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वाराणसी: गंगा से हटाई जाएंगी डीजल संचालित नावें, चलेंगी सीएनजी नावें

उत्तर प्रदेश के वाराणसी में गंगा प्रदूषण को कम करने के लिए डीजल नावों को बंद करने का फैला लिया गया है. इस प्रोजेक्ट के लिए गेल इंडिया कंपनी को चुना गया है.

खिड़किया घाट वाराणसी.
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Published : Aug 22, 2019, 12:46 PM IST

वाराणसी: मोदी सरकार ने गंगा निर्मलीकरण को लेकर एक बार फिर से कवायद शुरू हो गई है. इसे जमीन पर उतारने के लिए कुछ अलग और नया करने की तैयारी चल रही है. जिसमें पहली बार गंगा में डीजल संचालित नावों को हटाकर सीएनजी संचालित नावों को गंगा में उतारने की तैयारी की जा रही है. वहीं गेल इंडिया को इसकी रूपरेखा तैयार करने को कहा गया है. जल्द ही इस पर काम शुरू भी होने जा रहा है. अधिकारियों संग बैठक के बाद गेल इंडिया ने उस घाट का चयन भी कर लिया है जहां पर सीएनजी फिलिंग स्टेशन बनाए जाने की तैयारी प्रशासन कर रहा है.

खिड़किया घाट पर बनेगा सीएनजी फिलिंग स्टेशन.

इसे भी पढ़ेः- काशी में बिगड़ गए हैं गंगा के हालात, बढ़ रहा है प्रदूषण

खिड़किया घाट पर बनेगा फिलिंग स्टेशन

  • वाराणसी में गंगा प्रदूषण को रोकने के लिए डीजल से संचालित नावों को बंद करने का फैसला लिया गया है.
  • डीजल की जगह अब सीएनजी से नावों का संचालन किया जाएगा.
  • वाराणसी प्रशासन गेल इंडिया के साथ मिल इस प्रोजेक्ट को पूरा करने में लग गया है.
  • गेल इंडिया को खिड़किया घाट दिया गया है, जहां कंपनी सीएनजी फिलिंग स्टेशन बनाएगी.
  • अधिकारियों का कहना है कि वाराणसी में गंगा निर्मलीकरण को लेकर एक बड़ा काम होने जा रहा है.
  • इसके सफल होने के बाद गंगा में बढ़ रहे प्रदूषण में कमी आएगी.

वाराणसी: मोदी सरकार ने गंगा निर्मलीकरण को लेकर एक बार फिर से कवायद शुरू हो गई है. इसे जमीन पर उतारने के लिए कुछ अलग और नया करने की तैयारी चल रही है. जिसमें पहली बार गंगा में डीजल संचालित नावों को हटाकर सीएनजी संचालित नावों को गंगा में उतारने की तैयारी की जा रही है. वहीं गेल इंडिया को इसकी रूपरेखा तैयार करने को कहा गया है. जल्द ही इस पर काम शुरू भी होने जा रहा है. अधिकारियों संग बैठक के बाद गेल इंडिया ने उस घाट का चयन भी कर लिया है जहां पर सीएनजी फिलिंग स्टेशन बनाए जाने की तैयारी प्रशासन कर रहा है.

खिड़किया घाट पर बनेगा सीएनजी फिलिंग स्टेशन.

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खिड़किया घाट पर बनेगा फिलिंग स्टेशन

  • वाराणसी में गंगा प्रदूषण को रोकने के लिए डीजल से संचालित नावों को बंद करने का फैसला लिया गया है.
  • डीजल की जगह अब सीएनजी से नावों का संचालन किया जाएगा.
  • वाराणसी प्रशासन गेल इंडिया के साथ मिल इस प्रोजेक्ट को पूरा करने में लग गया है.
  • गेल इंडिया को खिड़किया घाट दिया गया है, जहां कंपनी सीएनजी फिलिंग स्टेशन बनाएगी.
  • अधिकारियों का कहना है कि वाराणसी में गंगा निर्मलीकरण को लेकर एक बड़ा काम होने जा रहा है.
  • इसके सफल होने के बाद गंगा में बढ़ रहे प्रदूषण में कमी आएगी.
Intro:स्पेशल:

वाराणसी: मोदी टू सरकार में गंगा निर्मली करण को लेकर एक बार फिर से सरकार की कवायद है शुरू हो गई है और इसे जमीन पर उतारने के लिए कुछ अलग और नया करने की तैयारी चल रही है. इस क्रम में प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र से एक नई शुरुआत करने की तैयारी की जा रही है जिसमें पहली बार गंगा में डीजल संचालित नामों को हटाकर सीएनजी संचालित नावो को गंगा में उतारने की तैयारी की जा रही है. इसकी रूपरेखा तैयार करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है, गेल इंडिया को और जल्द ही इस पर काम शुरू भी होने जा रहा है. अधिकारियों संग बैठक के बाद गेल इंडिया मैं उस घाट का चयन भी कर लिया है जहां पर सीएनजी फिलिंग स्टेशन बनाए जाने की तैयारी प्रशासन कर रहा है.

ओपनिंग पीटीसी- गोपाल मिश्र


Body:वीओ-01 दरअसल गेल इंडिया काफी लंबे वक्त से वाराणसी में घर-घर तक गैस पाइपलाइन पहुंचाकर गैस कनेक्शन देने का काम कर रहा है इस क्रम में वाराणसी प्रशासन ने गेल इंडिया के साथ मिलकर एक नई प्लानिंग की है इस प्लानिंग के तहत वाराणसी में गंगा में चलने वाली लगभग एक हजार से ज्यादा डीजल संचालित मोटर बोट को पूरी तरह से सीएनजी में कन्वर्ट करने को कहा गया है गेल इंडिया इस दिशा में काम शुरू भी कर चुका है अधिकारियों का कहना है की गंगा निर्मली करें और गंगा स्वच्छता एक बड़ा अभियान है और इस दिशा में कार्य करते हुए गंगा में डीजल संचालित नावो को पूरी तरह से हटाने की तैयारी है. जिसके तहत सीएनजी संचालित नावे अब गंगा में चलाए जाने की प्लानिंग की गई है और गेल इंडिया इस पर काम भी शुरू कर चुका है.


Conclusion:वीओ-02 सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि गेल इंडिया को खिड़कियां घाट पर जहां भी दी जा रही है जहां पर वह अपना फिलिंग स्टेशन बना सके अधिकारियों का कहना है कि इसके लिए गंगा में एक बड़ी फ्लोटिंग जेटी परमानेंट रहेगी जो किसी नाव में सीएनजी खत्म होने की दिशा में उसे खींचकर सीधे फिलिंग स्टेशन तक लेकर आएगी और यहां पर सीएनजी फील करवाने के बाद फिर उसे आगे भेजा जाएगा. यानी कुल मिलाकर बनारस में गंगा निर्मली करण को लेकर एक बड़ा काम होने जा रहा है. जिस के सफल होने के बाद डीजल संचालित नावों के इंजन को हटाकर सीएनजी संचालित इंजन लगाकर गंगा स्वच्छ करने की कवायद की जाएगी.

बाईट- विनय कुमार सिंह, एडीएम सिटी

क्लोजिंग पीटीसी- गोपाल मिश्र

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