ETV Bharat / state

देव दीपावली पर दशाश्वमेध घाट पर भव्य गंगा आरती होगी, ये है तैयारी

author img

By

Published : Nov 5, 2022, 9:23 PM IST

वाराणसी के दशाश्वमेध घाट पर 7 नवंबर को मनाई जाने वाली देव दीपावली में इस बार भव्य गंगा आरती की जाएगी.

देव दीपावली पर दशाश्वमेध घाट पर होगी भव्य गंगा आरती
देव दीपावली पर दशाश्वमेध घाट पर होगी भव्य गंगा आरती

वाराणसी: देव दीपावली का पर्व 7 नवंबर को मनाया जाएगा. इस बार दशाश्वमेध घाट (Dashashwamedh Ghat) पर होने वाली महाआरती हर साल की अपेक्षा और भी बृहद रूप में होगी. जनपद में अनवरत तीन दशक से भी ज्यादा समय से आध्यात्मिकता और राष्ट्रवाद को संकल्पित समर्पित विश्व प्रसिद्ध देव दीपावली महोत्सव इस वर्ष भी राष्ट्र के अमर वीर योद्धाओं को समर्पित रहेगी. साथ ही साथ वर्षों से चली आ रही एक संकल्प गंगा किनारे के माध्यम से मां गंगा को स्वच्छ एवं निर्मल बनाने के लिए गंगा सेवा निधि द्वारा देव दीपावली महोत्सव में देश-विदेश से आये हुए लाखों श्रद्धालुओं व पर्यटकों को संकल्प दिलाकर संस्था द्वारा यह आवाहन किया जायेगा.

बता दें कि गंगा सेवा निधि के अध्यक्ष सुशांत मिश्र ने बताया कि अपने स्वजनों की स्मृति में आकाशदीप की परिकल्पना के साथ देश भक्ति को आज से दो दशक से भी ज्यादा समय काल पूर्व अर्थात 1999 कारगिल युद्ध विजय के उपलक्ष्य में हमने अमर शहीदों के पुण्य स्मृति में आकाशदीप संकल्प का विस्तारीकरण एवं राष्ट्रीय रूप दिया था. संस्था द्वारा भारत अमर वीर योद्धाओं की स्मृति में सम्पूर्ण कार्तिक मास आकाश दीप जलाया जाता है.

गंगा सेवा निधि द्वारा आयोजित आध्यात्मिकता और राष्ट्रवाद को समर्पित भव्य देव दीपावली महोत्सव के साथ ही आकाशदीप का समापन किया जाता है. इसके अलावा भारत के अमर वीर योद्धाओं को भगीरथ शौर्य सम्मान से सम्मानित भी किया जाता है. काशी में सदियों से गंगा घाटों पर अपने पूर्वजों की स्मृति में उनके स्वर्ग लोक की यात्रा के मार्ग को आलोकित करने के लिए आकाश दीप जलाने की परंपरा रही है. आकाश-दीप से जुड़े कथानकों में ऐसी मान्यता है कि महाभारत युद्ध में प्राण विसर्जित करने वाले वीरों की स्मृति में भीष्म ने कार्तिक मास में दीप मालिकाओं से उन्हें सन्तर्पण दिया था. यह महोत्सव 07 नवंबर सोमवार को सायंकाल 5:20 बजे वृहद रूप में दशाश्वमेध घाट पर आयोजित किया जाएगा.


इस कार्यक्रम की शुरुवात अतिथिवृन्द द्वारा गंगा सेवा निधि के संस्थापक स्मृतिशेष पं. सत्येन्द्र मिश्र को पुष्पांजलि अर्पित करके होगा. इसके बाद प्रो रेवती साकलकर द्वारा गणपति वंदना व देश भक्ति गीतों की प्रस्तुति की जायेगी. गंगा सेवा निधि द्वारा बनाये गए अमर जवान ज्योति जिसकी अनुकृति भव्य रूप से संस्था के कोषाध्यक्ष आशीष तिवारी द्वारा संस्था की तरफ से रिथ लेईंग की जायगी.

तत्पश्चात जनरल ऑफिसर कमांडिंग मुख्यालय पूर्व उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश सब एरिया ब्रिगेडियर राजीव नाग्याल एसएमवीएसएम 39 जी.टी.सी. वाराणसी एयर कमाडोर अनुज गुप्ता विएसएम एयर ऑफिसर कमोडिंग, 4 वायु सेना प्रवरण बोर्ड, वाराणसी कमांडेंट (Varanasi Commandant) अनिल कुमार वृक्ष, 95 बटालियन सीआरपीएफ. वाराणसी कमांडेंट मनोज शर्मा, 11वीं वाहिनी एनडीआरएफ वाराणसी (NDRF Varanasi) एवं वाराणसी पुलिस (Varanasi Police) के वरिष्ठ अधिकारी द्वारा रिथ लेग किया जायेगा. 39 जीटीसी के जवानों द्वारा लास्ट पोस्ट व गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया जाएगा.

