वाराणसी: जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा ने शनिवार को कैम्प कार्यालय पर लोक निर्माण विभाग तथा सेतु निगम की ओर से कराये जा रहे निर्माण कार्यों की समीक्षा बैठक की. जिलाधिकारी ने कज्जाकपुरा के निर्माणाधीन आरओबी के कार्य की धीमी गति का कारण पूछते हुए इस टू लेन पुल को 31 मार्च तक पूरा कराने का लक्ष्य दिया. कोनिया घाट के पास पड़ाव जाने वाली रोड/सर्विस लेन की चौड़ाई बढ़ाये जाने का निर्देश देते हुए कहा कि बड़ी गाड़ियों को मोड़ने में दिक्कत नहीं आनी चाहिए इसे देख लें. साथ ही दोनों ओर के एप्रोच मार्ग भी मार्च तक पूरा कराएं.
समय से पूरी हो हर परियोजना
डीएम ने कालिका धाम-वरुणा नदी पर निर्माणाधीन पुल के लिए जमीन खरीदने का काम 15 फरवरी तक पूरा कराने और 30 जून तक निर्माण कार्य को पूरा कराने का निर्देश दिया. कोनिया-सालारपुर एप्रोच मार्ग के लिए नगर निगम और तहसील की संयुक्त टीम मौके पर जाकर देखे और अधिग्रहण की नोटिस या सहमति से खरीदने की कार्रवाई करे. लहरतारा-फुलवरिया फोर लेन परियोजना को दिसम्बर माह तक प्रत्येक दशा में पूरा कराने का निर्देश दिया. साथ ही शिवपुर साइड के एप्रोच मार्च में रुकावट बन रहे मकान मालिकों से बात करें. यदि वह सहमत हों तो जमीन क्रय करने की कार्रवाई प्रारम्भ कर दें, नहीं तो उन्हें अधिग्रहण किये जाने की नोटिस देकर आगे की कार्रवाई शुरू की जाये.
काम में ना आए रुकावट
खोजवां रोड के चौड़ीकरण और निर्माण कार्य में अतिक्रमण के कारण रुकावट आने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए एसीएम चतुर्थ, नगर निगम, वीडीए तथा सम्बंधित थाने की संयुक्त कार्रवाई करते हुए प्रतिदिन रोड क्लियर कराने का निर्देश दिया. जब तक मार्ग अतिक्रमण मुक्त न हो जाये. पंचकोशी रोड के निर्माण कार्य फरवरी माह तक पूरा कराये जाने का निर्देश देते हुए एडीएम सिटी को इस मार्ग की सड़क, नाली तथा इंटर लॉकिंग के कार्य की गुणवत्ता की जांच कराने का निर्देश दिया.
सफाई देते रहे मातहत
बैठक में भिखारीपुर से नेशनल हाईवे तक के मार्ग निर्माण एवं चौड़ीकरण के कार्य की धीमी प्रगति के बारे में लोक निर्माण विभाग की ओर से बताया गया कि पेयजल पाइप लाइन लिकेज के कारण जल जमाव से निर्माण में बाधा आ रही है. इस पर गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई के अभियंता ने कहा कि पाइप लाइन शिफ्ट हो गयी है, लेकिन जल संस्थान को अपनी पाइप इसमें जोड़ना है जिसमें लीकेज है. जिलाधिकारी ने इस कार्य को तत्काल प्रारम्भ करा कर लीकेज ठीक कराने का निर्देश दिया. कैंट पड़ाव मार्ग पर अतिक्रमण के कारण निर्माण में रुकावट पैदा हो रही है, जिसपर अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराने तथा ठेकेदार को नोटिस देने का निर्देश दिया. ग्रामीण रोड के निर्माण कार्य की प्रगति में बताया गया कि 76 में से 62 रोड बन चुकी है. अवशेष सड़कें फरवरी माह तक पूरी कर ली जायेंगी.
