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वाराणसी: चुनाव प्रचार पर रोक के बीच गढ़वा आश्रम पहुंचे सीएम योगी - एमएलसी अशोक धवन

यूपी के सीएम योगी गुरुवार को वाराणसी के एक दिवसीय दौरे पर थे. जहां उन्होंने संकट मोचन मंदिर में दर्शन-पूजन किया उसके बाद वह यादवों का गढ़ कहे जाने वाले गढ़वा घाट आश्रम पहुंचे, जहां सीएम योगी ने गौ सेवा करते हुए गायों को गुड़ और केला खिलाया.

गढ़वा घाट आश्रम पहुंचे सीएम योगी.
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Published : Apr 18, 2019, 6:04 PM IST

वाराणसी: यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ 72 घंटे के चुनावी प्रतिबंध लगने के बावजूद उन्होंने जिले का दौरा किया. उन्होंने दौरे की शुरुआत संकट मोचन मंदिर में दर्शन पूजन से की उसके बाद यादवों का गढ़ कहे जाने वाले गढ़वा घाट आश्रम पहुंचे. हालांकि, सीएम योगी ने चुनाव आयोग के प्रतिबंध का पूरा मान रखते हुए किसी प्रकार का चुनाव प्रचार नहीं किया.

गढ़वा घाट आश्रम पहुंचे सीएम योगी.

यादवों के गढ़ पहुंचे सीएम योगी

  • मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गढ़वा घाट आश्रम पहुंचकर सबसे पहले गौ सेवा की और गौशाला में गायों को गुड़ और केला खिलाया.
  • मुख्यमंत्री ने बंद कमरे में गढ़वा घाट आश्रम के महंत स्वामी शरणानंद के साथ विचार-विमर्श किया.
  • जिसमें मंत्री नीलकंठ तिवारी और एमएलसी अशोक धवन के साथ कई स्थानीय पार्टी के नेता भी शामिल रहे.
  • गढ़वा घाट आश्रम से कई बड़े नेताओं की आस्था भी जुड़ी हुई है. यहां पर राहुल गांधी, राजनाथ सिंह, मुलायम सिंह यादव और शिवपाल यादव जैसे बड़े नेता आ चुके है.
  • इस आश्रम के अनुयायियों की संख्या करोड़ों में है, जिसमें ज्यादातर अनुयायी खासकर यादवों में से हैं, इसीलिए इस आश्रम को यादवों का गढ़ कहा जाता है.
  • योगी आदित्यनाथ का इस आश्रम में आना इस बात की ओर इशारा करता है कि वह यादवों का वोट बैंक भाजपा की तरफ खींचने की पुरजोर कोशिश में हैं.

वाराणसी: यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ 72 घंटे के चुनावी प्रतिबंध लगने के बावजूद उन्होंने जिले का दौरा किया. उन्होंने दौरे की शुरुआत संकट मोचन मंदिर में दर्शन पूजन से की उसके बाद यादवों का गढ़ कहे जाने वाले गढ़वा घाट आश्रम पहुंचे. हालांकि, सीएम योगी ने चुनाव आयोग के प्रतिबंध का पूरा मान रखते हुए किसी प्रकार का चुनाव प्रचार नहीं किया.

गढ़वा घाट आश्रम पहुंचे सीएम योगी.

