वाराणसी: पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भारत और जापान की मित्रता का प्रतीक रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर बनकर तैयार हो रहा है. खास बात यह है कि इस कन्वेंशन सेंटर के निर्माण में कृषि उत्पादों के कचरे से तैयार ईंटों का इस्तेमाल होगा. 186 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे इस रुद्राक्ष सेंटर में 12 सौ लोगों के बैठने की व्यवस्था है.
सिगरा स्थित नगर निगम मुख्यालय के बगल में रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर बनाया जा रहा है. यह भारत और जापान की मित्रता का प्रतीक है. क्योंकि इसे जापानी कंपनी फुजिता की ओर से बनाया जा रहा है. संगीत तीर्थ के लिए जापानी तकनीकी व वास्तुकला का यह रुद्राक्ष सेंटर नायाब नमूना है. सेंटर का ऊपरी हिस्सा शिवलिंग-अरघा और उस पर बाबा भोलेनाथ पंचमुखी रुद्राक्ष की तरह दिखेगा. इस रुद्राक्ष सेंटर के हॉल में लगने वाली स्क्रीन भी विदेश से आएगी.
पीएम मोदी व जापानी पीएम ने रखी थी नींव
2.87 हेक्टेयर क्षेत्र में बन रहे कन्वेंशन सेंटर की नीव दिसंबर 2015 में रखी गई थी. उस दौरान भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ जापान के तत्कालीन प्रधानमंत्री शिंजो आबे बनारस आए थे. उसी समय जापानी पीएम ने कन्वेंशन सेंटर बनाने का प्रस्ताव रखा था. कन्वेंशन सेंटर की डिजाइन पर जापान की मोहर लगते ही जुलाई 2018 में इसका शिलान्यास हुआ.
कोरोना के कारण कार्य पर लगी थी ब्रेक
रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर का काम मार्च 2020 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन कोरोना वायरस के कारण इसके निर्माण कार्य पर ब्रेक लग गया था. अब ऐसा माना जा रहा है कि इसका काम दिसंबर 2020 तक पूरा हो जाएगा. अभी तक सेंटर को लगभग दो मंजिला भवन की शक्ल मिल चुकी है.
बोले अधिकारी
नगर आयुक्त गौरांग राठी ने बताया कि रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर का निर्माण तेरी से चल रहा है. यह तय समय में बनकर तैयार हो जाएगा. यह भारत और जापान की दोस्ती का प्रतीक है. अभी से ही इस का अद्भुत स्वरूप निखर कर सामने आने लगा है.