वाराणसी: काशी के रामनगर स्थित डोमरी गांव में बिहार निवासी एक तथाकथित बाबा ने कैंसर का इलाज (Cancer treatment from tantra mantra) से लेकर हर तरह की बीमारी को झाड़-फूंक के सहारे ठीक करने का दावा कर रहा था. इसके चलते उसके यहां सैकड़ों लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. पुलिस ने तथाकथित बाबा और उसके सहयोगी को समझाया कि वह अफवाह न फैलाएं. लेकिन बाबा ने बात नहीं मानी, जिसके बाद गुरुवार देर शाम उनके खिलाफ रामनगर थाने में पुलिस की ओर से मुकदमा दर्ज किया गया. पुलिस की सख्ती की भनक लगने पर दोनों बाबा डोमरी गांव से फरार हो गए हैं. पुलिस की दो टीमें दोनों तथाकथित बाबाओं की तलाश कर रही हैं.
सूजाबाद चौकी प्रभारी मोहम्मद सूफियान के अनुसार, वह गुरुवार को डोमरी गांव की ओर गश्त करने गए थे. गांव में उन्होंने देखा कि लाल बाबा मंदिर में भारी भीड़ जुटी हुई है. मंदिर जाने पर पता लगा कि पुजारी बाबा राम भरोसे ने वहां बिहार के कैमूर (भभुआ) के सिकंदरपुर निवासी बाबा मुकेश नोनिया को बुला रखा है. बाबा मुकेश नोनिया भीड़ को संबोधित करते हुए दावा कर रहा था कि वह तंत्र-मंत्र से कोई भी बीमारी का इलाज (treatment from tantra mantra) कर सकता है. इसके साथ गूंगेपन, बहरेपन, किसी भी तरह की विकलांगता और भूत-प्रेत से पीड़ित लोगों को भी वह अपनी झाड़-फूंक के सहारे ठीक कर देता है.
दारोगा मोहम्मद सूफियान ने बताया कि उन्होंने भीड़ में शामिल लोगों से पूछा तो पता लगा कि स्थानीय लोगों के साथ ही वहां मध्य प्रदेश, बिहार और झारखंड से भी लोग आए थे. उन्होंने लोगों को समझाया कि किसी भी बीमारी का उपचार कोई तांत्रिक नहीं कर सकता है. लेकिन,उनकी बात कोई सुनने को तैयार ही नहीं था. हालांकि किसी तरह से उन्होंने मंदिर से भीड़ को हटाया.
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दारोगा मोहम्मद सूफियान ने कहा कि बाबा मुकेश नोनिया और बाबा रामभरोस द्वारा इस तरह से भीड़ जुटाए जाने से कोई अप्रिय घटना घट सकती है. इसलिए उन्होंने दोनों के खिलाफ उचित कार्रवाई के लिए रामनगर थाने में तहरीर दी. उधर इस संबंध में रामनगर थाना प्रभारी अश्विनी पांडेय ने बताया कि दोनों तथाकथित बाबाओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी गई है.
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