वाराणसी: अयोध्या में राम जन्मभूमि स्थल पर भव्य मंदिर निर्माण के साथ ही 22 जनवरी को होने वाले वृहद आयोजन से पहले पूरे देश में राम के नाम का माहौल बनाने में बीजेपी, विश्व हिंदू परिषद और कई सामाजिक संगठन जुट गए हैं. इसी के मद्देनजर पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में दलित बस्तियों में महिलाओं की टोलियां पहुंच रही है. घर-घर दीपक बांटे जा रहे हैं. साथ ही 22 जनवरी को दीवाली मनाने का आह्वान किया जा रहा है.
वाराणसी में विश्व हिंदू परिषद और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भारतीय जनता पार्टी के अलावा कई सामाजिक संगठनों की तरफ से 22 जनवरी को पूरे शहर में उत्सव मनाने के लिए तैयारियां जोर-शोर से की जा रही हैं. इस क्रम में वाराणसी में महिलाओं की टोलियां शहर के अलग-अलग इलाकों में पहुंच रही है. सामाजिक संगठन समेत हिन्दू वादी संगठन से जुड़ी इन महिलाओं की तरफ से रंग बिरंगे मिट्टी के दीपक तैयार किए गए हैं.
इन दीपकों को लेकर महिलाओं की यह टोली मलिन बस्तियों में पहुंच रही है. दीपक बांटने वाली पूजा दीक्षित का कहना है कि हमारे लिए इससे बड़ी कोई बात नहीं हो सकती कि 500 सालों के संघर्ष के बाद हम प्रभु श्री राम की स्थापना समारोह को अपनी आंखों से देखने जा रहे हैं. राम मंदिर के लिए हर किसी ने संघर्ष किया उसे मंदिर की स्थापना और उसे भव्य आयोजन के हम सब साक्षी बनेंगे. यही वजह है कि इस दिन हर सनातनी को अपने घर में काम से कम पांच दीपक जलाने चाहिए. इस आवाहन के साथ हम हर किसी के बीच जा रहे हैं और लोगों से मुलाकात करके उन्हें यह पांच दीपक और तेल की एक शीशी दे रहे हैं ताकि वह उसे दिन अपने घर के दरवाजे मंदिर, छत बालकनी और अन्य जगहों पर काम से कम पांच दीपक जलाकर भगवान प्रभु श्री राम का भव्य स्वागत करें.
यह कार्यक्रम अनवरत 22 जनवरी तक चलता रहेगा और देशभर में इस तरह के आयोजन से 22 जनवरी को भव्य दीपावली मनाए जाने का काम किया जाएगा. वाराणसी में इस दिन गंगा घाटों से लेकर लोगों के घरों तक में और मंदिरों में भी इसी तरह दीपक जलाए जाएंगे. इसके लिए हम घर-घर पहुंच कर लोगों को दीपक और तेल देकर उनसे पांच दीपक हर हाल में जलन का आवाहन कर रहे हैं.
काशी में घर-घर दीपक बांट 22 जनवरी को दीपावली मनाने की अपील, मलिन बस्तियों में बांटे दीपक और तेल
राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा पर काशी में घर-घर दीवाली मनाने का आह्वान किया जा रहा है. इसके लिए काशी के घर-घर दीपक बांटे जा रहे हैं.
By ETV Bharat Uttar Pradesh Team
Published : Jan 14, 2024, 9:27 AM IST
वाराणसी: अयोध्या में राम जन्मभूमि स्थल पर भव्य मंदिर निर्माण के साथ ही 22 जनवरी को होने वाले वृहद आयोजन से पहले पूरे देश में राम के नाम का माहौल बनाने में बीजेपी, विश्व हिंदू परिषद और कई सामाजिक संगठन जुट गए हैं. इसी के मद्देनजर पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में दलित बस्तियों में महिलाओं की टोलियां पहुंच रही है. घर-घर दीपक बांटे जा रहे हैं. साथ ही 22 जनवरी को दीवाली मनाने का आह्वान किया जा रहा है.
वाराणसी में विश्व हिंदू परिषद और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भारतीय जनता पार्टी के अलावा कई सामाजिक संगठनों की तरफ से 22 जनवरी को पूरे शहर में उत्सव मनाने के लिए तैयारियां जोर-शोर से की जा रही हैं. इस क्रम में वाराणसी में महिलाओं की टोलियां शहर के अलग-अलग इलाकों में पहुंच रही है. सामाजिक संगठन समेत हिन्दू वादी संगठन से जुड़ी इन महिलाओं की तरफ से रंग बिरंगे मिट्टी के दीपक तैयार किए गए हैं.
इन दीपकों को लेकर महिलाओं की यह टोली मलिन बस्तियों में पहुंच रही है. दीपक बांटने वाली पूजा दीक्षित का कहना है कि हमारे लिए इससे बड़ी कोई बात नहीं हो सकती कि 500 सालों के संघर्ष के बाद हम प्रभु श्री राम की स्थापना समारोह को अपनी आंखों से देखने जा रहे हैं. राम मंदिर के लिए हर किसी ने संघर्ष किया उसे मंदिर की स्थापना और उसे भव्य आयोजन के हम सब साक्षी बनेंगे. यही वजह है कि इस दिन हर सनातनी को अपने घर में काम से कम पांच दीपक जलाने चाहिए. इस आवाहन के साथ हम हर किसी के बीच जा रहे हैं और लोगों से मुलाकात करके उन्हें यह पांच दीपक और तेल की एक शीशी दे रहे हैं ताकि वह उसे दिन अपने घर के दरवाजे मंदिर, छत बालकनी और अन्य जगहों पर काम से कम पांच दीपक जलाकर भगवान प्रभु श्री राम का भव्य स्वागत करें.
यह कार्यक्रम अनवरत 22 जनवरी तक चलता रहेगा और देशभर में इस तरह के आयोजन से 22 जनवरी को भव्य दीपावली मनाए जाने का काम किया जाएगा. वाराणसी में इस दिन गंगा घाटों से लेकर लोगों के घरों तक में और मंदिरों में भी इसी तरह दीपक जलाए जाएंगे. इसके लिए हम घर-घर पहुंच कर लोगों को दीपक और तेल देकर उनसे पांच दीपक हर हाल में जलन का आवाहन कर रहे हैं.