ETV Bharat / state

अब हाईटेक कैमरों से होगी अपराधियों की धरपकड़, एडवांस सर्विलांस सिस्टम से कसेगी नकेल - varanasi latest news

उत्तर प्रदेश में अपराधियों पर लगाम लगाने के इंतजाम किए जा रहे हैं. इसके चलते वाराणसी में अपराधियों की पहचान करने के लिए फेस रिकॉग्नानिशन कैमरे लगाए जा रहे हैं.

etv bharat
हाईटेक कैमरों से होगी अपराधियों की धरपकड़
author img

By

Published : May 5, 2022, 11:03 AM IST

Updated : May 6, 2022, 10:52 AM IST

वाराणसी: यहां अपराधियों की पहचान करने के लिए फेशियल रिकॉग्नाइज टेक्नोलॉजी की मदद ली जाएगी. यह फेस रिकॉग्नानिशन कैमरे इतने प्रभावशाली हैं कि कई साल पुराने फोटो के जरिए ही चेहरे पहचान लेते हैं. यदि कोई अपराधी भेष बदलता है, तो ये उसको भी पहचान लेते हैं. यह हाईटेक कैमरे लाखों की भीड़ में भी लोगों को पहचान करने में सक्षम हैं. इन हाइटेक कैमरों के जरिए अपराधियों पर अंकुश लगाने में कामयाबी मिलेगी. वाराणसी के करीब 700 स्थानों पर यह कैमरे लगाए गए हैं.

हाईटेक कैमरों से होगी अपराधियों की धरपकड़
बता दें कि वाराणसी के सिगरा स्थित काशी इंटीग्रेटेड कमांड एवं कंट्रोल सेंटर पर फेस रिकॉग्नानिशन कैमरा कंट्रोल रूम बनाया गया है. जहां से पूरे शहर भर में लगे कैमरों की निगरानी की जा सकेगी. यह कैमरे अत्याधुनिक हैं. इन कैमरों से पुलिस अपराधियों का डाटा अपलोड कर निगरानी करके उनको पकड़ेगी. इतना ही नहीं इन कैमरों के जरिए वाहनों की संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी. किसी भी संदिग्ध गतिविधि में कंट्रोल रूम में एलार्म बजना शुरू हो जाएगा.
720 स्थानों पर 2500 कैमरे करेंगे निगरानी : स्मार्ट सिटी के महाप्रबंधक डॉ. डी वासुदेव ने बताया कि उन्होंने एक प्रोजेक्ट की शुरुआत की है, जिसका नाम एडवांस सर्विलांस सिस्टम है. इस सिस्टम में 720 स्थानों पर ढाई हजार से ज्यादा हाई डेफिनेशन कैमरे लगे हैं. जहां जहां कैमरे फिट किए गए हैं, वहां की पूरी लोकेशन उनके पास आ रही है. इसमें ऑटो इंटेलीजेंन्स फीचर्स लगे हुए हैं.

डॉ. डी वासुदेव ने बताया कि कंट्रोल कमांड सर्विस सेंटर पर हर पुलिस थाने के एक व्यक्ति को बैठने की व्यवस्था की गई है, जो वहां बैठकर निगरानी करेगा. ऑटो इंटेलीजेंन्स फीचर्स के जरिए अगर कोई भी अपराधी किसी भी तरह का वेष बदलकर, दाढ़ी लगाकर या फेस पैक लगा कर आता है, तो यह कैमरे उसे पकड़ने में मददगार होंगे.

यह भी पढ़ें- मुंबई-आगरा के बीच उड़ान आज से शुरू, सप्ताह में तीन दिन मिलेगी फ्लाइट

स्मार्ट सिटी सीईओ प्रणय सिंह प्रयण सिंह ने बताया तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. पुलिस आयुक्त को पत्र लिखकर हैंड ओवर की बात की गई है. जिससे पुलिस थाने के लोग बैठकर उस पर आगे का काम कर सकें. योजना के विषय में बताते हुए उन्होंने कहा कि दो चरण में यह योजना थी. इसका बजट 160 करोड़ रुपये है.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

वाराणसी: यहां अपराधियों की पहचान करने के लिए फेशियल रिकॉग्नाइज टेक्नोलॉजी की मदद ली जाएगी. यह फेस रिकॉग्नानिशन कैमरे इतने प्रभावशाली हैं कि कई साल पुराने फोटो के जरिए ही चेहरे पहचान लेते हैं. यदि कोई अपराधी भेष बदलता है, तो ये उसको भी पहचान लेते हैं. यह हाईटेक कैमरे लाखों की भीड़ में भी लोगों को पहचान करने में सक्षम हैं. इन हाइटेक कैमरों के जरिए अपराधियों पर अंकुश लगाने में कामयाबी मिलेगी. वाराणसी के करीब 700 स्थानों पर यह कैमरे लगाए गए हैं.

हाईटेक कैमरों से होगी अपराधियों की धरपकड़
बता दें कि वाराणसी के सिगरा स्थित काशी इंटीग्रेटेड कमांड एवं कंट्रोल सेंटर पर फेस रिकॉग्नानिशन कैमरा कंट्रोल रूम बनाया गया है. जहां से पूरे शहर भर में लगे कैमरों की निगरानी की जा सकेगी. यह कैमरे अत्याधुनिक हैं. इन कैमरों से पुलिस अपराधियों का डाटा अपलोड कर निगरानी करके उनको पकड़ेगी. इतना ही नहीं इन कैमरों के जरिए वाहनों की संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी. किसी भी संदिग्ध गतिविधि में कंट्रोल रूम में एलार्म बजना शुरू हो जाएगा.720 स्थानों पर 2500 कैमरे करेंगे निगरानी : स्मार्ट सिटी के महाप्रबंधक डॉ. डी वासुदेव ने बताया कि उन्होंने एक प्रोजेक्ट की शुरुआत की है, जिसका नाम एडवांस सर्विलांस सिस्टम है. इस सिस्टम में 720 स्थानों पर ढाई हजार से ज्यादा हाई डेफिनेशन कैमरे लगे हैं. जहां जहां कैमरे फिट किए गए हैं, वहां की पूरी लोकेशन उनके पास आ रही है. इसमें ऑटो इंटेलीजेंन्स फीचर्स लगे हुए हैं.

डॉ. डी वासुदेव ने बताया कि कंट्रोल कमांड सर्विस सेंटर पर हर पुलिस थाने के एक व्यक्ति को बैठने की व्यवस्था की गई है, जो वहां बैठकर निगरानी करेगा. ऑटो इंटेलीजेंन्स फीचर्स के जरिए अगर कोई भी अपराधी किसी भी तरह का वेष बदलकर, दाढ़ी लगाकर या फेस पैक लगा कर आता है, तो यह कैमरे उसे पकड़ने में मददगार होंगे.

यह भी पढ़ें- मुंबई-आगरा के बीच उड़ान आज से शुरू, सप्ताह में तीन दिन मिलेगी फ्लाइट

स्मार्ट सिटी सीईओ प्रणय सिंह प्रयण सिंह ने बताया तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. पुलिस आयुक्त को पत्र लिखकर हैंड ओवर की बात की गई है. जिससे पुलिस थाने के लोग बैठकर उस पर आगे का काम कर सकें. योजना के विषय में बताते हुए उन्होंने कहा कि दो चरण में यह योजना थी. इसका बजट 160 करोड़ रुपये है.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

Last Updated : May 6, 2022, 10:52 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.