वाराणसी: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने दो दिवसीय दौरे पर वाराणसी पहुंचे थे. अपने वाराणसी दौरे के पहले दिन उन्होंने विकास कार्यो का स्थलीय निरीक्षण किया. साथ ही भीषण ठंड में रैन बसेरे की व्यवस्था देखने के लिए भी निकले. रात के वक्त कई जगहों पर पहुंचकर व्यवस्थाओं की पड़ताल की. यहां पर उन्होंने गरीब और असहाय लोगों में कंबल का भी वितरण किया.
खास बातें
- दो दिवसीय दौरे पर वाराणसी पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ ने कंबल विरतण किए.
- वाराणसी दौरे के पहले दिन उन्होंने विकास कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया.
- भीषण ठंड में रैन बसेरे की व्यवस्था देखने के लिए रात में ही कई जगहों पर गए.
- रात के समय कई जगहों पर पहुंचकर व्यवस्थाओं की पड़ताल की.
कंबल के लिए खुले आसमान के नीचे बैठे लोग
कंबल वितरण कार्यक्रम में चौंकाने वाली बात सामने आई. मुख्यमंत्री के हाथों जिन लोगों को कंबल दिया जाना था उनको तीन घंटे पहले से ही नगर निगम के कर्मचारियों ने बुलाकर जमीन पर खुले आसमान के नीचे बैठा दिया.
सीएम योगी ने विकास कार्यों की समीक्षा की
दरअसल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शाम को लगभग 5:30 बजे वाराणसी पहुंचे. यहां आने के बाद उन्होंने सर्किट हाउस में विकास कार्यों के साथ कानून व्यवस्था की समीक्षा बैठक की. इसके बाद वह रात में लगभग नौ बजे शहर में निकले और विकास कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया. साथ रैन बसेरों के हालात को जानने सबसे पहले मैदागिन इलाके के टाउन हाल में बने रैन बसेरे पर जब मुख्यमंत्री पहुंचे तो यहां बड़ी संख्या में मुख्यमंत्री के हाथों कंबल लेने वाली महिलाओं और पुरुषों की भीड़ लगी थी.
कड़ाके की ठंड, गिरती ओस में खुले मैदान में बैठे लाभार्थी
मुख्यमंत्री के हाथों कंबल दिए जाने के लिए जिन लोगों को बुलाया गया था उनके लिए नगर निगम का काफी अमानवीय चेहरा भी सामने आया. कंबल देने के लिए लगभग 3 घंटे पहले ही उन्हें बुलाकर जमीन पर बैठा दिया गया था. कड़ाके की ठंड और गिरती ओस की नीचे कंबल लेने वाले आसाहाय लोग बैठे नजर आए
रैन बसेरे का जो भी इंचार्ज होगा उससे इस बारे में पूछताछ कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी. बाकी इनके लिए अंदर सुविधाएं की गई हैं.
गौरांग राठी, नगर आयुक्त