वाराणसी: देव दीपावली के पर्व को लेकर काशी में अब तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. सूरज के अस्त होने के साथ ही काशी के घाट रोशनी से जगमगा उठेंगे. इस पर्व को काशी के लोग खुद का पर्व कहते हैं. यही वजह है कि काशी के घाटों को महिलाएं, पुरुष, बच्चे, वृद्ध हर कोई मिलकर अपने तरीके से सजाता है और इसकी बानगी काशी के अलग-अलग घाटों पर देखने को मिलती है.
काशी के 84 घाटों की लंबी श्रृंखला दीयों की रोशनी से जगमगा उठेगी. इसे लेकर काशी के घाटो पर तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. काशी के सबसे बड़े जन उत्सव में अभी से सभी की सहभागिता देखने को मिल रही है. इस महापर्व में हर उम्र के लोग हिस्सा ले रहे हैं. घाट पर रंगोली के जरिए महादेव की रंगोली तैयार की गई है. छात्र-छात्राएं कई दिनों की मेहनत के बाद अब इस देव दीपावली को अंतिम रुप दे चुके हैं.