वाराणसी: सावन का महीना देवादिदेव महादेव की भक्ति और श्रद्धा के लिए जाना जाता है. यही वजह है कि पहले सोमवार से लेकर आखिरी सोमवार तक लगातार भक्तों का रेला काशी विश्वनाथ मंदिर में पहुंचता रहा. इस बार कांवड़ियों में भी जबरदस्त उत्साह देखने को मिला. आखिरी सावन सोमवार के मौके पर महादेव की नगरी काशी में भक्त देर रात से ही अपने आराध्य भगवान शिव के दर्शन करने के लिए लंबी कतार लगाकर अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं.
काशी विश्वनाथ मंदिर विस्तारीकरण योजना के तहत इस बार सावन में ज्यादा से ज्यादा भक्तों को दर्शन कराने के लिए गर्वगृह के अंदर प्रवेश पर रोक लगा दी गई थी. ऐसा इसलिये किया गया कि कम समय में ज्यादा भक्त झांकी दर्शन कर भोलेनाथ से अपनी मनोकामनाएं पूरी करने का आशीर्वाद प्राप्त कर सकें. भोर में करीब 4 बजे मंगला आरती खत्म होने के बाद जब बाबा विश्वनाथ मंदिर के कपाट खोले गए तो भक्तों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला.
रात बारह बजे से ही लाइन में लगकर अपनी पारी का इंतजार करने वाले भक्तों के अंदर कहीं से भी थकान महसूस नहीं हो रही थी. बोल बम और हर-हर महादेव के नारों के साथ भक्त आगे बढ़े और बाबा का अभिषेक कर अपने लिए आशीर्वाद मांगा. कई भक्त तो ऐसे भी थे जो खुद के साथ-साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और देश के लिए भी बाबा से आशीर्वाद मांगने के लिए पहुंचे थे.
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फिलहाल सावन के अंतिम सोमवार के मौके पर महादेव की नगरी काशी पूरी तरह से शिव भक्ति में लीन दिखाई दे रही है. चारो सोमवारों को मिलाकर देखा जाए तो लाखों लोगों ने अब तक बाबा विश्वनाथ मंदिर में माथा टेका है और यह सिलसिला आगे भी जारी है, जो आज पूरे दिन चलता रहेगा. इसके साथ ही वाराणसी के अन्य शिवालयों में भी भक्तों की जबरदस्त भीड़ देखने को मिल रही है.