उन्नावः टी-सीरीज की बहुचर्चित फिल्म आदिपुरूष भी बॉयकाट ट्रेंड का शिकार हो गई है. आदिपुरुष का पोस्टर और टीजर सामने आने के बाद से ही लगातार इसका विरोध जारी है. फिल्म में रावण के लुक को लेकर इसकी खूब आलोचना की जा रही है. इसके वीएफक्स इफेक्ट्स(VFX Effects) को लेकर भी लोग कॉफी ट्रोल कर रहे हैं. जगह-जगह फिल्म के बॉयकाट पोस्टर लगाए जा रहे है. वहीं, फिल्म को लेकर बीजेपी और हिंदू महासभा ने भी कड़ा विरोध जताया है.
अब बीजेपी के सांसद साक्षी महाराज ने फिल्म का बहिष्कार करने की अपील की है. वहीं, अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पंडित अशोक शर्मा ने कहा कि फिल्म के सेंसर बोर्ड द्वारा भंग कर देना चाहिए. पिक्चर पर बैन लगना चाहिए. इसके अलावा वाराणसी में भी आदि पुरूष का जमकर विरोध किया गया, फिल्म के पोस्टर भी जलाए गए.
उन्नाव सांसद साक्षी महाराज ने जनता से आदिपुरुष फिल्म का बहिष्कार करने की अपील की है. उन्होंने कहा कि मेरी जनता से भी अपील है कि ऐसे फिल्म जिसमें उनके देवी देवताओं का अपमान किया गया हो उसका बहिष्कार करे. भविष्य में भी इस तरीके की फिल्में बनाने वालों को लेकर कहा है कि जनता जागरूक हो जाएगी तो खुद-ब-खुद ऐसी फिल्में नहीं चलेंगीं.
फिल्म आदिपुरुष को लेकर छिड़ी बहस के बीच अखिल भारत हिंदू महासभा ने भी बड़ा बयान दिया है. अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पंडित अशोक शर्मा का कहना है कि फिल्म सेंसर बोर्ड को भंग कर देना चाहिए. पिक्चर पर बैन लगना चाहिए. हिंदू समाज से संबंधित फिल्मों का सेंसर हिंदू महासभा से कराया जाना चाहिए. अखिल भारत हिंदू महासभा के प्रदेश प्रवक्ता अभिषेक अग्रवाल ने कहा कि रावण को सूरमा क्या ये लोग झुमके भी पहना देंगे.
वराणसी में राष्ट्रीय हिंदू दल ने भी इस फिल्म की कड़ी आलचना की है. राष्ट्रीय हिंदू दल के प्रदेश अध्यक्ष रोशन पाण्डेय ने कहा कि बॉलीवुड पिछले दशकों से लगातार सनातन विरोधी फिल्में बनाकर करोड़ों हिंदुओं की आस्था के साथ खिलवाड़ कर रही है. इस पर पूर्णता बैन लगनी चाहिए. फिल्म में सभी पात्रों को क्रुर मुगल शासकों का लुक है यहां तक कि हनुमान जी को भी लम्बी दाढ़ी और बिना मूंछ का मौलाना का लुक दिया गया है. ये बर्दास्त नहीं किया जाएगा.
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