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बच्चों के कोरोना वैक्सीन और सरकार की श्रम कार्ड योजना ने बढ़ाई आधार केंद्रों पर भीड़ - पीएम नरेंद्र मोदी

केंद्र सरकार आधार को हर किसी की जिंदगी में शामिल करते हुए इसे सबसे महत्वपूर्ण डॉक्यूमेंट के रूप में आगे बढ़ा रही है. लेकिन अभी बहुत से ऐसे लोग हैं, जो आधार से वंचित हैं. शायद यही वजह है जब कोई सरकारी योजना का लाभ लेना होता है तो इस सरकारी पहचान पत्र की याद लोगों को आती है. ऐसा ही नजारा आज कल आधार केंद्रों पर देखने को मिल रहा है.

बढ़ी आधार केंद्रों पर भीड़
बढ़ी आधार केंद्रों पर भीड़
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Published : Jan 9, 2022, 7:33 AM IST

वाराणसी: केंद्र सरकार आधार को हर किसी की जिंदगी में शामिल करते हुए इसे सबसे महत्वपूर्ण डॉक्यूमेंट के रूप में आगे बढ़ा रही है. लेकिन अभी बहुत से ऐसे लोग हैं, जो आधार से वंचित हैं. शायद यही वजह है जब कोई सरकारी योजना का लाभ लेना होता है तो इस सरकारी पहचान पत्र की याद लोगों को आती है. ऐसा ही नजारा आज कल आधार केंद्रों पर देखने को मिल रहा है. वहीं, 15 से 18 वर्ष तक के छात्र-छात्राओं को कोरोना वैक्सीन लगाने से लेकर श्रम कार्ड के लिए भी आधार कार्ड की जरूरत है. लेकिन अभी भी कइयों के आधार कार्ड नहीं बने हैं. यही कारण है कि वाराणसी के आधार केंद्रों पर लोगों की लंबी कतारें देखने को मिल रही है.

वाराणसी में आधार केंद्र पर दिसंबर के बाद एक जनवरी से प्रतिदिन 500 से 600 की संख्या में एक सेंटर से आधार बनाए जा रहे हैं. हालात यह हैं कि सुबह 8 बजे से लेकर शाम को 6 बजे तक लोग लंबी-लंबी लाइनों में लगकर आधार बनवाने और उसे अपने बैंक खाते से लिंक करवाने के लिए परेशान दिखाई दे रहे हैं.

बढ़ी आधार केंद्रों पर भीड़

दरसअल सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए आधार जरूरी है. हाल ही में पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की तरफ से 15 से 18 वर्ष तक के बच्चों को कोरोना की वैक्सीन लगाए जाने की घोषणा की जाने के बाद 3 जनवरी से जब इसकी शुरुआत हुई तो आधार की जरूरत वैक्सीन लगवाने वाले छात्र-छात्राओं को समझ में आ गई.

इसे भी पढ़ें - Up Election 2022 Schedule: जानिए, आपकी विधानसभा में कौन सी तारीख को होगा चुनाव

हालांकि सरकार ने आधार के अलावा स्कूल के पहचान पत्र को भी वैक्सीन के लिए महत्वपूर्ण डॉक्यूमेंट की श्रेणी में रखा है. लेकिन वैक्सीन लगवाने के लिए आधार कार्ड बनवाने के लिए यहां 15 से 18 वर्ष तक के बच्चों की भीड़ देखने को मिल रही है.

इन सबके बीच सबसे ज्यादा भीड़ तो श्रम कार्ड बनवाने वाले लोगों की है. यहां के इंचार्ज और टेक्निकल वर्ग देखने वाले संजय पटेल ने बताया कि दिसंबर के महीने में जहां 200 से ढाई सौ आधार कार्ड प्रतिदिन बनाए जा रहे थे. वहीं, वर्तमान में इसकी संख्या 500 से 600 प्रतिदिन हो गई है.

बढ़ी आधार केंद्रों पर भीड़
बढ़ी आधार केंद्रों पर भीड़

70 फीसद आधार बनवाने वाले वो लोग हैं, जो सरकार की योजना का लाभ लेने के लिए श्रम कार्ड बनवाने के लिए परेशान है. इसके अलावा 15 से 18 वर्ष तक के बच्चे वैक्सीन लगवाने के लिए आधार बनवाने पहुंच रहे हैं. इसके अतिरिक्त कई स्थानों पर स्कॉलरशिप के लिए भी आधार जरूरी डॉक्यूमेंट है.

