ETV Bharat / state

साइबर क्राइम के जालसाजों से कैसे रहें सतर्क

उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में साइबर अपराध के 21 मामले दर्ज हुए हैं. वहीं विशेषज्ञों का कहना है कि जब तक आप अपनी डिटेल्स किसी के साथ शेयर नहीं करेंगे, तब तक आप साइबर ठगी के शिकार नहीं होंगे. इसके लिए जरूरी है कि किसी प्रलोभन में न आएं.

साइबर क्राइम
साइबर क्राइम
author img

By

Published : Jan 13, 2021, 12:56 PM IST

Updated : Jan 13, 2021, 1:15 PM IST

वाराणसी: इन दिनों साइबर क्राइम से जुड़े मामले लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं. ऐसे में वाराणसी में साइबर क्राइम से जुड़े 21 मामले साइबर थाने अब तक दर्ज हुए हैं, जिसमे 5 मामलों का निस्तारण पुलिस ने कर लिया है. वहीं साइबर थाने की कमान संभालने वाले साइबर थाना प्रभारी राहुल शुक्ला की माने तो ज्यादातर मामले ऑनलाइन ठगी, ओटीपी पूछकर या बैंक मैनेजर बनकर कॉल करके ठगी के सामने आए हैं. लालच और धोखे के चंगुल में फंसकर लोग अपनी सारी डिटेल शेयर करते हैं, जिससे वह साइबर ठगों के शिकार हो जाते हैं.

इंपर्सनेशन अपराध से लोग रहें सतर्क

इस संबंध में साइबर विशेषज्ञ और डीन फैकल्टी ऑफ साइंस एवं प्रोफेसर हेड कंप्यूटर साइंस महात्मा काशी विद्यापीठ प्रोफेसर सत्या सिंह ने बताया कि जैसे-जैसे कंप्यूटर और मोबाइल फोन को बैंक खाते से लिंक किया जा रहा है, वैसे-वैसे साइबर अपराध बढ़ते जा रहे हैं. भारत सरकार और आरबीआई की तरफ से सूचनाएं तो जागरूकता के लिए जनहित में जारी की जाती हैं, फिर भी जागरूक होने के बावजूद लोग फंस जाते हैं.

साइबर ठगी से सावधान रहने की है जरूरत.

एक साधारण साइबर अपराध इंपर्सनेशन, जिसमें बैंक प्रतिनिधि बनकर फोन किया जाता है कि आपका एटीएम कार्ड सस्पेंड हो गया है या उसे चेंज करना है. जिसमें जालसाज एटीएम पिन और पासवर्ड पूछते हैं और लोग एटीएम चेंज होने के चक्कर में बता देते हैं, जिससे उनके खातों से पैसे कट जाते हैं.

फिशिंग अपराध से लोग रहें सतर्क

प्रोफेसर सत्या सिंह ने बताया कि एक मुख्य साइबर अपराध फिशिंग है, जिसे नाइजीरियन फ्रॉड भी कहा जाता है. इसमें आपके पास ईमेल संदेश आते हैं कि आपने 10 करोड़ का पुरस्कार जीत लिया है. इसके लिए आप 5000 भेज दीजिए. ऐसा साइबर फ्रॉड दो तीन बार करते हैं और जब व्यक्ति शक करने लगता है तो उसके बाद वह सारे फोन और सिम बंद करके गायब हो जाते हैं. ऐसे जाल में भी बहुत लोग फंस जाते हैं.

उन्होंने कहा कि लोगों को अपना नेट बैंकिंग पासवर्ड सुरक्षित रखना चाहिए. इसको सुरक्षित रखने के लिए इसमें कम से कम 8 डिजिट का पासवर्ड रखें, जिसमें हम अल्फाबेट, नंबर, स्पेशल कैरेक्टर तीनों का मिश्रण करके पासवर्ड बनाना चाहिए, जिसे हैक करना मुश्किल हो जाता है. क्रेकर इसे आसानी से हैक नहीं कर सकते. ऐसे साइबर जालसाजों का शिकार न होम और लोगों को सतर्क और जागरूक रहने की जरूरत है.

पुलिस द्वारा समय-समय पर चलाया जाता है अभियान

एसएसपी अमित पाठक ने बताया कि साइबर क्राइम के प्रकरणों में सबसे बड़ी महत्वपूर्ण चीज है जागरूकता. कोई भी ऐसी गलती न करें, जिससे उसके अकाउंट से कोई भी ठग आसानी से पैसे निकाल ले. हमारे द्वारा समय-समय पर जागरूकता अभियान चलाए गए हैं. इसके लिए एक वीडियो भी है, जो अभी जारी किया गया था. पम्पलेट वगैरह भी अलग-अलग थानों में सूचना के लिए लगाए गए हैं. यदि आपके पास कोई भी कॉल आती है. आपको कोई स्कीम के बारे में और आपके अकाउंट की डिटेल पूछ रहा हो तो आप कतई उसकी बातों में ना आएं. चाहे वह कोई डिटेल आपकी बता रहा हो.

उन्होंने बताया कि यह बात आप जान लें कि घर बैठे आप पैसा आसानी से नहीं कमा सकते. उसके लिए मेहनत करनी पड़ती है. आसानी से कोई पैसे का लालच दे रहा है. उसके पीछे कोई न कोई प्रलोभन है और एक लाइन याद रखने जरूरत है कि किसी भी दशा में किसी भी अकाउंट में पैसे जमा न करें चाहे वह कितना भी छोटा एमाउंट क्यों न हो, आपको पैसा नहीं जमा करना है और अपना पिन किसी को शेयर नहीं करना है तो हम सुरक्षित रहेंगे.

