वाराणसी: केंद्र सरकार द्वारा महिला आरक्षण विधेयक लोकसभा और राज्यसभा में पास कर दिया गया है. इसका समर्थन तमाम दलों के नेताओं ने किया. मगर कुछ विपक्षी पार्टियों ने इसको लेकर कई सवाल खड़े करते हुए विरोध दर्ज कराया है. इनमें से एक कांग्रेस पार्टी भी है. वाराणसी में शुक्रवार को कांग्रेस ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की, जिसमें पार्टी ने इस विधेयक को लेकर सवाल उठाए. इस दौरान कांग्रेस की महिला नेताओं ने देश में महिला आरक्षण के मुद्दे पर 'मोदी सरकार को बेनकाब' कार्यक्रम का आयोजन किया और मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला.
वाराणसी जिला एवं महानगर कांग्रेस के संयुक्त तत्वावधान में पराड़कर भवन हॉल में कांग्रेस की महिला नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की. जिसमें महाराष्ट्र में कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष और शोलापुर से तीन बार विधायक परिणीति शिंदे ने आरक्षण बिल का मुद्दा उठाया. कांग्रेस नेता ने वर्तमान चुनाव में महिला आरक्षण बिल लागू करने की मांग की. इसके साथ ही शिंदे ने कांग्रेस द्वारा महिलाओं के लिए किए गए कामों को गिनाया.
कांग्रेस ने महिलाओं को उच्च पदों पर जिम्मेदारी दी: परिणीति शिंदे ने कहा कि कांग्रेस ने भी अपनी सरकार के दौरान महिला बिल लाने की कवायद की थी. कांग्रेस ने महिलाओं को आरक्षण अनिवार्यता के बिना अहम भागीदारी भी दी. इसके साथ ही पार्टी ने अपनी राष्ट्रीय अध्यक्ष की कमान भी महिला को दी. साथ ही साथ कांग्रेस सरकार में कई उच्च पदों पर महिलाओं को जिम्मेदारी दी गई. बीजेपी महिलाओं को लेकर बिल्कुल संवेदनशील नहीं है. बीजेपी इस तरह की केवल जुमलेबाजी कर रही है. राज्यों के साथ केंद्र के चुनाव को मद्देनजर रखा गया है. यह विधेयक लागू नहीं किया जा रहा है.
विशेष सत्र बुलाने की सरकार की क्या मजबूरी थी: कांग्रेस नेता परिणीति शिंदे ने कहा, महिला आरक्षण को आने वाले 10 साल तक लोकसभा और राज्यसभा में नहीं मिलने वाला है. भाजपा सरकार इस विधेयक के सहारे राजनीति कर रही है. केंद्र में बैठी मोदी सरकार की ऐसी क्या मजबूरी थी जो विशेष सत्र बुलाकर इस विधायक को दोनों सदन मे पास किया गया. उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से इसे अभी लागू नहीं किया जा रहा है. इसे अभी राजनीति के लिए प्रयोग किया जाएगा. शिंदे ने कहा कि इस विधेयक को लेकर कांग्रेस शुरू से ही कई बार मुद्दा उठा चुकी है. इतना ही नहीं इस विधेयक का विरोध खुद बीजेपी कर चुकी है.
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कांग्रेस विधायक परिणीति बोलीं- सरकार महिला आरक्षण विधेयक नहीं करेगी लागू, मोदी सिर्फ कर रहे जुमलेबाजी
वाराणसी में कांग्रेस ने महिला आरक्षण विधेयक(Women Reservation Bill) पर सवाल उठाए गए. इस दौरान विधायक शिंदे (Congress MLA Parineeti Shinde) ने कहा कि बीजेपी इस तरह की केवल जुमलेबाजी कर रही है.
By ETV Bharat Uttar Pradesh Team
Published : Sep 29, 2023, 10:23 PM IST
वाराणसी: केंद्र सरकार द्वारा महिला आरक्षण विधेयक लोकसभा और राज्यसभा में पास कर दिया गया है. इसका समर्थन तमाम दलों के नेताओं ने किया. मगर कुछ विपक्षी पार्टियों ने इसको लेकर कई सवाल खड़े करते हुए विरोध दर्ज कराया है. इनमें से एक कांग्रेस पार्टी भी है. वाराणसी में शुक्रवार को कांग्रेस ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की, जिसमें पार्टी ने इस विधेयक को लेकर सवाल उठाए. इस दौरान कांग्रेस की महिला नेताओं ने देश में महिला आरक्षण के मुद्दे पर 'मोदी सरकार को बेनकाब' कार्यक्रम का आयोजन किया और मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला.
वाराणसी जिला एवं महानगर कांग्रेस के संयुक्त तत्वावधान में पराड़कर भवन हॉल में कांग्रेस की महिला नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की. जिसमें महाराष्ट्र में कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष और शोलापुर से तीन बार विधायक परिणीति शिंदे ने आरक्षण बिल का मुद्दा उठाया. कांग्रेस नेता ने वर्तमान चुनाव में महिला आरक्षण बिल लागू करने की मांग की. इसके साथ ही शिंदे ने कांग्रेस द्वारा महिलाओं के लिए किए गए कामों को गिनाया.
कांग्रेस ने महिलाओं को उच्च पदों पर जिम्मेदारी दी: परिणीति शिंदे ने कहा कि कांग्रेस ने भी अपनी सरकार के दौरान महिला बिल लाने की कवायद की थी. कांग्रेस ने महिलाओं को आरक्षण अनिवार्यता के बिना अहम भागीदारी भी दी. इसके साथ ही पार्टी ने अपनी राष्ट्रीय अध्यक्ष की कमान भी महिला को दी. साथ ही साथ कांग्रेस सरकार में कई उच्च पदों पर महिलाओं को जिम्मेदारी दी गई. बीजेपी महिलाओं को लेकर बिल्कुल संवेदनशील नहीं है. बीजेपी इस तरह की केवल जुमलेबाजी कर रही है. राज्यों के साथ केंद्र के चुनाव को मद्देनजर रखा गया है. यह विधेयक लागू नहीं किया जा रहा है.
विशेष सत्र बुलाने की सरकार की क्या मजबूरी थी: कांग्रेस नेता परिणीति शिंदे ने कहा, महिला आरक्षण को आने वाले 10 साल तक लोकसभा और राज्यसभा में नहीं मिलने वाला है. भाजपा सरकार इस विधेयक के सहारे राजनीति कर रही है. केंद्र में बैठी मोदी सरकार की ऐसी क्या मजबूरी थी जो विशेष सत्र बुलाकर इस विधायक को दोनों सदन मे पास किया गया. उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से इसे अभी लागू नहीं किया जा रहा है. इसे अभी राजनीति के लिए प्रयोग किया जाएगा. शिंदे ने कहा कि इस विधेयक को लेकर कांग्रेस शुरू से ही कई बार मुद्दा उठा चुकी है. इतना ही नहीं इस विधेयक का विरोध खुद बीजेपी कर चुकी है.
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