वाराणसी: केंद्र सरकार ने गरीब और मध्यम वर्ग के ऊपर महंगाई का बोझ कम करने का एक और मास्टर प्लान तैयार किया है. अब आपको बाजार में मिल रही दाल सस्ते दर पर मिलने वाली है. जी हां! सही सुना आपने. केंद्र सरकार ने एक ऐसा प्लान बनाया है, जिससे देशभर में अनाज सस्ते दर उपलब्ध कराया जा सकेगा. इससे न सिर्फ गरीब बल्कि, मध्यम वर्ग के लोगों को भी फायदा पहुंचने वाला है. एक ऐसा ही प्रयास आज पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भी शुरू हुआ. जहां मोबाइल वैन के माध्यम से लोगों को चने की दाल मात्र 55 रुपये में उपलब्ध कराई गई. यह सुविधा अब लगातार चलती रहेगी.
दरअसल, भारत सरकार ने राष्ट्रीय उपभोक्ता सहकारी संघ द्वारा ऐसी मोबाइल वैन तैयार की है, जो आपके गली चौराहे तक पहुंचकर सस्ता अनाज उपलब्ध करवाएगी. वाराणसी में इसकी शुरुआत आज नदेसर स्थित मिंट हाउस से हुई है. सबसे पहले आज यहां चने की दाल का वितरण किया गया है. बाजार में इस वक्त चने की दाल 90 रुपये से 100 रुपये किलो तक बिक रही है. ऐसे में सस्ती दाल लेने वालों की मोबाइल वैन के पास भीड़ उमड़ पड़ी. भारतीय राष्ट्रीय उपभोक्ता सहकारी संघ का कहना है कि इस व्यवस्था से दालों की कालाबाजारी को रोकने में मदद मिलेगी.
बनारस की जनता को मिल रहा फायदा
बता दें कि इस वक्त बनारस के थोक बाजार में चने की दाल 100 रुपये, अरहर 175 रुपये, प्याज 35 रुपये किलो बिक रहा है. वहीं, सरकार वैन के माध्यम से चने की दाल 55 और प्याज 25 रुपये किलो बेच रही है. ऐसे में वाराणसी में गरीब वर्ग के साथ ही मध्यम वर्ग को भी इससे लाभ मिल रहा है. एक ओर जहां बाजार में दुकानदार कालाबाजारी कर किचन के लिए जरूरत की चीजों के दाम बढ़ा रहे हैं. वहीं, दूसरी ओर सरकार के इस प्रयास से आम जनता को काफी लाभ पहुंचने वाला है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में इस प्रयास की काफी सराहना हो रही है और लोग वैन के पास दाल खरीदने आ रहे हैं.
55 से 60 रुपये किलो दी जा रही चने की दाल
भारतीय राष्ट्रीय उपभोक्ता सहकारी संघ के चेयरमैन विशाल सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक तरह का ऐसा आयोजन करवाया है, जिसके अंदर हम भारत सरकार के माध्यम से चने की दाल का वितरण सस्ते दर पर कर सकते हैं. इसमें वाराणसी में एक किलो चने की दाल 60 रुपये में और 30 किलो का चने का पैकेज 55 रुपये प्रति किलो वितरण किया जाएगा. आगे आने वाले समय में यह योजना अभी चलती रहेगी. पहले हम लोगों ने सस्ते दर पर टमाटर का वितरण किया था. इसके बाद प्याज का किया गया और अब चने की दाल का वितरण कर रहे हैं.
देशभर में 500 मोबाइल वैन के माध्यम से होगा वितरण
उन्होंने बताया कि पूरे देश के अंदर 500 मोबाइल वैन के माध्यम से चने की दाल का वितरण शुरू कर दिया गया है. वाराणसी शहर के हर कोने में इस मोबाइल वैन को लगाया जाएगा. इसके साथ ही ग्रामीण इलाकों में भी इसे लगाया जाएगा. मोबाइल वैन अलग-अलग स्थानों पर जाएगी. हमारा लक्ष्य है कि सभी को सस्ती दर पर दाल उपलब्ध कराई जाए. दालों की जो कालाबाजारी होती है, उसे भी रोका जाएगा. पिछली बार जब सस्ती दर पर टमाटर का वितरण किया था, तब बाजार में इसका रेट 250 रुपये किलो था. लेकिन, NCCF और नेफेड ने 80 रुपये में बेंचना शुरू किया.
लोगों के चहरे पर दिख रही सस्ती दाल मिलने की खुशी
विशाल सिंह ने बताया कि धीरे-धीरे जब हम लोग 40 रुपये पर आए तो मंडी में 60 से 50 रुपये पर टमाटर आ गया था. हमारा लक्ष्य यही है कि मंडी में सस्ते दर पर दाल का वितरण हो. वहीं, राशन वितरण की मोबाइल वैन से आज कुछ ग्राहकों ने चने की दाल की खरीदारी भी की. ग्राहक जितेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि किचन के लिए कम से कम 20 फीसदी लाभ मिल जा रहा है. सरकार की तरफ से यह अच्छी पहल की जा रही है. 2 किलो चने की दाल खरीदी है. हम चाहते हैं कि अरहर की दाल भी सस्ते दर पर मिल सके. अरहर की दाल भी काफी महंगी मिल रही है.
यह भी पढ़ें: World Egg Day 2023 : जानिए अंडे से जुड़े कुछ रोचक तथ्य, विश्व अंडा दिवस विशेष