वाराणसी: काशी हिंदू विश्वविद्यालय और छात्रों का विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. पिछले 27 जनवरी से दिव्यांग छात्र कुलपति आवास के बाहर धरने पर बैठे हैं. कुलपति अभी तक इन छात्रों की सुध लेने नहीं आए. छात्रों को विभिन्न राजनीतिक दलों और छात्र संगठनों का समर्थन मिल रहा है. इसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन अब जागा है. कुलपति प्रोफेसर सुधीर जैन ने दिव्यांग छात्रों की समस्या को लेकर स्थायी समिति का गठन किया है.
छात्रों ने बुधवार को लोकगीत गाकर अपना विरोध प्रदर्शन किया. देर शाम छात्रों ने 'कहब त लग जाई धक से' कुलपति साहब के तल्ला दूतल्ला हम छात्र बानी जा सड़क पर कहब त लग जाई धक से' छात्रों ने यह गीत गाए और जमकर विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की. समाजवादी पार्टी की प्रदेश महिला अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री रिंकू श्रीवास्तव ने दिव्यांग छात्रों का समर्थन किया और राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से इस मामले पर वार्ता करने के लिए कहा. बता दें कि गुरुवार को अखिलेश यादव वाराणसी आ रहे हैं.
बीएचयू के छात्र सचिन शुक्ला ने बताया कि पिछले दिनों दिव्यांग छात्रा के साथ छेड़खानी की घटना हुई. इसके बाद आरोपी को जमानत मिल गई. इस पूरे मामले पर कुलपति ने अब तक मुलाकात नहीं की. उन्होंने कहा कि वे लोग पिछले 14 दिनों से अनवरत कुलपति आवास के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि वे लोग चाहते हैं कि छात्रा के पीछे रहकर विश्वविद्यालय कानूनी लड़ाई लड़ें और कोई भी अपराधी अपराध करके बच न पाए.
बीएचयू के छात्र सचिन शुक्ला ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन उनकी मांगों के प्रति असंवेदनशील बना हुआ है. कुलपति किसी भी मामले पर छात्रों से मिलने को तैयार नहीं हैं. उनकी मांग है कि विश्वविद्यालय सुनिश्चित करें कि कैंपस में ऐसी घटनाएं न हों, दिव्यांग छात्रों के लिए अनुकूल वातावरण बने और कुलपति उन लोगों से मुलाकात करें.
जनसम्पर्क अधिकारी डॉ. राजेश कुमार सिंह ने प्रेस रिलीज जारी कर कहा कि कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन ने काशी हिंदू विश्वविद्यालय में अध्ययनरत दिव्यांग विद्यार्थियों, कार्यरत दिव्यांगजन शिक्षकों और कर्मचारियों के लिए अनुकूल वातावरण सुनिश्चित कराने की दिशा में स्थायी समिति का गठन किया है. सामाजिक विज्ञान संकाय के प्रो. मृत्युंजय मिश्रा समिति के अध्यक्ष होंगे. यह समिति विश्वविद्यालय में दिव्यांगजनों की समस्याओं व विषयों पर विचार करेगी और उनके समाधान की दिशा में अपनी अनुशंसाएं देगी.
सामाजिक विज्ञान संकाय इतिहास विभाग के प्रो. ए गंगाधरन, डॉ. सीमा तिवारी (महिला महाविद्यालय) और डॉ. योगेन्द्र पाण्डेय (शिक्षा विभाग) समिति के सदस्य होंगे. दिव्यांगजनों की आवश्यकताओं के संदर्भ में काशी हिंदू विश्वविद्यालय अत्यंत गंभीर है. इसी क्रम में कुलपति ने यह स्थायी समिति गठित की है. समिति की कोशिश होगी कि विश्वविद्यालय में कार्य अथवा अध्ययन के दौरान दिव्यांगजनों को किसी तरह की चुनौतियां पेश न आएं व उनकी समस्याओं का प्रभावी समाधान निकाला जा सके.
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