निर्माणाधीन एसटीपी पर विशेष निगरानी
जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा ने सीवर व पेयजल से सम्बंधित निर्माण कार्यों की भी समीक्षा बैठक की. शाहीनाला प्रोजेक्ट का कार्य 2017 में पूरा किया जाना था, लेकिन आज तक पूरा नहीं होने पर उन्होंने सख्त नाराजगी जताई और शासन स्तर से वरिष्ठ अधिकारी की देख रेख में मानिटरिंग व कार्य को समय से पूरा कराने के लिए जल निगम के एमडी को पत्र लिखने का निर्देश दिया. उन्होंने रमना एसटीपी के कार्य में तेजी लाने और 31 मार्च तक पूरा कराने का निर्देश दिया. इसमें अस्सी नाला, सामने घाट तथा नक्खा नाला को टैप करते हुए रमना ट्रीटमेंट प्लांट से जोड़ा जाएगा. फ्लड प्रोटेक्शन का अवशेष कार्य भी जल्द पूरा कराने की हिदायत दी.
रामनगर एसटीपी के कार्य की गति बढ़ाने और 31 मार्च 2021 तक पूरा कराने का निर्देश दिया गया. ट्रांस वरुणा परियोजना के अन्तर्गत 50 हजार घरों को वाटर कनेक्शन दिया जाना है. इसमें 24 हजार कनेक्शन दिये जा चुके हैं तथा पाइप नेटवर्क नहीं होने से अवशेष 24 हजार कनेक्शन के लिए 167 करोड़ का 106 किमी. का प्रोजेक्ट शासन को भेजा जा चुका है. स्वीकृति के पश्चात् कार्य प्रारम्भ किया जायेगा.
वरुणा पार इलाके की भी बदलेगी सूरत
अमृत योजना के चल रहे चार प्रोजेक्ट पूरे होने हैं. 801 मीटर की ओल्ड ट्रंक लाइन का कार्य प्रगति पर है. इसकी 180 मीटर पाइप लाइन डाली जा चुकी है. इसका कार्य जून 2021 तक पूरा कराने का निर्देश दिया. दीनापुर एसटीपी से खिड़कियाघाट के नाले को जोड़ने का कार्य प्रगति पर है. इसे भी जून तक पूरा किया जाना है. मुकीमगंज में स्वीकृत 2.82 करोड़ का 300 मीटर सीवर लाइन तथा कोनिया वार्ड में 15.03 करोड़ की लागत से 1342 मीटर सीवर लाइन का कार्य प्रगति पर है. इनको शाहीनाले से जोड़ा जायेगा.
नगर निगम सीमा में शामिल हुए गांवों में जल्द शुरू होगा काम
डीएम ने ग्राम पंचायत से नगर निगम में गये 67 गांवों में सड़क, सीवर, पेयजल तथा स्ट्रीट लाइट की मूलभूत सुविधाओं का कार्य प्रारम्भ करने के लिए एजेंसी नामित करने की कार्रवाई किये जाने का निर्देश दिया. सिंस वरुणा फेज-1 के अन्तर्गत पेयजल की 24.82 किमी. पाइप लाइन की मरम्मत का कार्य प्रगति पर है. इसमें एराइजिंग मेन, डब्ल्यूटीपी, फीडर मेन तथा डिस्ट्रीब्यूशन का कार्य होना है. सिंस वरुणा के अन्तर्गत भेलूपुर स्थित 250 एमएलडी की डब्ल्यूटीपी अभी 140 एमएलडी पर कार्य कर रहा है, इसकी क्षमता बढ़ाई जा रही है.
शासन की विशेष निगरानी
बैठक में अधिकारियों ने बताया कि वरुणापार के लिए 300 किमी. का डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क का प्रोजेक्ट तैयार किया जा रहा है. जेएनएनयूआरएम के तहत सिंस वरुणा का 260 किमी नेटवर्क चालू है. ट्रांस वरुणा के सारनाथ स्थित डब्ल्यूटीपी 17 किमी. से एराइजिंग की जा रही है. निर्माणाधीन सभी प्रोजेक्ट को समय से पूरा कराये जाने पर जोर देते हुए कहा कि शासन स्तर से जिले स्तर तक प्रयास कर सम्बंधित कार्यदायी संस्थायें अथवा विभाग, सभी बाधायें दूर करके तेजी से कार्य करें. इसमें जिस स्तर पर लापरवाही पायी जायेगी उस स्तर पर कार्रवाई की जायेगी.