वाराणसी: काशी हिंदू विश्वविद्यालय में पिछले 8 दिनों से अपनी 11 सूत्रीय मांग को लेकर छात्र-छात्राएं भूख हड़ताल पर बैठे हैं. दो छात्रों की हालत खराब हो गई है, जिन्हें सर सुंदरलाल चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है. अभी भी 5 छात्र नियमित रूप से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे हैं. हड़ताल पर बैठे छात्रों का जिला प्रशासन द्वारा मंगलवार को स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया.
छात्रों की यह है मुख्य मांग -
- सभी छात्रों को हॉस्टल मुहैया कराया जाए और जब तक हाॅस्टल नहीं मिल जाता तब तक उन्हें डेलीगेसी भत्ता दिया जाए.
- महिला छात्रावासों में कर्फ्यू टाइमिंग खत्म की जाए और छात्रावासों की सुरक्षा के लिए विशेष ध्यान दिया जाए.
- विश्वविद्यालय के सभी विभागों और संस्थाओं में महिला शौचालय बनवाया जाय.
- कैंपस में सेनेटरी पैड वेडिंग मशीन लगाई जाए.
- विकलांग छात्र-छात्राओं के लिए सीईओ का गठन किया जाए, जो उन्हें जरूरत की चीजों को मुहैया कराएं.
- छात्र संघ, कर्मचारी संघ, शिक्षक संघ को बहाल किया जाए.
- छात्रों ने कहा कि यह प्रमुख 11 सूत्रीय मांग है, जब तक हमारी मांग पूरी नहीं होगी तब तक हमारी भूख हड़ताल जारी रहेगी.
- भूख हड़ताल पर बैठे छात्रों में आकांक्षा, विश्वनाथ, शशिकांत ने जिला प्रशासन द्वारा रूटीन चेकअप को मना कर दिया.
पिछले 8 दिनों से छात्र-छात्राएं अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे हैं. जिनमें उनके स्वास्थ्य में लगातार गिरावट हो रही है. हम जिला प्रशासन की तरफ से यहां पर छात्रों के स्वास्थ्य चेकअप करने के लिए आए हैं. इससे पहले 2 छात्रों को बीएचयू हॉस्पिटल में एडमिट कराया जा चुका है.
- डॉ. लक्ष्मीकांत त्रिपाठी, सीएमओ ऑफिस से संबद्ध
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