वाराणसी: काशी हिंदू विश्वविद्यालय के सैकड़ों छात्र उन्नाव में किसानों पर हुए बर्बर लाठीचार्ज के विरोध में सड़कों पर उतरे. बीएचयू के मुख्य गेट पर छात्रों ने प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. वहीं अपनी मांग को लेकर संसद भवन का घेराव करने जा रहे जेएनयू छात्रों पर हुए पुलिस उत्पीड़न का भी विरोध किया.
बीएचयू के छात्र-छात्राओं ने एक स्वर में केंद्र और प्रदेश सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि अगर छात्र अपनी समस्याओं को लेकर आवाज उठाते तो पुलिस उन्हें पीटती है. किसान अगर अपना मुआवजा मांगता है तो पुलिस उन्हें पीटती है. यह दमनकारी सरकार है. अगर आने वाले दिनों में सरकार नहीं जागी तो देश की जनता शांत नहीं बैठेगी.
केंद्र और प्रदेश सरकार के खिलाफ पोस्टर लेकर छात्रों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया. मुख्य गेट पर सभा करने के बाद बीएचयू गेट से लेकर अस्सी तक मार्च निकाला.
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छात्र नीतीश कुमार का कहना है कि देश का जिस तरह माहौल है. उन्नाव में अपने मुआवजे की मांग को लेकर अगर किसान मांग करते हैं तो उत्तर प्रदेश पुलिस के जवानों द्वारा बर्बरता पूर्वक उनके ऊपर लाठीचार्ज किया जाता है. उसके साथ ही फीस वृद्धि की मांगों को लेकर शांतिपूर्ण तरीके से संसद की तरफ जा रहे जेएनयू के छात्रों को पुलिस ने रोका और उनके साथ बुरा बर्ताव किया. हम इसका भी विरोध करते हैं.