चंदौली : कैबिनेट मंत्री और चंदौली से सांसद डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय का एक वीडियो शुक्रवार को सोशल मीडिया (social media) पर वायरल हुआ. इसमें वे लोगों से उनकी जाति पूछ रहे हैं. इस वीडियो को सपा के कई नेताओं ने ट्वीट (twit) कर आपत्ति जताई. यहीं नहीं, मामले को उस वक्त हवा मिल गई जब इसे रिटायर्ड आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने ट्वीट कर दिया.
कैबिनेट मंत्री बृहस्पतिवार को चंदौली के सकलडीहा सीएचसी पर आयोजित कार्यक्रम में गए थे. वहां एक जगह रुककर उन्होंने लोगों से बातचीत की. यह वीडियो वहीं का बताया जा रहा है. हालांकि उनके मीडिया प्रभारी हरिबंश उपाध्याय ने बताया कि वे पीड़ित परिवार की मदद के लिए रुके थे. इसे सोशल मीडिया पर गलत तरीक़े से प्रस्तुत किया जा रहा है.
वायरल वीडियो के संदर्भ में कैबिनेट मंत्री के मीडिया प्रभारी हरिवंश उपाध्याय ने बताया कि सांसद डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय बृहस्पतिवार शाम अपने गोद लिए सकलडीहा सीएचसी पर एक कार्यक्रम में शामिल होने गए थे. सकलडीहा के खड़ेहरा, शिवपुर गांव से उनका काफिला गुजरा. उन्होंने देखा कि सड़क पर सैकड़ों की संख्या में लोग जुटे हैं. उन्होंने काफिला रुकवाकर लोगों से पूछा तो पता चला कि किसी लड़की की बिजली की चपेट में आने से मौत हुई है और परिवार पोस्टमार्टम नहीं कराना चाहता.
वहीं, महेंद्रनाथ पांडेय के इस वीडियो को ट्वीट करते हुए सपा प्रवक्ता मनोज काका ने लिखा कि चंदौली सांसद और केबिनेट मंत्री माननीय @DrMNPandeyMP किसी मदद से पहले जाति पूछते हैं, ये इनका संस्कार है ?
बीजेपी के तथाकथित सुसंस्कृत नेता जाति के अभिमान में चूर रहते हैं. दलितों, वंचितों और पिछड़ों से दोयम दर्जे का व्यवहार करते हुए ये ज़ाहिर करते हैं कि वे बड़ी जाति से है.
अमिताभ ठाकुर ने भी कसा तंज
रिटायर्ड आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने भी इस वीडियो को ट्वीट करते हुए महेंद्र पांडेय पर निशाना साधा. उन्होंने लिखा है कि 'जाति न पूछो साध की.' इसके बाद इस पोस्ट पर तरह तरह के बयान व प्रतिक्रिया आने लगी.