वाराणसी: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों के बाद बनारस में होने वाली देव दीपावली को लेकर लगातार बैठकों का दौर जारी है. गुरुवार को पर्यटन राज्यमंत्री डॉ. नीलकंठ तिवारी ने अधिकारियों के साथ बैठक कर 30 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा पर होने वाले देव दीपावली उत्सव को भव्यतम रूप देने की योजना तैयार की. जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा के साथ जिले के आला अधिकारियों की मौजूदगी इस बैठक में रही.
निरीक्षण करते पर्यटन राज्यमंत्री. लेजर शो का होगा आयोजन
इस देव दीपावली को यादगार बनाने के लिए लेजर शो का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा. शो के माध्यम से भगवान शिव की नगरी काशी में शिव की महिमा का चित्रण प्रस्तुत किया जाएगा. हर घाट पर लाइटों की भव्य सजावट की जाएगी. पूरे शहर में एक उत्सव जैसा वातावरण बनाने की तैयारी की जा रही है. नगर निगम, पर्यटन, विकास प्राधिकरण और पीडब्ल्यूडी आदि विभागों को उनसे सम्बंधित तैयारियों की जिम्मेदारी दी गई है.
घाटों का निरीक्षण करते पर्यटन राज्यमंत्री. हर तरफ दिखेगा उत्सव जैसा माहौलघाटों से जुड़ी सभी गलियों की मरम्मत, घाटों की साफ-सफाई, घाटों पर बने सभी चेंजिंग रूम-शौचालय की रंगाई पुताई, घाटों की सिल्ट सफाई, हेरिटेज लाइटों के पोल व लाइटें दुरुस्त कराने, पूरे शहर की सड़कों के सीवर ढक्कन ठीक कराने, डिवाइडर की रंगाई अभियान चलाकर सभी कुंडों की सफाई, सीवर के ढक्कन, पोलों पर फालतू तारों के जाल व पोस्टरों को हटाने तथा घाटों की लाइटों को ठीक कराने की जिम्मेदारी नगर निगम को सौंपी गई है.
घाटों पर स्थित मकानों की होगी सजावटपर्यटन विभाग को शहर के सभी युनिपोलों पर पुराने पोस्टर हटा कर देव दीपावली से सम्बंधित सुन्दर पोस्टर लगाने, घाट की तथा घाट के सभी मकानों की सजावट कराने, सभी मंदिरों की सजावट, सभी चौराहों की सफाई रंगाई सजावट आदि की जिम्मेदारी दी गई है. लोक निर्माण विभाग को सड़कों की मरम्मत व सड़क के गड्ढों को ठीक कराने व बैरिकेडिंग की जिम्मेदारी दी गई.
सरकारी भवनों से लेकर गंगा पार भी होगा जगमगसभी सरकारी भवनों की सजावट कराने, शहर के फ्लाइ ओवर को साफ करने, सजावट कराने का निर्देश देते हुए पर्यटन राज्यमंत्री ने कहा कि काशी के प्रमुख संतों को भी आमंत्रित किया जाए. उन्होंने मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल और जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा द्वारा सम्बंधित अधिकारियों के साथ बैठक के पश्चात् घाटों का स्थलीय निरीक्षण किया व साफ सफाई मरम्मत, कार्यक्रम का स्थल की व्यवस्था सहित गंगा पार भी रेती पर लाइटें व झालरों की भव्य सजावट किये जाने हेतु स्थान देखा और आवश्यक दिशा-निर्देश सम्बंधित अधिकारियों को दिया.