वाराणसी: जिले में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को काले झंडे दिखाने वाले कांग्रेस के 9 कार्यकर्ताओं को कोर्ट के आदेश के बाद भी अब तक नहीं छोड़ा गया है. इससे आक्रोशित कांग्रेस कार्यकर्ता और अधिवक्ताओं ने गुरुवार को एसीएम चतुर्थ को पत्रक सौंपा, लेकिन उसके बाद भी कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को रिहा नहीं किया गया. इस पर शुक्रवार को सैकड़ों की संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कंटोनमेंट क्षेत्र में स्थित डीएम आवास का घेराव करना चाहा, परन्तु रास्ते में ही उन्हें भारी पुलिस बल ने रोक लिया.
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पुलिस प्रशासन द्वारा रास्ता रोके जाने के बाद सभी कांग्रेस कार्यकर्ता कंटोनमेंट क्षेत्र में सड़क पर बैठकर विरोध प्रदर्शन करते हुए जिलाधिकारी से मिलने की मांग करने लगे. बाद में एडीएम द्वारा जिलाधिकारी से मिलाने के आश्वासन पर उन्होंने अपना धरना समाप्त किया.
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इस बाबत कांग्रेस पार्टी के जिलाध्यक्ष राजेश्वर सिंह पटेल ने कहा कि डीएम बीजेपी के रबड़ स्टांप के रूप में काम कर रहे हैं. जो कि हम कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे. यदि कोर्ट ने आदेश दिया है कि कार्यकर्ताओं को रिहा कर दिया जाए तो आखिर जिला प्रशासन उन्हें रिहा क्यों नहीं कर रही है.
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कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने आरोप लगाया कि प्रशासन सरकार के बोझ तले दबी हुई है. उन्होंने कहा कि डीएम ने हमसे मुलाकात करने की बात कही है. यदि मुलाकात के बाद भी उन्होंने कार्यकर्ताओं को नहीं छोड़ा तो इससे भी उग्र आंदोलन करने को हम बाध्य होंगे.