वाराणसी : लगातार मिल रही लापरवाही की सूचना पर वाराणसी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. वीबी सिंह ने एक बड़ी कार्रवाई की हैं. उन्होंने 10 आशा वर्करों को स्वास्थ्य विभाग के राष्ट्रीय कार्यक्रमों में लापरवाही बरतने पर कार्यमुक्त करने का निर्देश दिया है. साथ ही सभी प्रभारियों को चेतावनी भी दी है कि कार्य में यदि किसी भी प्रकार की लापरवाही बरती गई तो ख़ैर नहीं.
राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों में शिथिलता व निष्क्रियता के कारण हुई कार्रवाई
स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित राष्ट्रीय कार्यक्रम जैसे आयुष्मान भारत योजना, जननी सुरक्षा योजना, जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान, परिवार कल्याण कार्यक्रम एवं नियमित टीकाकरण कार्यक्रम में विगत कई माह से आशा वर्कर के लापरवाही बरतने की शिकायतें सामने आ रहीं थीं.
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ये लोग इन कार्यों में पूर्ण रूप से निष्क्रिय व शिथिल है. इसकी सूचना संबंधित प्रभारी चिकित्साधिकारी द्वारा सूचना मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यलय को दी गयी थी. इस पर कड़ी कार्रवाई करते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने संबंधित ग्रामसभा के ग्राम प्रधानों को इन सभी आशा कार्यकर्ताओं की सेवा कार्य से मुक्त करने के लिए प्रभारी चिकित्साधिकारियों को नोटिस भेजने का आदेश दिया है.
लापरवाही बरतने वालों की ख़ैर नहीं
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि जो भी आशा वर्कर एवं आशा संगिनी अपने कार्यों में लापरवाही बरती पायी जाएंगी, उनके विगत तीन माह के कार्यों की समीक्षा करते हुए सेवामुक्त करने की कार्रवाई की जाएगी.
इनके पर्यवेक्षण का कार्य कर रहे ब्लॉक सामुदायिक प्रक्रिया प्रबंधन को भी चेतावनी निर्गत करते हुए कहा कि जिसके भी ब्लॉक में तीन से अधिक आशा निष्क्रिय पायी जाती हैं और उनकी सूचनाएं मासिक बैठकों में नहीं दी जाती है, उनके विरुद्ध भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
साथ ही सीएमओ ने प्रभारी चिकित्साधिकारियों से प्रत्येक माह की तीन तारीख को उनके अधीन कार्यरत समस्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों की कार्य प्रगति की रिपोर्ट प्रेषित करने का निर्देश दिया गया.