वाराणसीः प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी को गलियों के शहर बनारस नाम से भी जाना जाता है. यहां की गलियों के रास्ते आप आसानी से छह से सात किलोमीटर का सफर तय कर सकते हैं. यहां के लोग जब सड़कों पर जाम की स्थिति होती है तो अपने साइकिल या मोटरसाइकिल की हैंडल को गलियों में मोड़ लेते हैं और गलियों का सफर तय करते हुए अपने गंतव्य स्थान पर पहुंच जाते हैं. जाहिर सी बात है जो लोग इन गलियों में रहते हैं, उनकी क्षेत्रीय समस्याएं भी होंगी. उन्हीं क्षेत्रीय समस्याओं को जानने के लिए ईटीवी भारत की टीम ने हुकुलगंज वार्ड नंबर-5 के लोगों से बात की और उनकी समस्याओं के विषय में जाना.
उबड़-खाबड़ हुईं गलियां
लोगों की माने तो हुकूलगंज क्षेत्र में गलियां तो सही हैं लेकिन कुछ गलियों के रास्ते खराब हैं. जो पत्थर उन रास्तों में लगे हैं वह उबड़-खाबड़ हो चुके हैं. वहीं सीवर के चेंबर भी खराब दशा में है. इन समस्याओं से भी ज्यादा लोगों को पानी की समस्या है. यहां लोगों को स्वच्छ जल नहीं मिल रहा है.
स्वच्छ जल न मिलने की शिकायत
हुकूलगंज की कुछ गलियों में इन दिनों स्वच्छ पानी की आपूर्ति नहीं हो रही है, जिससे लोग खासा परेशान हैं. वहीं लोगों ने पानी के विषय में अपने पार्षद को अवगत कराया है लेकिन अभी तक उन्हें इस समस्या से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. वहीं लोगों की माने तो हुकूलगंज में बिजली की जो व्यवस्था है वह पूरी तरह से सही है लोगों को बिजली मिल रही है और बिजली के तार भी व्यवस्थित है.
शिकायत के बावजूद समाधान नहीं
बता दें कि हुकूलगंज की कुछ गलियों में साफ जल की सप्लाई पिछले कई दिनों से नहीं हो रही है. इस संबंध में बात करते हुए स्थानीय निवासी सौरभ ने बताया कि हमारी गलियों के लोग पानी में गंदगी आने से परेशान हैं. आए दिन स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें हो रही हैं. उन्होंने क्षेत्रीय पार्षद को भी इस बारे में अवगत कराया है.
वहीं इस संबंध में बात करते हुए क्षेत्रीय महिला ने कहा कि पानी साफ न आने के कारण काफी परेशानी हो रही है. जिससे घर में स्वास्थ्य संबंधित बीमारियां भी जन्म ले रही हैं.
50% सीवर लाइन का काम बाकी
वही इस संबंध में क्षेत्रीय पार्षद ने बताया कि वरुणा पार क्षेत्र में बहुत तेजी से गंदे पानी की समस्या बढ़ रही है. डब्ल्यूटीपी से जो पानी की सप्लाई हो रही है. कहीं न कहीं से उसमें ही गंदगी आ रही है. हमारे वार्ड में लगभग 20 से 25 वर्ष पहले जो सीवर लाइन डाली गई है वह काफी डैमेज हो चुकी है. हमने 50% गलियों में सीवर लाइन बदलवा दी है और 50% कार्य अभी बाकी है. जिसकी मांग अधिकारियों से की गई है. अधिकारियों का कहना है कि बकाया कार्य मार्च के बाद में होगा.
जलकल विभाग को ठहराया दोषी
पार्षद ने हुकुलगंज वासियों को स्वच्छ जल न मिलने का दोषी जलकल विभाग और नगर निगम को ठहराया. पार्षद ने कहा कि मेरी तरफ से पूरा प्रयास है कि सभी जगह नई सीवर लाइन पड़ जाए. उन्होंने कहा कि जलकल विभाग ने पुराने सीवर लाइन के चेंबर के अंदर से पानी की पाइप लाइन डाल दी है. जिससे जब भी चेंबर ओवरफ्लो होता है तो पीने के पाइप लाइन के रास्ते गंदा जल लोगों के घरों में जाता है. जिससे लोगों को गंदे पानी की आपूर्ति हो रही है.