वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 13 दिसंबर को काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण कर मां गंगा से बाबा विश्वनाथ का मिलन कराया था और इस मिलन को देखने के लिए प्रतिदिन बाबा के दरबार में लगभग 70 हजार से ज्यादा भक्त पहुंच रहे हैं. लेकिन भक्त अभी भी मां गंगा की गोद से बाबा विश्वनाथ से मिलन नहीं कर पाएंगे. अभी भी भक्तों को थोड़े दिन और इंतजार करना पड़ेगा. जिसके बाद भक्त मां गंगा की गोद से बाबा विश्वनाथ के दरबार में सीधे हाजिरी लगा सकेंगे.
बता दें कि एक भव्य समारोह का आयोजन कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते 13 दिसंबर को काशी के विश्वनाथ धाम का लोकार्पण कर इसे आम जनमानस को समर्पित किया था. जिसके बाद प्रतिदिन बाबा के दरबार में हजारों की संख्या में श्रद्धालु हाजिरी लगाने पहुंच रहे हैं. लेकिन अभी भी भक्तों को मां गंगा के द्वार से बाबा विश्वनाथ के दरबार तक पहुंचने के लिए लगभग दो माह का इंतजार करना होगा. क्योंकि मंदिर विस्तारीकरण के दूसरे चरण की कुछ कार्य अभी भी अधूरे हैं, जिसके कारण गंगा द्वार से भक्तों का दर्शन करना निषेध है.
मंदिर प्रशासन की मानें तो विश्वनाथ धाम के विस्तारीकरण व सुंदरीकरण परियोजना में समस्त गेटों के साथ 24 अन्य निर्माण किए जाने थे, जिन्हें का 30 दिसंबर, 2021 तक पूरा करने का लक्ष्य था. लेकिन इस परियोजना में एक भवन को हटाकर लगभग 9 नए कार्यों को जोड़ दिया गया है. जिसमें गंगा दर्शन गैलरी से लगे अन्य कई कार्य हैं.
अत्यधिक कार्यो के कारण इस परियोजना को दो चरणों में बांट दिया गया है. जिनमें से पहले चरण का कार्य पूरा कर लिया गया और दूसरे चरण के कार्य पूरे होने के कगार पर है. आगामी दो महीनों में सभी कार्य पूरे हो जाएंगे. यही कारण है कि अभी गंगा द्वार को सुरक्षा की दृष्टि से श्रद्धालुओं के लिए नहीं खोला गया है.
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