देव दीपावली पर 20 लाख दीपों से रोशन होंगे बनारस के घाट वाराणसी: धर्म नगरी बनारस की देव दीपावली (Kashi Dev Diwali) एक बार फिर से पूरे विश्व में आकर्षण का केंद्र बनेगी. इसे देखने के लिए अलग-अलग राज्यों के लोग भी वाराणसी आते हैं. साल 2017 के बाद से काशी में देव दीपावली का महोत्सव कई गुना उत्साह से मनाया जा रहा है. लाखों श्रद्धालु और पर्यटकों के लिए यूपी सरकार तीन दिवसीय देव दीपावली महोत्सव का आयोजन करने जा रही है. इस बार देव दीपावली पर 20 लाख दीपों से घाटों को प्रज्ज्वलित (20 lakh lamps on Dev Diwali) किया जाएगा. तीन अलग-अलग घाटों पर सांस्कृतिक महोत्सव का आयोजन भी किया जाएगा. इसके साथ ही लेजर शो विशेष आकर्षण का केंद्र रहेगा. पर्यटन विभाग का दावा है कि इस बार और अधिक संख्या में पर्यटक इस कार्यक्रम को देखने पहुंचने वाले हैं.
काशी की देव दीपावली (फाइल फोटो). इस बार हॉट एयर बैलूनिंग शो का भी प्लान: पर्यटन उपनिदेशक आरके रावत के बताया कि देव दीपावली की तैयारियां जोर-शोर से हो रही हैं. पहली बैठक आयुक्त के निर्देशन में हो चुकी है. इस बार विभाग द्वारा बड़े पैमाने पर महोत्सव कराया जाएगा. इसमें दीए जलाने के साथ-साथ हॉट एयर बैलूनिंग शो का भी प्लान किया जा रहा है, जिसका अनुमोदन मिल चुका है. रावत ने कहा, "उम्मीद है कि पिछले साल से बेहतर और अधिक संख्या में पर्यटक इसका मनोरंजन ले सकेंगे. बनारस में होने वाले दीव दीपावली महोत्सव का इंतजार सिर्फ बनारस के लोगों को ही नहीं, बल्कि पूरे हिन्दुस्तान के लोगों को रहता है'.
देव दीपावली का आकर्षण लेजर शो (फाइल फोटो).
काशी में तीन दिवसीय कार्यक्रम का होगा आयोजन: पर्यटन उपनिदेशक आरके रावत ने बताया कि 'सभी लोग देव दीपावली महोत्सव का आनंद लेते हैं. इसी को ध्यान में रखते हुए बोट्स और होटल्स की बुकिंग की शुरुआत हो जाती है. आज की तारीख में काफी बुकिंग्स हो भी चुकी हैं. यह कार्यक्रम 24, 25 और 26 तीन दिवसीय रहेगा. इसमें गंगा महोत्सव और 26 को देव दीपावली मनाएंगे. इस दौरान पिछले वर्ष से कहीं ज्यादा संख्या में दीयों को जलाया जाएगा. घाट के दोनों तरफ दीयों को सजाया जाएगा. लाइटिंग की भी व्यवस्था की जाएगी. वाराणसी आने वाले पर्यटकों को क्रूज की सैर कराई जाएगी. जो भी कार्यक्रम घाट पर होते आए हैं. इस बार बड़े स्तर पर होंगे.'
काशी में देव दीपावली पर आतिशबाजी (फाइल फोटो). सांस्कृतिक कार्यक्रम, लेजर शो और आतिशबाजी: आरके रावत बताते हैं, 'घाट पर सांस्कृतिक कार्यक्रम, लेजर शो या फिर आतिशबाजी हो. सभी कार्यक्रमों को बड़े स्तर पर किया जाना है. सास्कृतिक महोत्सव में जो कलाकार परफॉर्म कर रहे हैं, इन कलाकारों को भी हम इस मंच के माध्यम से प्रतिभाग कराएंगे. स्थानीय कलाकारों को मंच देने का उद्देश्य यही है कि इनके अंदर कॉन्फिडेंस आए. इसके साथ ही वाराणसी आने वाले टूरिस्ट्स को यहां के संगीत, यहां के फोल्क से रूबरू करा सकें. इस विषय में हमारा पहला प्रयास रहेगा. इन दौरान जो दीए जलाए जाएंगे वो आस-पास के कुम्हारों के यहां से मंगाए जाएंगे. हम उनके पास से ही खरीद कराते हैं.'
पीएम मोदी कर सकते हैं शिरकत (फाइल फोटो). घाटों पर जलाए जाएंगे 20 लाख दीये: देव दीपावली पर घाटों पर जलने वाले दीयों की संख्या इस बार 20 लाख के आसपास की होगी. ये घाट के दोनों तरफ जलाए जाते हैं. इसमें बहुत सारे वालंटियर्स भी लगते हैं, जिनके माध्यम से ये कार्य हो पाता है. बड़ी संख्या में दीए रखे जाते हैं. हमें आस-पास के जिलों से भी दीए खरीदने पड़ते हैं. इनमें से कुछ दीयों की संख्या ऐसी भी होगी जो गाय के गोबर की बनी होगी. इन दीयों को हम सभी घाटों पर समितियों के माध्यम से जलाएंगे. इनकी साइज भी बड़ी रहेगी. पर्यटन विभाग उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से इस बार देव दीपावली को और भी भव्य बनाने की तैयारी में जुटा हुआ है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आ सकते हैं वाराणसी: काशी की देव दीपावली को उत्तर प्रदेश की योगी सरकार दिव्य और भव्य बनाने में लगातार जुटी है. यही कारण है कि साल 2017 के बाद से देव दीपावली के दिन दुनियाभर को लोगों की निगाहें काशी पर रहती हैं. इस दिन कोई न कोई बड़ा नेता मेहमान बनकर आता है. साल 2020 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां की अद्भुत छटा को निहारा था. इस दौरान उन्होंने काशी को बड़ी सौगात दी थी. पर्यटन विभाग के सूत्रों का कहना है कि इस बार भी प्रधानमंत्री वाराणसी आ सकते हैं. इसको लेकर भव्य तैयारियां की जा रही हैं. वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री बनने के बाद हर साल इस आयोजन में आते हैं.
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