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BHU के इस कोर्स में फ्री में ले सकते हैं एडमिशन, एक क्लिक में समझें पाठ्यक्रम और आवेदन की प्रक्रिया

Banaras Hindu University में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का एक नया प्रशिक्षण पाठ्यक्रम शुरू हुआ है. नैसकॉम के सुझाव पर पाठ्यक्रम का पूरा स्ट्रक्चर तैयार किया गया है. पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए 25 जनवरी तक आवेदन कर सकते हैं.

काशी हिंदू विश्वविद्यालय
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Published : Jan 12, 2023, 1:21 PM IST

वाराणसीः काशी हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर एक विशेष प्रशिक्षण और प्रमाणन कोर्स शुरू किया गया है. यह कोर्स कंप्यूटर विज्ञान विभाग द्वारा विशेष रूप से छात्रों और कामकाजी पेशेवरों को एप्लाइड साइंटिस्ट और डेटा साइंटिस्ट के रूप में करियर बनाने के लिए प्रशिक्षित करने के लिए चलाया जाएगा.

प्रशिक्षण पाठ्यक्रम नैसकॉम द्वारा सुझाए गए ढांचे पर आधारित है. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस अब राष्ट्रीय महत्व और विभिन्न क्षेत्रों में व्यापक अनुप्रयोगों के साथ एक महत्वपूर्ण तकनीक बन गई है. 2018 में नीति आयोग ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के लिए भारत की राष्ट्रीय रणनीति प्रकाशित की. जिसने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की आर्थिक क्षमता पर प्रकाश डाला है.

पाठ्यक्रम में 12 से 25 जनवरी तक करा सकेंगे पंजीकरण

प्रो. विवेक सिंह ने बताया कि इस कोर्स में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से सम्बंधित परिचयात्मक और उन्नत विषय शामिल होंगे. इसमें बिग डेटा का परिचय, सांख्यिकीय अवधारणाएं और अनुप्रयोग, सांख्यिकीय उपकरण, डेटा इम्पोर्ट और प्रीप्रोसेसिंग, एक्सप्लोरिंग और मेनीपुलेटिंग डाटा, डेटा संरचनाएं और एल्गोरिदम, ग्राफ और स्ट्रिंग एल्गोरिदम, आर्टिफीसियल न्यूरल नेटवर्क्स, प्रोग्रामिंग फॉर डेटा, पायथन प्रोग्रामिंग, विजुलाइजेशन, मैनेजरियल स्किल्स जैसे विषयों में विश्वविद्यालय के प्रोफेसर एवं इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स के द्वारा ट्रेनिंग करवाई जाएगी.

दो करोड़ से ज्यादा नौकरियां

प्रो. विवेक सिंह ने बताया कि इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार डेटा और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की तकनीकी भूमिकाओं में ही 2 करोड़ से अधिक नौकरियां पैदा की जा सकती हैं. इसके अलावा यह डिसिप्लिन्स परिधीय भूमिकाओं में अधिक नौकरियां पैदा करने की क्षमता रखते हैं. भारत को डेटा और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के वैश्विक केंद्र के रूप में स्थापित करने के लिए इन क्षेत्रों में प्रशिक्षित विशेषज्ञों की आवश्यकता है. इसी कारण भारत सरकार युवाओं के बीच इन क्षमताओं के विकास के लिए कार्यक्रमों को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित कर रही है.

100 सीटों के लिए आज से आवेदन शुरू

इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार ने बीएचयू के कंप्यूटर विज्ञान विभाग को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने के लिए मंजूरी दी है. यह प्रशिक्षण उन छात्रों और व्यक्तियों को दिया जाएगा जो लक्षित क्षेत्रों में या तो काम कर रहे हैं या काम करने के इच्छुक हैं. यह कार्यक्रम फरवरी से जुलाई 2023 तक चलाया जाएगा. इसमें भाग लेने के लिए पंजीकरण 12 जनवरी 2023 से 25 जनवरी 2023 तक किए जा सकते हैं. पाठ्यक्रम में 100 सीटे हैं और इसमें प्रवेश परीक्षा के आधार पर होगा.

इस वेबसाइट से कर सकते हैं आवेदन

इच्छुक व्यक्ति कार्यक्रम की वेबसाइट https://textanalytics.in/ai/ पर जाकर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं. प्रशिक्षण नि:शुल्क है और सभी प्रतिभागी जो प्रशिक्षण को सफलतापूर्वक पूरा करते हैं, उन्हें एक प्रमाण पत्र प्राप्त होगा. यह कार्यक्रम बीएचयू के कंप्यूटर विज्ञान विभाग द्वारा चलाया जाएगा.

