वाराणसी: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी समेत प्रदेश के 7 मंडलीय जनपदों में कोविड-19 जांच के लिए बनाए गए लैब्स का लोकार्पण किया. इसके साथ 12 जुलाई से प्रारंभ होकर आगामी 31 जुलाई तक चलने वाले जनसंख्या स्थिरता पखवाड़े का भी लखनऊ से शुभारंभ किया गया.
इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोगों को संबोधित करते हुए जनसंख्या स्थिरता पर प्रभावी ढंग से कार्य करते हुए प्रदेश के हर घर-परिवार तक सीमित परिवार का संदेश पहुंचाने और परिवारों द्वारा इसे अपनाने पर बल दिया. उन्होंने कोविड-19 महामारी, वेक्टर जनित तथा अन्य संचारी रोगों के प्रसार को रोकने के लिए हर स्तर पर गंभीर प्रयास करते हुए इस पर विशेष सतर्कता की आवश्यकता बताई. वहीं नवसृजित कोविड-19 जांच लैब्स का लोकार्पण करते हुए सीएम कहा कि अब कोरोना की जांच में तेजी आएगी, जिससे समय पर इलाज और संक्रमण से बचाव करने में भी आसानी होगी.
जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा ने बताया कि वाराणसी समेत प्रदेश के सात मंडलीय जनपदों में कोविड-19 की जांच के लिए पहले से संचालित लैब्स की दोबारा संरचना करते हुए उन्हें आरटीपीसीआर मशीन से लैस किया गया है. अभी आरटीपीसीआर मशीन से जांच के लिए एकत्रित किये गए नमूने बीएचयू के माइक्रो बायोलॉजी विभाग अथवा केजीएमयू लखनऊ में भेजे जाते थे.
लेकिन, अब शिवप्रसाद गुप्त मंडलीय चिकित्सालय के लैब में इस मशीन के स्थापित हो जाने से कोरोना की जांच में तेजी आएगी और जांच के लंबित मामलों में कमी आएगी. कोरोना की जांच रिपोर्ट जल्द मिलने पर मरीजों के समय से इलाज के साथ उनके निकट संपर्कियों की खोज और हॉटस्पॉट क्षेत्रों के निर्धारण करने के काम में तेजी आएगी. जिससे इस महामारी को प्रकोप को रोकने में मदद मिलेगी.