वाराणसी: कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने लगभग 800 करोड़ की लागत से निर्माणाधीन श्री काशी विश्वनाथ मंदिर धाम के निर्माण कार्य को अगस्त, 2021 तक पूर्ण कराए जाने पर विशेष जोर देते हुए कार्यों में तेजी लाए जाने का निर्देश दिया. उन्होंने निर्माण कार्यों में तेजी लाए जाने हेतु श्रमिकों की संख्या बढ़ाए जाने पर भी विशेष जोर दिया. वर्तमान में मौके पर 900 श्रमिक कार्य कर रहे हैं. अगले माह तक इनकी संख्या बढ़ाकर 2500 कर दिया जाएगा. मंदिर में लगने वाले लगभग 40 हजार स्क्वायर फीट पत्थर पर चर्चा के दौरान कार्यदायी संस्था के अधिकारियों ने बताया कि मकराना के लगने वाले एकदम सफेद पत्थर की शत-प्रतिशत उपलब्धता में परेशानी हो रही है. यह भी बताया गया कि मकराना के पत्थर काफी उपयुक्त हैं और 400 से 500 वर्ष तक की गुणवत्ता प्रभावित नहीं होगी. कमिश्नर ने इस संबंध में मकराना जाकर पत्थरों की गुणवत्ता एवं जांच कर आए अधिकारियों से रिपोर्ट दिए जाने का निर्देश देते हुए इस बाबत शासन को पत्र भेजने का निर्देश दिया.
कमिश्नर दीपक अग्रवाल शुक्रवार को श्री काशी विश्वनाथ मंदिर धाम के निर्माण कार्यों की प्रगति का मंदिर परिसर स्थित कार्यालय में अधिकारियों के साथ गहन समीक्षा बैठक कर रहे थे. निर्माण कार्य के बाबत प्राप्त स्वीकृत डिजाइन के सापेक्ष अब तक हुए कार्यों के प्रगति की भी विस्तार से समीक्षा की. मंदिर परिसर में निर्माण कार्य से संबंधित सामग्रियों के लाने व ले जाने हेतु एक निश्चित पाथवे निर्धारित किए जाने का कंपनी के अधिकारियों को निर्देश दिया.
कमिश्नर द्वारा पूछे जाने पर कार्यदायी संस्था के अधिकारियों ने बताया कि 15 से 16 फीसदी कार्य की मौके पर प्रगति है और निर्धारित समय से कार्य पूर्ण कराए जाने पर भी अधिकारियों ने अपनी सहमति जताई. कमिश्नर दीपक अग्रवाल कार्यदायी संस्था के अधिकारियों को निर्धारित समय सीमा के अंदर काशी विश्वनाथ धाम के निर्माण कार्य को पूरा कराए जाने हेतु प्रभावी रणनीति तैयार कर मौके पर कार्य कराए जाने का निर्देश दिया. कार्य के दौरान सुरक्षा मानकों का हर स्तर पर अपनाए जाने पर उन्होंने विशेष जोर देते हुए कहा कि कोविड के संक्रमण एवं उससे बचाव के दृष्टिगत भी मौके पर व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए. बैठक के बाद उन्होंने कार्यदायी संस्था के अधिकारियों के साथ कराए जा रहे कार्यो का स्थलीय निरीक्षण भी किया. इस दौरान मंदिर के कार्यपालक अधिकारी सुनील कुमार वर्मा सहित लोक निर्माण विभाग एवं पीएसपी के अधिकारी प्रमुख रूप से उपस्थित थे.