वाराणसी: आज सावन के अंतिम सोमवार पर बाबा विश्वनाथ के दर्शन पूजन का विशेष महत्व माना जाता है. वह भी तब, जब सावन के महीने में पूर्णिमा पड़ रही हो. यही वजह है कि 4 सोमवार तक बाबा विश्वनाथ की मंदिर में दर्शन पूजन नहीं कर पा रहे लोग भी मंदिर पहुंच रहे हैं. सुबह से ही बाबा विश्वनाथ मंदिर में भक्तों की भीड़ देखने को मिल रही है.
सावन के अंतिम सोमवार के साथ आज सोमवती पूर्णिमा पड़ने की वजह से बाबा विश्वनाथ मंदिर में भक्तों की भीड़ ज्यादा दिखाई दे रही है. मुख्य अर्चक काशी विश्वनाथ मंदिर श्रीकांत मिश्र का कहना है कि आज पावन पर्व श्रावण पूर्णिमा के साथ सावन के सोमवार का पड़ना अद्भुत संयोग है. आज के दिन बाबा भोलेनाथ को जल अर्पित करने से विष्णु और शंकर दोनों का आशीर्वाद मिलता है. यही वजह है कि लोग आज बाबा विश्वनाथ के मंदिर में दर्शन पूजन कर रहे हैं. रक्षाबंधन के मौके पर यह अद्भुत संयोग बना है, जो अपने आप में विशेष महत्व भी रखता है. जो लोग सावन के चार सोमवार तक बाबा विश्वनाथ का दर्शन पूजन नहीं कर सके थे, वह भी आज अंतिम सोमवार की वजह से दर्शन पूजन के लिए पहुंच रहे हैं. ऐसे में कोरोना काल में प्रोटोकॉल का ध्यान रखते हुए सभी को दर्शन कराए जा रहे हैं.
प्रशासन मौके पर भीड़ इकट्ठा ना हो, इसलिए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करवा रही है. एक बार में मंदिर में सिर्फ 5 लोगों को प्रवेश दिया जा रहा है और सभी के थर्मल स्कैनिंग और सैनिटाइजेशन कराने के बाद ही परिसर में प्रवेश की अनुमति है. बिना मास्क के किसी को भी मंदिर में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है.
वहीं वाराणसी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर वीवी सिंह भी दर्शन पूजन के लिए पहुंचे. उन्होंने ईटीवी भारत से बातचीत करते कहा कि भले ही कोरोना महामारी का उत्तर प्रदेश में प्रकोप बढ़ रहा हो, लेकिन डरने की बात नहीं, बाबा विश्वनाथ सब कुछ सही कर देंगे.
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