वाराणसी: काशी के दशाश्वमेध घाट पर होने वाली विश्व प्रसिद्ध गंगा आरती दुनियाभर में प्रख्यात है, जो कोरोना काल की वजह से अब सिमट कर रह गई है. जहां पहले गंगा आरती में श्रद्धालुओं की भारी संख्या के बीच सात अर्चकों के द्वारा भव्य गंगा आरती का आयोजन किया जाता था, वहीं अब यह सूने घाट और एक अर्चक के साथ ही गंगा आरती हो रही है. ऐसे में परंपरा का निर्वाहन करने के लिए गंगा आरती सांकेतिक रूप में सम्पन्न हो रही है.
एक अर्चक के साथ सांकेतिक हो रही काशी की गंगा आरती
वाराणसी की विश्व प्रसिद्ध गंगा आरती पर भी कोरोना का असर हुआ है. दशाश्वमेध घाट पर होने वाली यह आरती अब सिर्फ एक अर्चक द्वारा ही की जा रही है.
एक अर्चक के साथ सांकेतिक हो रही काशी की गंगा आरती
वाराणसी: काशी के दशाश्वमेध घाट पर होने वाली विश्व प्रसिद्ध गंगा आरती दुनियाभर में प्रख्यात है, जो कोरोना काल की वजह से अब सिमट कर रह गई है. जहां पहले गंगा आरती में श्रद्धालुओं की भारी संख्या के बीच सात अर्चकों के द्वारा भव्य गंगा आरती का आयोजन किया जाता था, वहीं अब यह सूने घाट और एक अर्चक के साथ ही गंगा आरती हो रही है. ऐसे में परंपरा का निर्वाहन करने के लिए गंगा आरती सांकेतिक रूप में सम्पन्न हो रही है.