वाराणसी: यूपी विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election 2022) से पहले कांग्रेस लगातार धार्मिक भावनाओं वाले विक्टिम कार्ड को खेल अपने पक्ष में सियासी माहौल बनाने में लगी है. ताजा मामला वाराणसी का है, जहां गंगा घाटों की सीढ़ियों पर लगने वाले साइनेज यानी प्रतीक चिन्ह को धर्म विरुद्ध करार देते हुए कांग्रेस ने बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है. साथ ही वाराणसी के नगर आयुक्त को पत्र भी लिखा है. दरअसल, अस्सी घाट पर जो साइनेज लग रहे हैं उन्हें शिवलिंग, मंदिर समेत कई धार्मिक प्रतीक चिन्ह बने हुए हैं. जिस पर स्थानीय लोगों ने आपत्ति पर दर्ज की है. इसी आपत्ति को आधार बना कर कांग्रेस मुद्दा बनाने में जुटी हुई है.
साइनेज को लेकर शुरू हुआ विवाद
ये तस्वीरें हैं वाराणसी के अस्सी घाट की, जहां नगर निगम स्मार्ट सिटी के अंतर्गत घाटों का सुन्दरीकरण कर रही है. इस सुन्दरीकरण के अंतर्गत घाटों के सीढ़ियों पर ये लोहे के प्रतीक चिन्ह लगाए जा रहे हैं, जो घाटों को विशेषता और घाटों का निर्माण कब हुआ और यहां कौन-सी मंदिर है के बारे में बता रहे हैं.
लेकिन इस पर जो विवाद उठा है वो यह है कि इन साइनेजों पर जो प्रतीक चिन्ह बने हुए हैं वो शिवलिंग, मंदिर, और घाटों से जुड़ी प्रतीक हैं. जिसे लोग आस्था का केंद्र मानते हैं. अब सीढ़ियों पर इन साइनेज को लगाने जाने के कारण इसे लोग पैर रख कर आगे बढ़ रहे हैं. लेकिन धर्म से जुड़े लोग इसे धार्मिक भावनाओं से छेड़छाड़ मान रहे हैं और नगर निगम के इस कार्य से नाखुश नजर आ रहे हैं.
इसे भी पढ़ें -बसपा के सियासी 'चक्रव्यूह' में अब अभिमन्यु नहीं बनेंगे दलित!
कांग्रेस ने दी आंदोलन की चेतावनी
वहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय राय समेत अन्य नेताओं को जब इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने इसे मुद्दा बनाते हुए वाराणसी के नगर आयुक्त को पत्र सौंप अपनी मांगों से उन्हें अवगत कराया. साथ ही सीढ़ियों पर लगने वाले साइनेज को धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाला बताया. पार्टी के वरिष्ठ नेता अजय राय ने कहा कि इस गलती को तत्काल सुधार लिया जाए वरना कांग्रेस आंदोलन के लिए बाध्य होगी.
इधर, इस मुद्दे पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय राय ने कार्यकर्ताओं को बुलाकर बाकायदा बैठक कर रहे है. बहरहाल भले ही कांग्रेस अब इस मुद्दे को हवा दे रही हो. लेकिन नगर निगम की इस लापरवाही ने स्थानीय लोगों की भावनाओं को भी ठेस पहुंचाया है.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप