वाराणसी: कोरोना की वजह से लंबे वक्त से बंद चल रहे सरकारी कार्यालयों को 100 प्रतिशत उपस्थिति के साथ खोलने की तैयारी शुरू हो गई है. लखनऊ में कई सरकारी कार्यालयों के खोले जाने के बाद अब पीएम के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भी सरकारी कार्यालयों को खोलने के लिए अधिकारियों ने कमर कस ली है. इसे लेकर मंगलवार को जिलाधिकारी ने बैठक की. इस दौरान उन्होंने कहा कि, कार्यालय में आने वाले कर्मचारी और आम जनता सभी के लिए फेस मास्क या गमछे मुंह को कवर करना अनिवार्य होगा. बिना इसके किसी को कार्यालय में किसी को प्रवेश नहीं दिया जाएगा.
सरकार के सभी आदेशों का पालन करते हुए साफ-सफाई के साथ कार्यालयों को खोला जाएगा. इसके साथ ही जिलाधिकारी ने कार्यालयों में फरियादियों की भीड़ कम करने के लिए शिकायती पत्रों के लिए हर सरकारी कार्यालय में शिकायत बॉक्स लगाने का निर्देश दिया.
इस संदर्भ में जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बैठक करते हुए साफ किया कि लॉकडाउन के कारण बंद कार्यालयों को सावधानी के साथ खोलना जरूरी है. समस्त अधिकारी एवं कर्मचारी मास्क लगाने के साथ गमछा, कपड़ा, दुपट्टा आवश्यक रूप से प्रयोग करेंगे. कार्यालय में कुर्सियों की दूरी 2 मीटर हर हाल में होनी चाहिए. हर ऑफिस में सैनिटाइजर का उपयोग आवश्यक तौर पर किया जाना चाहिए. दिन में दो बार टेबल कुर्सी आदि भी सैनिटाइज करने के साथ ही बाथरूम में साबुन की व्यवस्था अनिवार्य रूप से होनी चाहिए.
जिलाधिकारी ने स्पष्ट रूप से कहा कि कार्यालय की अलमारियों में रखी फाइलों, अलमारी खाली कर इसे धूप में साफ कर कार्यालय में पुनः रखा जाए. फर्श और फर्नीचर की सफाई स्प्रे कराने के बाद पर्याप्त व्यवस्था व पंखे दुरुस्त कराने के बाद 1 से 2 दिन के अंदर कार्यालयों का संचालन शुरू किया जाए.
उन्होंने सोमवार से कोर्ट के शुरू होने पर कहा कि 3 साल से ऊपर के केसों की फाइलें अलग कर लिया जाए उनकी डेट लगाकर उनका निपटारा 3 सप्ताह के पहले किया जाए. इनकी सूची भी तैयार कराई जाए. कार्यालयों में शिफ्ट ड्यूटी भी निर्धारित की जाए कार्यालय में आवेदन लेने तथा उनकी डिलीवरी का समय निर्धारित हो.
इसके अलावा कार्यालय में सीमित लोगों को ही प्रवेश करने की अनुमति दी जाए. कोई भी प्रार्थना पत्र डाक निर्धारित दूरी बनाकर विंडो से ली जाए ना कि सामने से शिकायती पत्रों के लिए बक्सा व्यवस्था सुनिश्चित की जाए और 9:00 से 11:00 तक इसमें पत्र डाले जा सके. यह जानकारी लोगों तक पहुंचाई जाए. जिलाधिकारी ने कलेक्ट्रेट के दो गेट बंद करने के साथ ही सिर्फ दो गेट से प्रवेश किए जाने की अनुमति दी है.