वाराणसी: इन दिनों साइबर क्राइम से जुड़े मामले लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं. ऐसे में वाराणसी में साइबर क्राइम से जुड़े 21 मामले साइबर थाने अब तक दर्ज हुए हैं, जिसमे 5 मामलों का निस्तारण पुलिस ने कर लिया है. वहीं साइबर थाने की कमान संभालने वाले साइबर थाना प्रभारी राहुल शुक्ला की माने तो ज्यादातर मामले ऑनलाइन ठगी, ओटीपी पूछकर या बैंक मैनेजर बनकर कॉल करके ठगी के सामने आए हैं. लालच और धोखे के चंगुल में फंसकर लोग अपनी सारी डिटेल शेयर करते हैं, जिससे वह साइबर ठगों के शिकार हो जाते हैं.

इंपर्सनेशन अपराध से लोग रहें सतर्क

इस संबंध में साइबर विशेषज्ञ और डीन फैकल्टी ऑफ साइंस एवं प्रोफेसर हेड कंप्यूटर साइंस महात्मा काशी विद्यापीठ प्रोफेसर सत्या सिंह ने बताया कि जैसे-जैसे कंप्यूटर और मोबाइल फोन को बैंक खाते से लिंक किया जा रहा है, वैसे-वैसे साइबर अपराध बढ़ते जा रहे हैं. भारत सरकार और आरबीआई की तरफ से सूचनाएं तो जागरूकता के लिए जनहित में जारी की जाती हैं, फिर भी जागरूक होने के बावजूद लोग फंस जाते हैं.

साइबर ठगी से सावधान रहने की है जरूरत.

एक साधारण साइबर अपराध इंपर्सनेशन, जिसमें बैंक प्रतिनिधि बनकर फोन किया जाता है कि आपका एटीएम कार्ड सस्पेंड हो गया है या उसे चेंज करना है. जिसमें जालसाज एटीएम पिन और पासवर्ड पूछते हैं और लोग एटीएम चेंज होने के चक्कर में बता देते हैं, जिससे उनके खातों से पैसे कट जाते हैं.

फिशिंग अपराध से लोग रहें सतर्क

प्रोफेसर सत्या सिंह ने बताया कि एक मुख्य साइबर अपराध फिशिंग है, जिसे नाइजीरियन फ्रॉड भी कहा जाता है. इसमें आपके पास ईमेल संदेश आते हैं कि आपने 10 करोड़ का पुरस्कार जीत लिया है. इसके लिए आप 5000 भेज दीजिए. ऐसा साइबर फ्रॉड दो तीन बार करते हैं और जब व्यक्ति शक करने लगता है तो उसके बाद वह सारे फोन और सिम बंद करके गायब हो जाते हैं. ऐसे जाल में भी बहुत लोग फंस जाते हैं.

उन्होंने कहा कि लोगों को अपना नेट बैंकिंग पासवर्ड सुरक्षित रखना चाहिए. इसको सुरक्षित रखने के लिए इसमें कम से कम 8 डिजिट का पासवर्ड रखें, जिसमें हम अल्फाबेट, नंबर, स्पेशल कैरेक्टर तीनों का मिश्रण करके पासवर्ड बनाना चाहिए, जिसे हैक करना मुश्किल हो जाता है. क्रेकर इसे आसानी से हैक नहीं कर सकते. ऐसे साइबर जालसाजों का शिकार न होम और लोगों को सतर्क और जागरूक रहने की जरूरत है.

पुलिस द्वारा समय-समय पर चलाया जाता है अभियान

एसएसपी अमित पाठक ने बताया कि साइबर क्राइम के प्रकरणों में सबसे बड़ी महत्वपूर्ण चीज है जागरूकता. कोई भी ऐसी गलती न करें, जिससे उसके अकाउंट से कोई भी ठग आसानी से पैसे निकाल ले. हमारे द्वारा समय-समय पर जागरूकता अभियान चलाए गए हैं. इसके लिए एक वीडियो भी है, जो अभी जारी किया गया था. पम्पलेट वगैरह भी अलग-अलग थानों में सूचना के लिए लगाए गए हैं. यदि आपके पास कोई भी कॉल आती है. आपको कोई स्कीम के बारे में और आपके अकाउंट की डिटेल पूछ रहा हो तो आप कतई उसकी बातों में ना आएं. चाहे वह कोई डिटेल आपकी बता रहा हो.

उन्होंने बताया कि यह बात आप जान लें कि घर बैठे आप पैसा आसानी से नहीं कमा सकते. उसके लिए मेहनत करनी पड़ती है. आसानी से कोई पैसे का लालच दे रहा है. उसके पीछे कोई न कोई प्रलोभन है और एक लाइन याद रखने जरूरत है कि किसी भी दशा में किसी भी अकाउंट में पैसे जमा न करें चाहे वह कितना भी छोटा एमाउंट क्यों न हो, आपको पैसा नहीं जमा करना है और अपना पिन किसी को शेयर नहीं करना है तो हम सुरक्षित रहेंगे.

Last Updated : Jan 13, 2021, 1:15 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.