यह भी पढ़ें- चीफ सेक्रेटरी बोले, यूपी की अर्थव्यवस्था को एक ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचाने में आईआईटी कानपुर सरकार के साथ

वाराणसी: देव दीपावली का पर्व 7 नवंबर को मनाया जाएगा. इस बार दशाश्वमेध घाट (Dashashwamedh Ghat) पर होने वाली महाआरती हर साल की अपेक्षा और भी बृहद रूप में होगी. जनपद में अनवरत तीन दशक से भी ज्यादा समय से आध्यात्मिकता और राष्ट्रवाद को संकल्पित समर्पित विश्व प्रसिद्ध देव दीपावली महोत्सव इस वर्ष भी राष्ट्र के अमर वीर योद्धाओं को समर्पित रहेगी. साथ ही साथ वर्षों से चली आ रही एक संकल्प गंगा किनारे के माध्यम से मां गंगा को स्वच्छ एवं निर्मल बनाने के लिए गंगा सेवा निधि द्वारा देव दीपावली महोत्सव में देश-विदेश से आये हुए लाखों श्रद्धालुओं व पर्यटकों को संकल्प दिलाकर संस्था द्वारा यह आवाहन किया जायेगा.

बता दें कि गंगा सेवा निधि के अध्यक्ष सुशांत मिश्र ने बताया कि अपने स्वजनों की स्मृति में आकाशदीप की परिकल्पना के साथ देश भक्ति को आज से दो दशक से भी ज्यादा समय काल पूर्व अर्थात 1999 कारगिल युद्ध विजय के उपलक्ष्य में हमने अमर शहीदों के पुण्य स्मृति में आकाशदीप संकल्प का विस्तारीकरण एवं राष्ट्रीय रूप दिया था. संस्था द्वारा भारत अमर वीर योद्धाओं की स्मृति में सम्पूर्ण कार्तिक मास आकाश दीप जलाया जाता है.

गंगा सेवा निधि द्वारा आयोजित आध्यात्मिकता और राष्ट्रवाद को समर्पित भव्य देव दीपावली महोत्सव के साथ ही आकाशदीप का समापन किया जाता है. इसके अलावा भारत के अमर वीर योद्धाओं को भगीरथ शौर्य सम्मान से सम्मानित भी किया जाता है. काशी में सदियों से गंगा घाटों पर अपने पूर्वजों की स्मृति में उनके स्वर्ग लोक की यात्रा के मार्ग को आलोकित करने के लिए आकाश दीप जलाने की परंपरा रही है. आकाश-दीप से जुड़े कथानकों में ऐसी मान्यता है कि महाभारत युद्ध में प्राण विसर्जित करने वाले वीरों की स्मृति में भीष्म ने कार्तिक मास में दीप मालिकाओं से उन्हें सन्तर्पण दिया था. यह महोत्सव 07 नवंबर सोमवार को सायंकाल 5:20 बजे वृहद रूप में दशाश्वमेध घाट पर आयोजित किया जाएगा.


इस कार्यक्रम की शुरुवात अतिथिवृन्द द्वारा गंगा सेवा निधि के संस्थापक स्मृतिशेष पं. सत्येन्द्र मिश्र को पुष्पांजलि अर्पित करके होगा. इसके बाद प्रो रेवती साकलकर द्वारा गणपति वंदना व देश भक्ति गीतों की प्रस्तुति की जायेगी. गंगा सेवा निधि द्वारा बनाये गए अमर जवान ज्योति जिसकी अनुकृति भव्य रूप से संस्था के कोषाध्यक्ष आशीष तिवारी द्वारा संस्था की तरफ से रिथ लेईंग की जायगी.

तत्पश्चात जनरल ऑफिसर कमांडिंग मुख्यालय पूर्व उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश सब एरिया ब्रिगेडियर राजीव नाग्याल एसएमवीएसएम 39 जी.टी.सी. वाराणसी एयर कमाडोर अनुज गुप्ता विएसएम एयर ऑफिसर कमोडिंग, 4 वायु सेना प्रवरण बोर्ड, वाराणसी कमांडेंट (Varanasi Commandant) अनिल कुमार वृक्ष, 95 बटालियन सीआरपीएफ. वाराणसी कमांडेंट मनोज शर्मा, 11वीं वाहिनी एनडीआरएफ वाराणसी (NDRF Varanasi) एवं वाराणसी पुलिस (Varanasi Police) के वरिष्ठ अधिकारी द्वारा रिथ लेग किया जायेगा. 39 जीटीसी के जवानों द्वारा लास्ट पोस्ट व गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया जाएगा.

यह भी पढ़ें- चीफ सेक्रेटरी बोले, यूपी की अर्थव्यवस्था को एक ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचाने में आईआईटी कानपुर सरकार के साथ

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.