भारत को उभरती आर्थिक शक्ति बनाना है. इसमें पूर्वांचल के योगदान को बढ़ाएं. प्रधानमंत्री ने नारा दिया है 'लोकल गोज ग्लोबल', 'बनेगा भारत में, बिकेगा दुनिया में'.
एपीडा के चेयरमैन एम अंगमुथू ने कहा कि किसानों की आय बढ़ाने में निर्यात अच्छा साधन है. वाराणसी से गत 2 वर्षों से निर्यात शुरू हुआ है. उन्होंने वाराणसी में निर्यातक बनाने पर जोर दिया. इसका सीधा लाभ स्थानीय लोगों को होगा. अभी खाड़ी देशों में निर्यात किया गया. अब यूरोप, अमेरिका, जापान, चाइना तक निर्यात करने का काम करेंगे.
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