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सावन के पहले दिन काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन के लिए उमड़े श्रद्धालु

सावन के पहले दिन वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी. शिव भक्तों ने जलाभिषेक कर भगवान शिव को बेल पत्र अर्पित कर पूजन और दर्शन किया.

सावन का महीना.
सावन का महीना.
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Published : Jul 25, 2021, 12:30 PM IST

Updated : Jul 25, 2021, 2:14 PM IST

वाराणसीः धर्म और अध्यात्म की नगरी काशी में सावन का विशेष महत्व होता है. क्योंकि यह मान्यता है कि काशी के कण-कण में स्वयं भगवान शिव और माता पार्वती विराजमान हैं. ऐसे में सावन आते ही काशी का माहौल बिल्कुल बदल जाता है. लोग महादेव के भक्ति में डूब जाते हैं. काशी के हर शिवालयों पर रोज रुद्रा अभिषेक और पूजन पाठ किया जाता है.

सावन श्री बाबा काशी विश्वनाथ को अति प्रिय है. इस विशेष माह में अन्य देवी देवता शयन करते हैं तो शिव जागृत रहते हैं. इसी कारण इस माह को शिव की उपासना के लिए विशेष माना गया है. शिव को प्रसन्न करने के लिए लोग व्रत रखकर रुद्राभिषेक, जलाभिषेक, भगवान शिव का विशेष अनुष्ठान करते हैं. इस बार सावन में सौभाग्य योग्य का दुर्बल सहयोग भी बन रहा है.

सावन का पहला दिन.

आज से पवित्र महीना सावन शुरू हो रहा है. पूरे देश में जहां लोग शिव की आराधना कर रहे हैं. वहीं काशी में लोग श्री काशी विश्वनाथ बाबा को जल चढ़ाने के लिए दूर-दूर से पहुंचे. सूर्य उदय के साथी सैकड़ों लोग लाइन में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार करते रहे.

इसे भी पढ़ें- सावन 2021 : ज्योतिषाचार्य से जानें विशेष संयोग और महत्व

श्रद्धालु बबलू तिवारी ने बताया आज बाबा विश्वनाथ का दर्शन करके मन अति प्रसन्न हुआ. बाबा से यह प्रार्थना की कि, हमारे सारे दुखों को हर लें. उसके साथ ही हमारे देश से वैश्विक महामारी कोविड-19 जल्द से जल्द खत्म हो ताकि हम बाबा का दर्शन नित्य करते रहें.

नमामि गंगे के सदस्य शिव का जलाभिषेक करते हुए.
नमामि गंगे के सदस्य शिव का जलाभिषेक करते हुए.

सर्वेश्वर ने बताया हम लोग अमेठी से चलकर आए हैं, आज सावन के पहले दिन बाबा श्री काशी विश्वनाथ को मां गंगा का जल अर्पण किया. उनका जलाभिषेक किया. बाबा का पूरे विधि विधान से पूजन किया गया. मन प्रसन्न हो गया. बाबा का दर्शन करने से सारी मनोकामना पूर्ण हो गईं. सभी प्रकार के दर्द दूर हो गए. बस यही बाबा से कामना है कि जल्द से जल्द हमारे देश और पूरा विश्व इस वैश्विक महामारी से ठीक हो जाए.

वहीं नमामि गंगे के सदस्यों ने आत्मनिर्भर, खुशहाल और आरोग्य भारत हेतु भगवान शंकर का केदार घाट पर जलाभिषेक किया. नमामि गंगे के सयोजक राजेश शुक्ला ने कहा कि सावन शिव को प्यारा है और शिव हम सभी के प्यारे हैं. भगवान शिव हमें वसुधैव कुटुंबकम की परिकल्पना समझाते हैं. सावन के प्रथम दिन शिवलिंगों और घाट की साफ-सफाई हम सभी को स्वच्छता की प्रेरणा देती है. कार्यक्रम के आयोजन में प्रमुख रूप से काशी प्रांत के संयोजक राजेश शुक्ला, महानगर सहसंयोजक राम प्रकाश जायसवाल, रश्मि साहू, विकास तिवारी, रंजीता गुप्ता, भावना गुप्ता, सोनू, कंचन मिश्रा, दीपक सिंह, शुभम सिंह, रेखा चौरसिया और अन्य शामिल रहें.

