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ज्ञानवापी श्रृंगार गौरी मामले में 7 मुकदमों की सुनवाई पर 12 जुलाई को कोर्ट तय करेगी शेड्यूल - ज्ञानवापी श्रृंगार गौरी केस

ज्ञानवापी श्रृंगार गौरी मामले में 7 मुकदमों की सुनवाई पर कोर्ट 12 जुलाई को शेड्यूल तय करेगी. चलिए जानते हैं इस बारे में.

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Published : Jul 7, 2023, 4:06 PM IST

वाराणसी: ज्ञानवापी श्रृंगार गौरी मामले को लेकर एक बार फिर से सुनवाई हो गई. पिछले महीने कोर्ट ने 7 जुलाई को सुनवाई की तिथि मुकर्रर की थी. इसके बाद आज जिला जज की अदालत में हिंदू पक्ष की ओर से सात केस एक साथ सुनने के लिए दाखिल याचिका पर सुनवाई होनी थी. इसके अलावा एडीजे नवम के यहां अखिलेश यादव और ओवैसी के खिलाफ भी सुनवाई जारी है. फिलहाल जिला जज की अदालत में होने वाली सुनवाई को टाल दिया गया है और अब 12 जुलाई को कोर्ट ने दोनों पक्षों को तलब किया है. फिलहाल कोर्ट ने 12 जुलाई को 7 केस का शेड्यूल बनाने के बाद इस मामले में सुनवाई शुरू करने के लिए कहा है.

वादी पक्ष के अधिवक्ता ने दी यह जानकारी.
दरअसल, जिला जज के न्यायालय में हिंदू पक्ष की तरफ से अलग-अलग दाखिल किए गए. 7 केस की एक जगह सुनवाई करने की याचिका पर आज से जिला जज अजय कृष्णा विश्वेश की अदालत में सुनवाई शुरू होनी थी. इस मामले में मामले से जुड़ी वादिनी लक्ष्मी देवी, रेखा पाठक, सीता साहू और मंजू व्यास ने जिला जज की अदालत में प्रार्थना पत्र देकर सात मामलों की सुनवाई एक साथ एक ही अदालत में करने की मांग पिछले दिनों की थी. इस पर एक कोर्ट में होने की याचिका पर जिला जज ने 22 मई को सभी केस को एक साथ सुनने का आदेश दिया था और सभी वाद का शेड्यूल तय करते हुए सभी की सुनवाई एक साथ चलने की बात कही थी. आज जिला जज के अवकाश पर रहने की वजह से इस पर सुनवाई शुरू नहीं हो सकी इसलिए 12 जुलाई की तिथि मुकर्रर की गई है.

वहीं, अपर सत्र न्यायाधीश नवम विनोद यादव की अदालत में भी ज्ञानवापी मामले में स्पीच के प्रकरण को लेकर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी सहित अन्य के खिलाफ दायर की गई याचिका पर भी सुनवाई शुरू हो गई है. कोर्ट में सिविल कोर्ट के एडवोकेट हरिशंकर पांडे के प्रार्थना पत्र पर सुनवाई हो रही है. इस मामले को हालांकि कोर्ट ने पहले पोषणीय ना मानते हुए खारिज कर दिया था लेकिन इस प्रकरण में पुनः निगरानी याचिका दायर की गई है जिस पर कोर्ट से सुनवाई शुरू कर चुका है.

बता दें कि ज्ञानवापी श्रृंगार गौरी मामले में 7 मामलों की सुनवाई एक साथ एक कोर्ट में करने की मांग की गई है. इसमें छह सिविल जज सीनियर और किरण सिंह बिसेन का एक केस भगवान आदि विशेश्वर के फास्ट ट्रैक कोर्ट में चल रहा था. इस मामले में हिंदू पक्ष अलग-अलग बटा हुआ है इस प्रकरण में पहले वाद दाखिल करने वाली राखी सिंह और विश्व वैदिक सनातन संघ प्रमुख जितेंद्र सिंह बिसेन ने पहले खुद को अलग करने का ऐलान भी किया था. हालांकि बाद में प्रतापगढ़ कुंडा के बड़े राजा साहब उदय प्रताप सिंह ने आगे आकर ज्ञानवापी केस बर्बादी लड़ने की बात कही थी. जिसे लेकर वह वाराणसी भी पहुंचे हुए हैं उन्होंने सभी हिंदू पक्ष को एक साथ एकजुट करके मुकदमे को आगे बढ़ाने की भी बात कही है.