यह भी पढ़ेंः CM Yogi Adityanath आज शाम को पहुंचेंगे वाराणसी, दो दिवसीय दौरे में कई खास योजनाओं का करेंगे शुभारंभ

वाराणसीः काशी हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर एक विशेष प्रशिक्षण और प्रमाणन कोर्स शुरू किया गया है. यह कोर्स कंप्यूटर विज्ञान विभाग द्वारा विशेष रूप से छात्रों और कामकाजी पेशेवरों को एप्लाइड साइंटिस्ट और डेटा साइंटिस्ट के रूप में करियर बनाने के लिए प्रशिक्षित करने के लिए चलाया जाएगा.

प्रशिक्षण पाठ्यक्रम नैसकॉम द्वारा सुझाए गए ढांचे पर आधारित है. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस अब राष्ट्रीय महत्व और विभिन्न क्षेत्रों में व्यापक अनुप्रयोगों के साथ एक महत्वपूर्ण तकनीक बन गई है. 2018 में नीति आयोग ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के लिए भारत की राष्ट्रीय रणनीति प्रकाशित की. जिसने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की आर्थिक क्षमता पर प्रकाश डाला है.

पाठ्यक्रम में 12 से 25 जनवरी तक करा सकेंगे पंजीकरण

प्रो. विवेक सिंह ने बताया कि इस कोर्स में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से सम्बंधित परिचयात्मक और उन्नत विषय शामिल होंगे. इसमें बिग डेटा का परिचय, सांख्यिकीय अवधारणाएं और अनुप्रयोग, सांख्यिकीय उपकरण, डेटा इम्पोर्ट और प्रीप्रोसेसिंग, एक्सप्लोरिंग और मेनीपुलेटिंग डाटा, डेटा संरचनाएं और एल्गोरिदम, ग्राफ और स्ट्रिंग एल्गोरिदम, आर्टिफीसियल न्यूरल नेटवर्क्स, प्रोग्रामिंग फॉर डेटा, पायथन प्रोग्रामिंग, विजुलाइजेशन, मैनेजरियल स्किल्स जैसे विषयों में विश्वविद्यालय के प्रोफेसर एवं इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स के द्वारा ट्रेनिंग करवाई जाएगी.

दो करोड़ से ज्यादा नौकरियां

प्रो. विवेक सिंह ने बताया कि इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार डेटा और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की तकनीकी भूमिकाओं में ही 2 करोड़ से अधिक नौकरियां पैदा की जा सकती हैं. इसके अलावा यह डिसिप्लिन्स परिधीय भूमिकाओं में अधिक नौकरियां पैदा करने की क्षमता रखते हैं. भारत को डेटा और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के वैश्विक केंद्र के रूप में स्थापित करने के लिए इन क्षेत्रों में प्रशिक्षित विशेषज्ञों की आवश्यकता है. इसी कारण भारत सरकार युवाओं के बीच इन क्षमताओं के विकास के लिए कार्यक्रमों को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित कर रही है.

100 सीटों के लिए आज से आवेदन शुरू

इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार ने बीएचयू के कंप्यूटर विज्ञान विभाग को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने के लिए मंजूरी दी है. यह प्रशिक्षण उन छात्रों और व्यक्तियों को दिया जाएगा जो लक्षित क्षेत्रों में या तो काम कर रहे हैं या काम करने के इच्छुक हैं. यह कार्यक्रम फरवरी से जुलाई 2023 तक चलाया जाएगा. इसमें भाग लेने के लिए पंजीकरण 12 जनवरी 2023 से 25 जनवरी 2023 तक किए जा सकते हैं. पाठ्यक्रम में 100 सीटे हैं और इसमें प्रवेश परीक्षा के आधार पर होगा.

इस वेबसाइट से कर सकते हैं आवेदन

इच्छुक व्यक्ति कार्यक्रम की वेबसाइट https://textanalytics.in/ai/ पर जाकर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं. प्रशिक्षण नि:शुल्क है और सभी प्रतिभागी जो प्रशिक्षण को सफलतापूर्वक पूरा करते हैं, उन्हें एक प्रमाण पत्र प्राप्त होगा. यह कार्यक्रम बीएचयू के कंप्यूटर विज्ञान विभाग द्वारा चलाया जाएगा.

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