वाराणसी : कुछ महीनों पहले एक वायरल वीडियो ने बीएसएफ के जवानों को मिल रहे भोजन पर सवालिया निशान खड़े किए थे. जिस पूर्व जवान ने वो वीडियो वायरल किया वो अब खुलकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव में खड़े होने की बातें कर रहा है. दरअसल पूर्व बीएसएफ जवान तेज बहादुर यादव अब 2019 लोकसभा चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं. इसी तैयारी को अंजाम देने के लिए वह वाराणसी आ पहुंचे. इस दौरान यादव ने कहा कि वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किए सभी झूठे वादों का पर्दाफाश करने बनारस आए हैं.
यादव का कहना है कि वो हर काशीवासी के दरवाजे पर जाएंगे और अपनी बात व मुद्दे रखकर उनसे वोट की अपील करेंगे. पूर्व जवान ने आगे कहा कि जिस सेना को कंधा बनाकर पीएम मोदी जनता को बहकाते आए हैं, अब उसी सेना का एक जवान उनके सामने खड़ा है. अब जनता जानेगी की देश का असली चौकीदार कौन है. अखिलेश यादव और बसपा सुप्रीमो मायावती से मिल रहे समर्थन पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि दोनों राजनीतिक पार्टियों के साथ बातचीत हुई है लेकिन अभी तक कोई फैसला नहीं लिया गया है. हालांकि, कई क्षेत्रीय पार्टियां हैं जो कि उन्हें समर्थन देने को तैयार हैं.
ईटीवी से खास बातचीत में तेज बहादुर यादव बोले कि वो किसी राजनीतिक मंशा से इस चुनाव में नहीं उतरे हैं. तेज बहादुर का कहना है कि वो सिर्फ पीएम मोदी का चेहरा काशीवासियों को दिखाना चाहते हैं. गौरतलब है कि बीते 19 मार्च को लगी आचार संहिता में चुनाव आयोग ने साफ-साफ सेना का नाम या उससे जुड़ी किसी भी सामान का इस्तेमाल करने पर रोक लगाई है. मगर तेज बहादुर यादव अपनी सेना की वर्दी में ही मीडिया से बातचीत और प्रचार करते नजर आए. हालांकि, पूर्व बीएसएफ जवान का कहना है कि चुनाव आयोग ने उन्हें किसी तरह की आपत्ति व्यक्त नहीं की है और जब तक वह नामांकन नहीं कर लेते तब तक वह किसी तरह का ऑफिशियल कैंपेन नहीं शुरू करेंगे.