वाराणसीः धर्म और अध्यात्म की नगरी काशी में सावन का विशेष महत्व होता है. क्योंकि यह मान्यता है कि काशी के कण-कण में स्वयं भगवान शिव और माता पार्वती विराजमान हैं. ऐसे में सावन आते ही काशी का माहौल बिल्कुल बदल जाता है. लोग महादेव के भक्ति में डूब जाते हैं. काशी के हर शिवालयों पर रोज रुद्रा अभिषेक और पूजन पाठ किया जाता है.

सावन श्री बाबा काशी विश्वनाथ को अति प्रिय है. इस विशेष माह में अन्य देवी देवता शयन करते हैं तो शिव जागृत रहते हैं. इसी कारण इस माह को शिव की उपासना के लिए विशेष माना गया है. शिव को प्रसन्न करने के लिए लोग व्रत रखकर रुद्राभिषेक, जलाभिषेक, भगवान शिव का विशेष अनुष्ठान करते हैं. इस बार सावन में सौभाग्य योग्य का दुर्बल सहयोग भी बन रहा है.

सावन का पहला दिन.

आज से पवित्र महीना सावन शुरू हो रहा है. पूरे देश में जहां लोग शिव की आराधना कर रहे हैं. वहीं काशी में लोग श्री काशी विश्वनाथ बाबा को जल चढ़ाने के लिए दूर-दूर से पहुंचे. सूर्य उदय के साथी सैकड़ों लोग लाइन में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार करते रहे.

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श्रद्धालु बबलू तिवारी ने बताया आज बाबा विश्वनाथ का दर्शन करके मन अति प्रसन्न हुआ. बाबा से यह प्रार्थना की कि, हमारे सारे दुखों को हर लें. उसके साथ ही हमारे देश से वैश्विक महामारी कोविड-19 जल्द से जल्द खत्म हो ताकि हम बाबा का दर्शन नित्य करते रहें.

नमामि गंगे के सदस्य शिव का जलाभिषेक करते हुए.
नमामि गंगे के सदस्य शिव का जलाभिषेक करते हुए.

सर्वेश्वर ने बताया हम लोग अमेठी से चलकर आए हैं, आज सावन के पहले दिन बाबा श्री काशी विश्वनाथ को मां गंगा का जल अर्पण किया. उनका जलाभिषेक किया. बाबा का पूरे विधि विधान से पूजन किया गया. मन प्रसन्न हो गया. बाबा का दर्शन करने से सारी मनोकामना पूर्ण हो गईं. सभी प्रकार के दर्द दूर हो गए. बस यही बाबा से कामना है कि जल्द से जल्द हमारे देश और पूरा विश्व इस वैश्विक महामारी से ठीक हो जाए.

वहीं नमामि गंगे के सदस्यों ने आत्मनिर्भर, खुशहाल और आरोग्य भारत हेतु भगवान शंकर का केदार घाट पर जलाभिषेक किया. नमामि गंगे के सयोजक राजेश शुक्ला ने कहा कि सावन शिव को प्यारा है और शिव हम सभी के प्यारे हैं. भगवान शिव हमें वसुधैव कुटुंबकम की परिकल्पना समझाते हैं. सावन के प्रथम दिन शिवलिंगों और घाट की साफ-सफाई हम सभी को स्वच्छता की प्रेरणा देती है. कार्यक्रम के आयोजन में प्रमुख रूप से काशी प्रांत के संयोजक राजेश शुक्ला, महानगर सहसंयोजक राम प्रकाश जायसवाल, रश्मि साहू, विकास तिवारी, रंजीता गुप्ता, भावना गुप्ता, सोनू, कंचन मिश्रा, दीपक सिंह, शुभम सिंह, रेखा चौरसिया और अन्य शामिल रहें.

Last Updated : Jul 25, 2021, 2:14 PM IST
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