वाराणसी: जिले में आमजन की सुविधाओं के साथ उनके स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा की पहल पर चैरिटेबल हॉस्पिटल के माध्यम से ओपीडी और इमरजेंसी सेवाओं को शुरू करने का फैसला लिया गया है. सभी चैरिटेबल हॉस्पिटल संचालकों द्वारा यह निर्णय लिया गया है कि तत्काल उनके हॉस्पिटल के माध्यम से ओपीडी के साथ-साथ आकस्मिक सर्जरी इत्यादि का कार्य शुरू किया जाएगा.
डीएम की अध्यक्षता में हुई बैठक
आपको बता दें कि बीते 6 अगस्त को जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा की अध्यक्षता में सभी चैरिटेबल हॉस्पिटल संचालक और प्रतिनिधियों के साथ बैठक की गई थी. जिसमें एक सप्ताह के अंदर चैरिटेबल अस्पतालों द्वारा मेडिसिन, गाइनोकोलॉजी, ऑर्थोपेडिक, पीडियाट्रिक, सर्जरी अन्य विभागों से संबंधित रोगियों को उपचारित किए जाने का फैसला लिया गया था.
चैरिटेबल अस्पतालों के माध्यम से होगा गरीबों का इलाज
जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि कोविड के साथ-साथ अन्य सामान रोगियों को उपचार की आवश्यकता है. इसमें चैरिटेबल हॉस्पिटल का सहयोग बहुत महत्वपूर्ण रहेगा. उन्होंने बताया कि जो गरीब लोग प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज कराने में सक्षम नहीं है उनके लिए चैरिटेबल हॉस्पिटल अपनी सभी सुविधाओं को जारी रखेंगे. इसमें जिला प्रशासन और इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी का द्वारा आवश्यक सहयोग प्रदान किया जाएगा. जिलाधिकारी ने कहा कि चैरिटबल हॉस्पिटल को विशेष रूप से कोमाबिर्ड मरीजों पर भी विशेष ध्यान देना चाहिए.
कई अस्पतालों में जारी रहेंगी सुविधाएं
रामकृष्ण मिशन चिकित्सालय, माता आनंदमई शिवाला चिकित्सालय, हिंदू सेवा सदन, बिरला हॉस्पिटल, जामिया हॉस्पिटल सभी चैरिटेबल हॉस्पिटल में हजारों की संख्या में मरीजों की जांच हुई. इमरजेंसी तथा अन्य सभी सुविधाएं भी मरीजों को प्रदान की जा रही हैं. आगे भी यहां पर इस तरह की सुविधाएं जारी रहेंगी और मरीजों का इलाज किया जाएगा.