वाराणसी: दीपावली पर अयोध्या नगरी राम मय हो गई. तो वहीं भगवान शिव की नगरी काशी अन्न की दात्री माता अन्नपूर्णा के भक्ति में सराबोर है. एक तरफ जहां अन्नपूर्णा मंदिर मठ में 5 दिनों तक होने वाली मां अन्नपूर्णा की स्वर्णमयी प्रतिमा के दर्शन के साथ खजाने का वितरण भी भक्तों में किया जा रहा है. धनतेरस से प्रसाद के रूप में खजाना लेने के लिए लाखों भक्तो की भीड़ उमड़ी रही है.
पहले, दूसरे और तीसरे दिन मिलाकर रविवार शाम 5:30 बजे तक 5 लाख से ज्यादा लोग मां अन्नपूर्णा के दर्शन और प्रसाद पाकर निहाल दिखे. श्रद्धालुओं की सुविधा और सुगमता के लिए योगी सरकार ने विश्वनाथ धाम में चाक चौबंद व्यवस्था के साथ ही पूरे धाम की आकर्षक सजावट कराई गई. 10 नवंबर से 5 दिनों तक दर्शन और प्रसाद पाने का क्रम चल रहा है. भगवान शिव की नगरी काशी को अन्न क्षेत्र भी कहा जाता है.
भगवान शंकर ने काशी में मां अन्नपूर्णा से भिक्षा मांगी थी, इसलिए काशी में धनतेरस के समय मां अन्नपूर्णा के दर्शन का विशेष महत्व माना जाता है. काशी से गायब हुई मां अन्नपूर्णा की मूर्ति को कनाडा से लगभग सौ साल बाद लाकर काशी विश्वनाथ धाम में प्राण प्रतिष्ठा की गई. अब मूर्ति श्रद्धालुओं के आस्था का केंद्र बन गई है.
श्री काशी विश्वनाथ धाम के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील वर्मा ने बताया कि धनतेरस से शुरू हुए मां अन्नपूर्णा के दरबार से अन्न व धन वितरण का सिलसिला 14 नवंबर तक चलता रहेगा. पहले दिन लगभग 1 लाख 58 हज़ार, दूसरे दिन 1 लाख 51 हज़ार और तीसरे दिन 1 लाख 46 हज़ार 614 श्रद्धालुओं ने मां अन्नपूर्णा के दर्शन करके विशेष प्रसाद के रूप में अन्न व धन प्राप्त कर चुके हैं.
दीपावली के मौके पर विश्वनाथ धाम में दीपकों की भव्य सजावट की गई. पूरे परिसर को भव्य तरीके से सजाया गया. बाबा विश्वनाथ के गर्भ गृह में भी दीपकों से बाबा विश्वनाथ का भव्य श्रृंगार किया गया. दीपावली का पर्व काशी विश्वनाथ मंदिर में बड़े ही भव्य तरीके से मनाया गया है.
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