वाराणसी: उत्तर प्रदेश के घोसी में हुए उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी को बड़ी हार का सामना करना पड़ा. भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी समाजवादी पार्टी छोड़कर बीजेपी में आए थे. उन्हें समाजवादी पार्टी के ही प्रत्याशी ने पटखनी दे दी. इसके बाद अब सवाल उठने लगा है कि आखिर कमी कहां रह गई और क्या प्रत्याशी के चयन में ही भाजपा ने गलती कर दी. जब इस संदर्भ में योगी के मंत्री रविंद्र जायसवाल से वाराणसी में सवाल किया गया तो उन्होंने कुछ अलग ही अंदाज में सफाई दी.
दरअसल, वाराणसी में विकास कार्यों का निरीक्षण करने के लिए निकले मंत्री रविंद्र जायसवाल से जब घोसी में हुई हार के बारे में पूछा गया तो उनका कहना था कि समाजवादी पार्टी की सीट थी और समाजवादी पार्टी के पास ही चली गई. उनसे जब यह पूछा गया की कमी कहां रह गई तो उनका कहना था कि हमने अपनी ओर से पूरा प्रयास किया लेकिन वह सीट हमारी थी ही नहीं समाजवादी पार्टी पहले से ही उसे पर काबिज थी और समाजवादी पार्टी ने फिर से वह सीट जीत ली.
जब उनसे यह पूछा गया कि क्या आपके प्रत्याशी के ऊपर जो स्याही फेंकी गई और विरोध हुआ उसका ही यह नतीजा था, तो उन्होंने हंसते हुए जवाब दिया हमारे जो प्रत्याशी थे वह कई दलों से होते हुए हमारे दल में आए थे. उनकी किसी से कोई पुरानी दुश्मनी होगी जिसकी वजह से उनके ऊपर किसी ने स्याही फेंकी गई थी.
रवींद्र जायसवाल का कहना था कि वह सीट भाजपा के पास पहले भी नहीं थी. समाजवादी पार्टी पहले से ही उस पर काबिज थी और फिर से वह समाजवादी पार्टी के पास ही चली गई है. उनका कहना है कि भाजपा ने प्रत्याशी चुनने में गलती नहीं की जो प्रत्याशी थे उनके किसी से पुराने गिले शिकवे होंगे, लोगों का भाजपा के प्रति सम्मान था लेकिन गिले शिकवे प्रत्याशी से थे जिसकी वजह से यह हार मिली.