ये हैं सात मुकदमें
1.लक्ष्मी देवी बनाम आदि विशेश्वर
2.लक्ष्मी देवी बनाम मां गंगा
3.लक्ष्मी देवी बनाम स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद
4.लक्ष्मी देवी बनाम विश्वेश्वर
5.लक्ष्मी देवी बनाम सत्यम त्रिपाठी
6.लक्ष्मी देवी बनाम मां श्रृंगार गौरी
7. लक्ष्मी देवी बनाम नंदी महाराज

ये भी पढे़ंः श्रृंगार गौरी की नियमित पूजा मामले में हाईकोर्ट से मुस्लिम पक्ष को झटका, याचिका खारिज

वाराणसी: ज्ञानवापी श्रृंगार गौरी मामले को लेकर एक बार फिर से सुनवाई हो गई. पिछले महीने कोर्ट ने 7 जुलाई को सुनवाई की तिथि मुकर्रर की थी. इसके बाद आज जिला जज की अदालत में हिंदू पक्ष की ओर से सात केस एक साथ सुनने के लिए दाखिल याचिका पर सुनवाई होनी थी. इसके अलावा एडीजे नवम के यहां अखिलेश यादव और ओवैसी के खिलाफ भी सुनवाई जारी है. फिलहाल जिला जज की अदालत में होने वाली सुनवाई को टाल दिया गया है और अब 12 जुलाई को कोर्ट ने दोनों पक्षों को तलब किया है. फिलहाल कोर्ट ने 12 जुलाई को 7 केस का शेड्यूल बनाने के बाद इस मामले में सुनवाई शुरू करने के लिए कहा है.

वादी पक्ष के अधिवक्ता ने दी यह जानकारी.
दरअसल, जिला जज के न्यायालय में हिंदू पक्ष की तरफ से अलग-अलग दाखिल किए गए. 7 केस की एक जगह सुनवाई करने की याचिका पर आज से जिला जज अजय कृष्णा विश्वेश की अदालत में सुनवाई शुरू होनी थी. इस मामले में मामले से जुड़ी वादिनी लक्ष्मी देवी, रेखा पाठक, सीता साहू और मंजू व्यास ने जिला जज की अदालत में प्रार्थना पत्र देकर सात मामलों की सुनवाई एक साथ एक ही अदालत में करने की मांग पिछले दिनों की थी. इस पर एक कोर्ट में होने की याचिका पर जिला जज ने 22 मई को सभी केस को एक साथ सुनने का आदेश दिया था और सभी वाद का शेड्यूल तय करते हुए सभी की सुनवाई एक साथ चलने की बात कही थी. आज जिला जज के अवकाश पर रहने की वजह से इस पर सुनवाई शुरू नहीं हो सकी इसलिए 12 जुलाई की तिथि मुकर्रर की गई है.

वहीं, अपर सत्र न्यायाधीश नवम विनोद यादव की अदालत में भी ज्ञानवापी मामले में स्पीच के प्रकरण को लेकर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी सहित अन्य के खिलाफ दायर की गई याचिका पर भी सुनवाई शुरू हो गई है. कोर्ट में सिविल कोर्ट के एडवोकेट हरिशंकर पांडे के प्रार्थना पत्र पर सुनवाई हो रही है. इस मामले को हालांकि कोर्ट ने पहले पोषणीय ना मानते हुए खारिज कर दिया था लेकिन इस प्रकरण में पुनः निगरानी याचिका दायर की गई है जिस पर कोर्ट से सुनवाई शुरू कर चुका है.

बता दें कि ज्ञानवापी श्रृंगार गौरी मामले में 7 मामलों की सुनवाई एक साथ एक कोर्ट में करने की मांग की गई है. इसमें छह सिविल जज सीनियर और किरण सिंह बिसेन का एक केस भगवान आदि विशेश्वर के फास्ट ट्रैक कोर्ट में चल रहा था. इस मामले में हिंदू पक्ष अलग-अलग बटा हुआ है इस प्रकरण में पहले वाद दाखिल करने वाली राखी सिंह और विश्व वैदिक सनातन संघ प्रमुख जितेंद्र सिंह बिसेन ने पहले खुद को अलग करने का ऐलान भी किया था. हालांकि बाद में प्रतापगढ़ कुंडा के बड़े राजा साहब उदय प्रताप सिंह ने आगे आकर ज्ञानवापी केस बर्बादी लड़ने की बात कही थी. जिसे लेकर वह वाराणसी भी पहुंचे हुए हैं उन्होंने सभी हिंदू पक्ष को एक साथ एकजुट करके मुकदमे को आगे बढ़ाने की भी बात कही है.

ये हैं सात मुकदमें
1.लक्ष्मी देवी बनाम आदि विशेश्वर
2.लक्ष्मी देवी बनाम मां गंगा
3.लक्ष्मी देवी बनाम स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद
4.लक्ष्मी देवी बनाम विश्वेश्वर
5.लक्ष्मी देवी बनाम सत्यम त्रिपाठी
6.लक्ष्मी देवी बनाम मां श्रृंगार गौरी
7. लक्ष्मी देवी बनाम नंदी महाराज

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