स्कॉलरशिप भरने के लिए भी लोग आधार कार्ड बनवाने के लिए यहां परेशान दिखाई दे रहे हैं. हालात ये हैं कि लोगों की जबरदस्त भीड़ सुबह-शाम यहां हो रही है. लोगों को परेशानी न हो इसके लिए काउंटरों की संख्या बढ़ा गई है.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

वाराणसी: केंद्र सरकार आधार को हर किसी की जिंदगी में शामिल करते हुए इसे सबसे महत्वपूर्ण डॉक्यूमेंट के रूप में आगे बढ़ा रही है. लेकिन अभी बहुत से ऐसे लोग हैं, जो आधार से वंचित हैं. शायद यही वजह है जब कोई सरकारी योजना का लाभ लेना होता है तो इस सरकारी पहचान पत्र की याद लोगों को आती है. ऐसा ही नजारा आज कल आधार केंद्रों पर देखने को मिल रहा है. वहीं, 15 से 18 वर्ष तक के छात्र-छात्राओं को कोरोना वैक्सीन लगाने से लेकर श्रम कार्ड के लिए भी आधार कार्ड की जरूरत है. लेकिन अभी भी कइयों के आधार कार्ड नहीं बने हैं. यही कारण है कि वाराणसी के आधार केंद्रों पर लोगों की लंबी कतारें देखने को मिल रही है.

वाराणसी में आधार केंद्र पर दिसंबर के बाद एक जनवरी से प्रतिदिन 500 से 600 की संख्या में एक सेंटर से आधार बनाए जा रहे हैं. हालात यह हैं कि सुबह 8 बजे से लेकर शाम को 6 बजे तक लोग लंबी-लंबी लाइनों में लगकर आधार बनवाने और उसे अपने बैंक खाते से लिंक करवाने के लिए परेशान दिखाई दे रहे हैं.

बढ़ी आधार केंद्रों पर भीड़

दरसअल सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए आधार जरूरी है. हाल ही में पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की तरफ से 15 से 18 वर्ष तक के बच्चों को कोरोना की वैक्सीन लगाए जाने की घोषणा की जाने के बाद 3 जनवरी से जब इसकी शुरुआत हुई तो आधार की जरूरत वैक्सीन लगवाने वाले छात्र-छात्राओं को समझ में आ गई.

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हालांकि सरकार ने आधार के अलावा स्कूल के पहचान पत्र को भी वैक्सीन के लिए महत्वपूर्ण डॉक्यूमेंट की श्रेणी में रखा है. लेकिन वैक्सीन लगवाने के लिए आधार कार्ड बनवाने के लिए यहां 15 से 18 वर्ष तक के बच्चों की भीड़ देखने को मिल रही है.

इन सबके बीच सबसे ज्यादा भीड़ तो श्रम कार्ड बनवाने वाले लोगों की है. यहां के इंचार्ज और टेक्निकल वर्ग देखने वाले संजय पटेल ने बताया कि दिसंबर के महीने में जहां 200 से ढाई सौ आधार कार्ड प्रतिदिन बनाए जा रहे थे. वहीं, वर्तमान में इसकी संख्या 500 से 600 प्रतिदिन हो गई है.

बढ़ी आधार केंद्रों पर भीड़
बढ़ी आधार केंद्रों पर भीड़

70 फीसद आधार बनवाने वाले वो लोग हैं, जो सरकार की योजना का लाभ लेने के लिए श्रम कार्ड बनवाने के लिए परेशान है. इसके अलावा 15 से 18 वर्ष तक के बच्चे वैक्सीन लगवाने के लिए आधार बनवाने पहुंच रहे हैं. इसके अतिरिक्त कई स्थानों पर स्कॉलरशिप के लिए भी आधार जरूरी डॉक्यूमेंट है.

स्कॉलरशिप भरने के लिए भी लोग आधार कार्ड बनवाने के लिए यहां परेशान दिखाई दे रहे हैं. हालात ये हैं कि लोगों की जबरदस्त भीड़ सुबह-शाम यहां हो रही है. लोगों को परेशानी न हो इसके लिए काउंटरों की संख्या बढ़ा गई है.

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