यादवों के गढ़ पहुंचे सीएम योगी

  • मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गढ़वा घाट आश्रम पहुंचकर सबसे पहले गौ सेवा की और गौशाला में गायों को गुड़ और केला खिलाया.
  • मुख्यमंत्री ने बंद कमरे में गढ़वा घाट आश्रम के महंत स्वामी शरणानंद के साथ विचार-विमर्श किया.
  • जिसमें मंत्री नीलकंठ तिवारी और एमएलसी अशोक धवन के साथ कई स्थानीय पार्टी के नेता भी शामिल रहे.
  • गढ़वा घाट आश्रम से कई बड़े नेताओं की आस्था भी जुड़ी हुई है. यहां पर राहुल गांधी, राजनाथ सिंह, मुलायम सिंह यादव और शिवपाल यादव जैसे बड़े नेता आ चुके है.
  • इस आश्रम के अनुयायियों की संख्या करोड़ों में है, जिसमें ज्यादातर अनुयायी खासकर यादवों में से हैं, इसीलिए इस आश्रम को यादवों का गढ़ कहा जाता है.
  • योगी आदित्यनाथ का इस आश्रम में आना इस बात की ओर इशारा करता है कि वह यादवों का वोट बैंक भाजपा की तरफ खींचने की पुरजोर कोशिश में हैं.
Intro:वाराणसी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 72 घंटे के चुनावी प्रतिबंध होने के बावजूद एक दिवसीय वाराणसी दौरे पर रहे। उन्होंने दौरे की शुरुआत संकट मोचन मंदिर में दर्शन पूजन के बाद की जहां से उसी दे यादवों का गढ़ कहे जाने वाले गढ़वा घाट आश्रम पहुंचे। हालांकि, सीएम योगी आदित्यनाथ ने चुनाव आयोग के प्रतिबंध का पूरा मान रखते हुए कोई भी ऐसा प्रचार कार्य नहीं किया जिससे भारतीय जनता पार्टी की छवि धूमिल हो, लेकिन यादव का वोट बैंक भाजपा की ओर करने की कवायद जरूर होती नजर आई।


Body:VO1: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गढ़वा घाट आश्रम पहुंचकर सबसे पहले गौ सेवा की और गौशाला में गायों को गुड़ और केला खिलाया। इस दौरान उन्होंने आश्रम के लोगों से गायों की नस्लों के बारे में भी पूछा। गौ सेवा के बाद मुख्यमंत्री ने बंद कमरे में गढ़वा घाट आश्रम के महंत स्वामी शरणानंद के साथ विचार-विमर्श किया, जिसमें मंत्री नीलकंठ तिवारी और एमएलसी अशोक धवन के साथ कई स्थानीय पार्टी के नेता भी शामिल रहे। गौरतलब है कि गड़वाघाट भगवान कृष्ण के वंशजों का घाट माना जाता है। इस पीठ से कई बड़े राजनेताओं की आस्था भी जुड़ी हुई है। राहुल गांधी से लेकर राजनाथ सिंह जैसे नेता यहां अक्सर ही आते हैं, साथ ही खुद मुलायम सिंह यादव और शिवपाल यादव यहां वाराणसी आने पर अपने हर दौरे में गढ़वा घाट आश्रम जरूर आते हैं। इस आश्रम के अनुयायियों की संख्या करोड़ों में है, जिसमें ज्यादातर दलित और पिछड़े समाज के लोग हैं। इस आश्रम के ज्यादातर अनुयाई खासकर यादवों में से हैं और इसीलिए इस आश्रम के बारे में यह कहा जाता है कि यादव वोट के लिए इस आश्रम की तरफ रुख करना ही काफी होता है। योगी आदित्यनाथ का इस आश्रम में आना इस बात की ओर इशारा करता है कि वह यादवों का वोट बैंक भाजपा की तरफ खींचने की पुरजोर कोशिश कर रहे हैं। हालांकि, 72 घंटे के चुनावी प्रचार पर प्रतिबंध के कारण योगी खुल कर कुछ भी नहीं कर पाए हैं, पर उनका इस आश्रम में आना इस ओर संकेत जरूर दे रहा है अंदर ही अंदर पार्टी वाराणसी से यादव वोट बैंक अपनी ओर खींचना चाहती है।


Conclusion:VO2: मिशन 2019 के लिए संपर्क फॉर समर्थन के तहत इससे पहले भी यूपी के सीएम इस आश्रम पहुंचे थे और महान संत शरण आनंद स्वामी जी महाराज से मुलाकात की थी। साथ ही उन्होंने भाजपा के नए नरेश साफ नियत सही विकास से जुड़ी सरकार के कार्यों की पुस्तिका भी महंत को भेंट की थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 25 और 26 तारीख को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रोड शो की तैयारियों का जायजा भी लेने के लिए वाराणसी पहुंचे हैं। पदाधिकारियों के साथ बैठकर नामांकन प्रक्रिया और रोड शो पर विचार-विमर्श होगा, जिसमें पीएम के नामांकन के दौरान प्रस्तावक ओं के नाम भी तय किए जा सकते हैं।

PTC: अर्निमा द्विवेदी

नोट: इस खबर के विसुअल्स ftp से up_vns_18april2019_cm gadhwa ghaat नाम के फोल्डर से गये हैं, कृपया चेक कर लें।

Regards
Arnima Dwivedi
Varanasi
7523863236
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