ETV Bharat / state

काशी के दो विश्वविद्यालयों का दीक्षांत समारोह तीन जनवरी को... - राज्यपाल आनंदीबेन पटेल

वाराणसी के महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ व संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में 3 जनवरी को दीक्षांत समारोह का आयोजन किया जाएगा. दोनों विश्वविद्यालयों में कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलाधिपति व राज्यपाल आनंदीबेन पटेल करेंगी.

dsafs
fdgfsdgf
author img

By

Published : Jan 2, 2022, 9:26 PM IST

वाराणसीः शहर के महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ व संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में तीन जनवरी को दीक्षांत समारोह का आयोजन किया जाएगा. दोनों विश्वविद्यालयों में कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलाधिपति व राज्यपाल आनंदीबेन पटेल करेंगी.

संस्कृत विश्वविद्यालय में पद्मश्री मालिनी अवस्थी बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करेंगी. वहीं, विद्यापीठ में एनआईटी उत्तराखंड के चेयरमैन प्रो.आर के त्यागी बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे. दोनों विश्वविद्यालयों के विद्यार्थियों को उपाधियां दी जाएंगीं.



संपूर्णानंद विश्वविद्यालय में समारोह की मुख्य अतिथि पद्मश्री मालिनी अवस्थी को उनके उत्कृष्ट कार्यो के लिए डी लिट की उपाधि दी जाएगी. विद्यापीठ में सामाजिक कार्यकर्ता विमला पोद्दार को उनके योगदान के लिए विश्वविद्यालय की ओर से मानद उपाधि दी जाएगी.




विद्यापीठ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर एके त्यागी ने बताया कि विद्यालय में इस बार कोविड-19 व राज भवन के निर्देशों का पालन करते हुए समारोह के स्वरूप को परिवर्तित किया गया है.

इस वर्ष दीक्षांत समारोह का आयोजन तीन जनवरी को गांधी अध्ययन पीठ सभागार में किया जा रहा है. बताया कि हर वर्ष समारोह में 70 लाख रुपये से लेकर एक करोड़ रुपये तक का खर्च होता था, परंतु कुछ आर्थिक समस्याओं के बाबत राजभवन के निर्देश पर इन खर्चों में कटौती की जा रही है.

साथ ही कोविड के प्रोटोकॉल का ध्यान रखते हुए सभागार में दीक्षांत समारोह का आयोजन किया जा रहा है. वहीं कुलसचिव डॉ. सुनीता पांडेय ने बताया कि इस बार विश्वविद्यालय में स्नातक के 17, स्नाकोत्तर के 47 विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल दिए जाएंगे. इसके साथ ही पीएचडी के 20, स्नातक में 53 हजार से ज्यादा व परास्नातक में 15,000 से ज्यादा उपाधियां दी जाएंगीं. कुल 73569 विद्यार्थियों को उपाधियां दी जाएंगीं.

ये भी पढ़ेंः PM मोदी ने खेल विश्वविद्यालय का किया शिलान्यास, बोले-योगी सरकार अपराधियों के साथ जेल-जेल खेल रही




संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर हरे राम त्रिपाठी ने बताया कि विश्वविद्यालय में 37 मेधावियों को 63 पदक वितरित किए जाएंगे. इसके अलावा 15520 विद्यार्थियों को शास्त्रीय आचार्य व अन्य पाठ्यक्रमों की उपाधि वितरित की जाएगी.

उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय में दीक्षांत समारोह की पूर्व संध्या पर शास्त्रार्थ व सांस्कृतिक संध्या के आयोजन की दशकों पुरानी परंपरा रही है, जो कि किन्हीं कारणों बीते सालों से नहीं निभाई जा रही थी.इस वर्ष से पुनः इस प्राचीन परंपरा का निर्वहन शुरू किया जा रहा है और आज शाम को शास्त्रार्थ गायन सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है.विश्वविद्यालय में सोमवार को 11 बजे से दीक्षांत समारोह शुरू होगा.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

वाराणसीः शहर के महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ व संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में तीन जनवरी को दीक्षांत समारोह का आयोजन किया जाएगा. दोनों विश्वविद्यालयों में कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलाधिपति व राज्यपाल आनंदीबेन पटेल करेंगी.

संस्कृत विश्वविद्यालय में पद्मश्री मालिनी अवस्थी बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करेंगी. वहीं, विद्यापीठ में एनआईटी उत्तराखंड के चेयरमैन प्रो.आर के त्यागी बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे. दोनों विश्वविद्यालयों के विद्यार्थियों को उपाधियां दी जाएंगीं.



संपूर्णानंद विश्वविद्यालय में समारोह की मुख्य अतिथि पद्मश्री मालिनी अवस्थी को उनके उत्कृष्ट कार्यो के लिए डी लिट की उपाधि दी जाएगी. विद्यापीठ में सामाजिक कार्यकर्ता विमला पोद्दार को उनके योगदान के लिए विश्वविद्यालय की ओर से मानद उपाधि दी जाएगी.




विद्यापीठ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर एके त्यागी ने बताया कि विद्यालय में इस बार कोविड-19 व राज भवन के निर्देशों का पालन करते हुए समारोह के स्वरूप को परिवर्तित किया गया है.

इस वर्ष दीक्षांत समारोह का आयोजन तीन जनवरी को गांधी अध्ययन पीठ सभागार में किया जा रहा है. बताया कि हर वर्ष समारोह में 70 लाख रुपये से लेकर एक करोड़ रुपये तक का खर्च होता था, परंतु कुछ आर्थिक समस्याओं के बाबत राजभवन के निर्देश पर इन खर्चों में कटौती की जा रही है.

साथ ही कोविड के प्रोटोकॉल का ध्यान रखते हुए सभागार में दीक्षांत समारोह का आयोजन किया जा रहा है. वहीं कुलसचिव डॉ. सुनीता पांडेय ने बताया कि इस बार विश्वविद्यालय में स्नातक के 17, स्नाकोत्तर के 47 विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल दिए जाएंगे. इसके साथ ही पीएचडी के 20, स्नातक में 53 हजार से ज्यादा व परास्नातक में 15,000 से ज्यादा उपाधियां दी जाएंगीं. कुल 73569 विद्यार्थियों को उपाधियां दी जाएंगीं.

ये भी पढ़ेंः PM मोदी ने खेल विश्वविद्यालय का किया शिलान्यास, बोले-योगी सरकार अपराधियों के साथ जेल-जेल खेल रही




संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर हरे राम त्रिपाठी ने बताया कि विश्वविद्यालय में 37 मेधावियों को 63 पदक वितरित किए जाएंगे. इसके अलावा 15520 विद्यार्थियों को शास्त्रीय आचार्य व अन्य पाठ्यक्रमों की उपाधि वितरित की जाएगी.

उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय में दीक्षांत समारोह की पूर्व संध्या पर शास्त्रार्थ व सांस्कृतिक संध्या के आयोजन की दशकों पुरानी परंपरा रही है, जो कि किन्हीं कारणों बीते सालों से नहीं निभाई जा रही थी.इस वर्ष से पुनः इस प्राचीन परंपरा का निर्वहन शुरू किया जा रहा है और आज शाम को शास्त्रार्थ गायन सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है.विश्वविद्यालय में सोमवार को 11 बजे से दीक्षांत समारोह शुरू होगा.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.