वाराणसीः धर्म नगरी काशी वैसे तो मंदिरों और गलियों के शहर के नाम से मसहूर है. पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी की अपनी वैश्विक स्तर पर विशेष पहचान भी है. इसके बावजूद शहर में गंदगी की समस्या समाप्त होने का नाम नहीं ले रही है.
परेड कोठी इलाके में कम नहीं हो रही गंदगी
कैंट स्टेशन के सामने स्थित परेड कोठी इलाके में कई सारे होटल और गेस्ट हाउस हैं. रेलवे स्टेशन के समीप होने के चलते ज्यादातर सैलानी यहीं ठहरते हैं. जिसकी वजह से इलाके के होटलों की आमदनी होने के साथ शहर में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलता है. महत्वपूर्ण स्थान होने के बावजूद भी यहां गंदगी का अंबार लगा रहता है.
नगर निगम की लापरवाही से फैल रही गंदगी
शहर के बीच में स्थित परेड कोठी के इस इलाके में गंदगी का अंबार लगा रहता है. दरअसल, इस इलाके में लोग पशु पालते है. होटल और गेस्ट हाउस से निकलने वाला कूड़ा भी इसी इलाके में फेंका जाता है. जबकि साफ-सफाई के लिए नगर निगम की तरफ से कोई उपाय नहीं किया गया है. जिससे यहां हमेशा गंदगी फैली रहती है.
पार्क घोषित होने बाद भी नहीं होती सफाई
आपको बता दें परेड कोठी कभी आर्मी की जमीन हुआ करती थी. जिस पर कई सालों से मुकदमा चल रहा है. इस जगह पर रहने वाले लोगों को कोर्ट के द्वारा कई बार नोटिस भी जारी किया है. जिसका स्थानीय लोग विरोध कर रहे हैं. जिसके बाद इसे पार्क घोषित कर दिया गया.
'शिकायत के बाद भी नहींं होती साफ-सफाई'
होटल मालिकों का कहना है कि कई बार शिकायत करने बाद भी यहां कभी-कभी ही सफाई होती है. जिससे गंदगी कम नहीं हो रही है. होटल मालिकों के अनुसार गंदगी से इलाके में बीमारियां तो फैल ही रही हैं, इसके अलावा होटल व्यवसाय पर भी इसका असर पड़ रहा है.