वाराणसी: काशी विद्यापीठ, हरहुआ और चिरईगांव ब्लॉक के करीब 62 गांव नए परिसीमन में नगर निगम के अंतर्गत आ गए हैं. इन गांवों की मूलभूत जरूरतों को लेकर मंगलवार को भाजपा जिलाध्यक्ष हंसराज विश्वकर्मा और नगर निगम कार्यकारिणी के उपसभापति नरसिंह दास के नेतृत्व में जनप्रतिनिधियों ने नगर आयुक्त से मुलाकात की.
समस्याओं को लेकर नगर आयुक्त से की मुलाकात
वाराणसी नगर निगम पहुंचे भाजपा जिलाध्यक्ष हंसराज विश्वकर्मा ने बताया कि जनपद के काशी विद्यापीठ, चिरईगांव और हरहुआ ब्लॉक के करीब 62 गांव नये परिसीमन के बाद नगर निगम के अंतर्गत चले गए हैं. ऐसे में इनके अंदर अब विकास कार्य ग्राम पंचायत स्तर से बंद कर दिए गए हैं. उन्होंने बताया कि इन इलाकों में सीवर, सड़क और पेयजल की व्यवस्थाओं को लेकर नगर आयुक्त गौरांग राठी से मुलाकात की गई है, क्योंकि मुख्यमंत्री ने कहा था कि इन सभी नये समाहित वार्डों के उत्थान और विकास के लिए अलग से बजट दिया जाएगा. इसके अलावा कुछ पार्षदों की भी समस्या थी, जिन्हें लेकर नगर आयुक्त से मुलाकात की गई.
नगर आयुक्त ने दी जानकारी
इस संबंध में नगर आयुक्त गौरांग राठी ने बताया कि जो गांव में नगर निगम में जोड़े गए हैं, उन क्षेत्रों की अपेक्षा होती है कि जब वे नगर निगम में शमिल हो जाते है तो वहां सीवर, सड़क और पेयजल की व्यवस्था अच्छी हो. इसके लिए शासन को कार्य योजना बनाकर भेजा गया है. ऐसे में हमें मैन पावर के साथ फंड की भी आवश्यकता है. इसके अलावा पूर्व के इलाकों में हमने कार्य शरू कर दिया है, जैसे- मंडुवाडीह में वाटर लॉगिंग की समस्या या भगवानपुर की समस्या का हम बारिश के पहले निस्तारण कर लेंगे.