Mauni Amavasya 2023: वाराणसी में मौनी अमावस्या पर गंगा में लोगों ने डुबकी लगायी और सुख समृद्धि के लिए प्रार्थनाएं की. ये माघ माह की मौनी अमावस्या है. मौनी अमावस्या पर गंगा स्नान अमृत के समान माना जाता है. मौनी अमावस्या शनिवार को होने से शनि अमावस्या का भी संयोग है. शनि देव और पितरों को प्रसन्न करने के लिए इस साल की मौनी अमावस्या बहुत महत्व पूर्ण मानी जा रही है. इस दिन 4 शुभ योग का संयोग बन रहा है. शास्त्रों के अनुसार मौनी अमावस्या पर स्नान और दान करने से अक्षय पुण्य मिलता है.
मान्यता है कि स्नान के वक्त ॐ नमो गंगायै विश्वरूपिण्यै नारायण्यै नमो नमः मंत्र का जाप करें, तो इससे व्यक्ति स्वर्ग में स्नान प्राप्त होता है. ये मंत्र हर कार्य में सफलता प्रदान करता है. शनिश्चरी अमावस्या के संयोग में गंगा स्नान करने से अश्वमेघ यज्ञ करने के समान फल मिलता है.
मौनी अमावस्या पर ये 3 काम करने से होगा फायदा-
1- मौनी अमावस्या के दिन सूर्योदय से पूर्व गंगा स्नान के बाद सूर्यदेव को गंगाजल में तिल मिलाकर अर्घ्य दें. जल चढ़ाकर तीन पर उसी स्थान पर परिक्रमा लगाएं. फिर मौन व्रत का संकल्प लें.
2- मौनी अमावस्या पर मौन रहकर भगवान विष्णु की काले तिल से पूजा करें. शनि देव को सरसों का तेल चढ़ाएं. इस दिन मौन रहकर पितरों का तर्पण करना चाहिए. बाद में ब्राह्मण भोजन कराएं. मान्यता है इससे धन, सुख और समृद्धि में वृद्धि होती है.
3- मौनी अमावस्या पर दान करने से व्यक्ति के लिए स्वर्ग के द्वार खुल जाते हैं. मृत्यु के बाद उसे बैकुंठ धाम प्राप्त होता है. इस दिन काला तिल, अन्न, वस्त्र, सरसों का तेल, लोहा, जरुरतमंद को दान करें.
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