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नगर निगम के अधिकारी ने रिटायरमेंट के बाद भी नहीं छोड़ा सरकारी आवास, विभाग ने जबरन कराया खाली - रिटायर अधिकारी का सरकारी आवास कब्जा

वाराणसी में पूर्व नगर स्वास्थ्य अधिकारी (Varanasi Municipal Corporation ) ने सरकारी आवास पर कब्जा जमाए रखा. नोटिस के बाद भी उन पर कोई फर्क नहीं पड़ रहा था. शनिवार को पुलिस की मौजूदगी में आवास को खाली करा दिया गया.

वाराणसी
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Published : Jul 1, 2023, 3:59 PM IST

वाराणसी : जिले के पूर्व नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने तबादला होने के बाद भी घोड़ा अस्पताल स्थित सरकारी आवास को खाली नहीं किया. इतना ही नहीं रिटायरमेंट के बाद भी कब्जा जमाए रखा. विभाग ने कई बार नोटिस भी दिया, लेकिन इसका कोई असर नहीं हुआ. विभाग के अनुसार लगभग 30 साल से आवास पर कब्जा था. शनिवार को पुलिस की मौजूदगी में नगर आयुक्त शिपू गिरी के निर्देश पर जबरन आवास को खाली कराया गया. इसके बाद विभाग ने अपना ताला लगा दिया.

नोटिस का भी नहीं दिया जवाब : वाराणसी नगर निगम के जनसंपर्क अधिकारी संदीप श्रीवास्तव ने बताया कि डॉ. विद्यासागर सिंह वर्ष 1990 में नगर निगम वाराणसी में नगर स्वास्थ्य अधिकारी के पद पर तैनात थे. उस समय राजस्व विभाग की ओर से उन्हें घोड़ा अस्पताल स्थित भवन में आवास आवंटित किया गया था. दिसंबर 1990 में उनका तबादला हो गया था. इसके बावजूद उन्होंने आवास खाली नहीं किया. तबादले के कुछ साल बाद वे पद से रिटायर भी हो गए. इसके बावजूद आवास नहीं छोड़ा. इस दौरान विभाग की ओर से उन्हें कई बार आवास खाली करने का नोटिस भी दिया गया, लेकिन न तो उन्होंने आवास खाली किया, और न ही नोटिस का जवाब दिया. लगभग 30 साल तक उन्होंने सरकारी आवास पर कब्जा जमाए रखा.

डेढ़ करोड़ रुपए किराया वसूलेगा विभाग : जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि शनिवार को पुलिस की मौजूदगी में नगर आयुक्त शिपू गिरी के निर्देश पर जबरन आवास को खाली कराया गया. इसके बाद विभाग ने अपना ताला लगा दिया. पूर्व अधिकारी से अब नगर निगम 30 साल का बकाया किराया वसूलेगा. लगभग डेढ़ करोड़ रुपए का किराया वसूल किया जाना है. नगर निगम अपनी अन्य संपत्तियों से भी कब्जा हटवाने की कार्रवाई कर रहा है.

यह भी पढ़ें : सर्व सेवा संघ भवन पर नहीं चलेगा बुलडोजर, हाईकोर्ट ने लगाई रोक

वाराणसी : जिले के पूर्व नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने तबादला होने के बाद भी घोड़ा अस्पताल स्थित सरकारी आवास को खाली नहीं किया. इतना ही नहीं रिटायरमेंट के बाद भी कब्जा जमाए रखा. विभाग ने कई बार नोटिस भी दिया, लेकिन इसका कोई असर नहीं हुआ. विभाग के अनुसार लगभग 30 साल से आवास पर कब्जा था. शनिवार को पुलिस की मौजूदगी में नगर आयुक्त शिपू गिरी के निर्देश पर जबरन आवास को खाली कराया गया. इसके बाद विभाग ने अपना ताला लगा दिया.

नोटिस का भी नहीं दिया जवाब : वाराणसी नगर निगम के जनसंपर्क अधिकारी संदीप श्रीवास्तव ने बताया कि डॉ. विद्यासागर सिंह वर्ष 1990 में नगर निगम वाराणसी में नगर स्वास्थ्य अधिकारी के पद पर तैनात थे. उस समय राजस्व विभाग की ओर से उन्हें घोड़ा अस्पताल स्थित भवन में आवास आवंटित किया गया था. दिसंबर 1990 में उनका तबादला हो गया था. इसके बावजूद उन्होंने आवास खाली नहीं किया. तबादले के कुछ साल बाद वे पद से रिटायर भी हो गए. इसके बावजूद आवास नहीं छोड़ा. इस दौरान विभाग की ओर से उन्हें कई बार आवास खाली करने का नोटिस भी दिया गया, लेकिन न तो उन्होंने आवास खाली किया, और न ही नोटिस का जवाब दिया. लगभग 30 साल तक उन्होंने सरकारी आवास पर कब्जा जमाए रखा.

डेढ़ करोड़ रुपए किराया वसूलेगा विभाग : जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि शनिवार को पुलिस की मौजूदगी में नगर आयुक्त शिपू गिरी के निर्देश पर जबरन आवास को खाली कराया गया. इसके बाद विभाग ने अपना ताला लगा दिया. पूर्व अधिकारी से अब नगर निगम 30 साल का बकाया किराया वसूलेगा. लगभग डेढ़ करोड़ रुपए का किराया वसूल किया जाना है. नगर निगम अपनी अन्य संपत्तियों से भी कब्जा हटवाने की कार्रवाई कर रहा है.

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