वाराणसी: वाराणसी के काशी हिंदू विश्वविद्यालय (Banaras Hindu University) के सर सुंदरलाल अस्पताल (Sir Sunderlal Hospital) के कार्डियोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. ओम शंकर (Dr. Om Shankar, Head of Department of Cardiology) को भगवान विष्णु के 6वें अवतार भगवान परशुराम को फेसबुक पर हत्यारा बोलना भारी पड़ गया. वहीं, प्रोफेसर के खिलाफ लंका थाने में उच्च न्यायालय के अधिवक्ता व बीएचयू के एक पूर्व छात्र ने तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया. आपको बता दें कि प्रोफेसर ओम शंकर का विवादों से पुराना नाता है.
बीएचयू में पूर्व में एम्स की मांग को लेकर बीएचयू के सिंह द्वार पर कई दिनों तक प्रदर्शन करने के साथ ही उन्होंने अपनी ओपीडी चलाई. इसके साथ ही बीएचयू में हो रहे विकास कार्यों पर भी वो सवाल उठाते रहे हैं. इतना ही नहीं बीएचयू के अंदर सुपर स्पेशलिटी सेंटर में ओपीडी ट्रांसफर होने पर भी उन्होंने बीएचयू प्रशासन पर सवाल उठाए थे. अब प्रोफेसर साहब का फेसबुक पोस्ट चर्चा के केंद्र में है.
अधिवक्ता सौरभ तिवारी ने बताया बीएचयू हृदय रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. ओम शंकर पिछले कुछ दिन से लगातार फेसबुक पर अलग-अलग पोस्ट कर रहे हैं. लेकिन हद तो तब हो गई, जब उन्होंने भगवान विष्णु के छठवें अवतार भगवान परशुराम को हत्यारा कहकर संबोधित किया और फेसबुक पर अमर्यादित टिप्पणियां की.
डॉ. ओम शंकर के खिलाफ मुकदमा विद्वेषपूर्ण आशय से जातियों व समुदायों के बीच शत्रुता व वैमनस्य बढ़ाने तथा धार्मिक भावनाओं व धार्मिक विश्वासों का सीधे तौर पर अपमान करने को लेकर भारतीय दंड संहिता 1860 की धारा 153A, 295A तथा सूचना प्रौद्योगिकी (संसोधित) अधिनियम 2008 की धारा 67 के तहत लंका थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है. इससे पहले अपने फेसबुक प्रोफाइल से एक पोस्ट में उन्होंने बीएचयू के संस्थापक व भारतरत्न पंडित मदनमोहन मालवीय को भिखारी कहकर संबोधित किया गया था.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप